सूरत के अस्पताल में थप्पड़कांड: कैबिन में घुसकर शख्स ने डॉक्टर को क्यों जड़े एक के बाद एक 12 थप्पड़?

सूरत के अस्पताल में थप्पड़कांड: कैबिन में घुसकर शख्स ने डॉक्टर को क्यों जड़े एक के बाद एक 12 थप्पड़?
Shubham Pandey JHBNEWS टीम,सूरत 2025-09-15 21:13:26

राज्य में कानून-व्यवस्था की स्थिति दिन-प्रतिदिन बिगड़ती जा रही है। इसी कड़ी में एक और मामला सूरत शहर से सामने आया है। सूरत के पांडेसरा इलाके स्थित KSB ओलंपिया चिल्ड्रन हॉस्पिटल में हाल ही में एक गंभीर घटना घटी। यहां एक बच्चे के इलाज के मामले में रेफ़रल की सलाह देने वाले चाइल्ड स्पेशलिस्ट डॉक्टर पर मरीज के परिजन ने हमला कर दिया।

डॉक्टर का आरोप है कि हमला करने वाला शख्स नशे में था। नशे में धुत इस शख्स ने डॉक्टर को एक के बाद एक 12 थप्पड़ जड़ दिए। पूरी घटना अस्पताल के CCTV कैमरे में कैद हो गई।

ICU न होने के कारण बच्चे को रेफ़र किया गया

मिली जानकारी के अनुसार, सूरत के पांडेसरा इलाके की चिल्ड्रन हॉस्पिटल में एक युवक अपने गंभीर हालत में बच्चे को लेकर आया था। डॉक्टर ने जांच के बाद बच्चे को तत्काल ICU की ज़रूरत बताई और कहा कि अस्पताल में ICU की सुविधा उपलब्ध नहीं है, इसलिए बच्चे को तुरंत किसी दूसरे ICU युक्त अस्पताल में रेफ़र करना आवश्यक है।

नशे में धुत व्यक्ति ने अचानक डॉक्टर पर किया हमला

अस्पताल स्टाफ के मुताबिक, बच्चे के साथ आए चार वयस्कों में से एक शख्स नशे की हालत में था। शुरुआत में परिवार ने डॉक्टर की सलाह मान ली थी, लेकिन करीब 20 मिनट बाद वही शख्स अचानक डॉक्टर के चैम्बर की ओर दौड़ा और बिना वजह गाली-गलौज शुरू कर दी।

डॉक्टर पर निर्दयी हिंसा – 12 थप्पड़ और अभद्र व्यवहार

इस गंभीर घटना में नशे में धुत युवक ने डॉक्टर से कुछ पूछे बिना लगातार 12 थप्पड़ जड़ दिए। डॉक्टर ने जब समझाने की कोशिश की, तब भी युवक आक्रामक होकर अभद्र व्यवहार करता रहा। तभी अस्पताल स्टाफ दौड़कर आया और डॉक्टर को आगे के हमले से बचाया। हमलावर ने स्टाफ से भी गाली-गलौज की।

CCTV में कैद हुई पूरी घटना

यह पूरी घटना अस्पताल के CCTV कैमरे में साफ़ तौर पर कैद हो गई है। डॉक्टर ने तुरंत पांडेसरा पुलिस स्टेशन में इसकी जानकारी दी और पुलिस ने शिकायत दर्ज करने की प्रक्रिया शुरू की।

अस्पताल प्रबंधन और स्थानीय मेडिकल एसोसिएशनों ने इस घटना को लेकर कड़ी नाराज़गी जताई है और हमलावर के खिलाफ सख्त कार्रवाई की मांग की है। उनका कहना है कि यह घटना केवल एक डॉक्टर पर हमला नहीं है, बल्कि पूरे स्वास्थ्य तंत्र के लिए खतरा है। ऐसे हमले डॉक्टरों का मनोबल तोड़ते हैं और अन्य मरीजों के लिए भी खतरा पैदा करते हैं। हर मरीज को उचित इलाज मिलना चाहिए, लेकिन स्वास्थ्यकर्मियों की सुरक्षा भी तत्काल सुनिश्चित की जानी चाहिए।