Health Tips: ब्रेड आसानी से कैसे पच जाती है, चाहे सादी ब्रेड या टोस्टेड हुई?

Health Tips: ब्रेड आसानी से कैसे पच जाती है, चाहे सादी ब्रेड या टोस्टेड हुई?
admin desk JHBNEWS टीम,सूरत 2025-03-13 14:21:03

ब्रेड एक बेकरी आइटम है। रोटी सादी या तली हुई खाई जाती है। कई बार लोग सुबह स्कूल या ऑफिस जाते समय ब्रेड खाना पसंद करते हैं। कुछ लोग सादी ब्रेड  खाते हैं, जबकि अन्य लोग उसे टोस्ट करके खाते हैं। कुछ लोग ब्रेड को मक्खन के साथ खाना पसंद करते हैं, जबकि अन्य लोग इसे घी में भूनकर अपने नाश्ते में शामिल करते हैं। लेकिन क्या आप जानते हैं कि ब्रेड खाने का सही तरीका क्या है? ब्रेड आसानी से कैसे पच सकती है और शरीर में रक्त शर्करा का स्तर कैसे नहीं बढ़ता? स्वास्थ्य प्रशिक्षक किंजल प्रजापति ने जय हिन्द भारतवर्ष में प्रकाशित एक लेख में इस बारे में जानकारी दी। आइये विस्तार से जानते हैं। 

ब्रेड खाने का सबसे अच्छा तरीका क्या है?

निपा आशाराम ने कहा कि ब्रेड खाने का सबसे अच्छा तरीका है उसे बेक करना यानी टोस्ट करना। क्योंकि यह रक्त शर्करा या ग्लूकोज के स्तर को 25 प्रतिशत से अधिक कम कर देता है। उन्होंने कहा कि जब हम ब्रेड टोस्ट करते हैं तो एक रासायनिक प्रतिक्रिया होती है। यह कार्बोहाइड्रेट को तोड़ता है। इससे ब्रेड पचने में बहुत आसान हो जाती है। इससे शरीर को कम कैलोरी मिलती है। वहीं, ग्लूकोज रक्त तक बहुत धीरे-धीरे पहुंचता है।

रक्त शर्करा के स्तर को नियंत्रित करने में मदद करता है

बैलेंस्ड बाइट की संस्थापक एवं पोषण विशेषज्ञ अपारक्षा चंदुरकर के अनुसार, ब्रेड पकाने से कैलोरी में ज्यादा बदलाव नहीं आता। सादी या टोस्टेड ब्रेड खाना व्यक्ति की स्वास्थ्य स्थिति और पसंद पर निर्भर करता है। टोस्टेड ब्रेड का ग्लाइसेमिक इंडेक्स (जीआई) थोड़ा कम होता है। यह आपको बताता है कि कोई खाद्य पदार्थ रक्त शर्करा को कितनी जल्दी प्रभावित करता है। यह सादे ब्रेड की तुलना में रक्त शर्करा के स्तर को नियंत्रित करने में मदद कर सकता है।

इस तरह से ब्रेड खाना भी फायदेमंद है।

किंजल ने बताया कि अगर आप अपने ब्लड शुगर लेवल को नियंत्रित करना चाहते हैं तो सबसे पहले ब्रेड को फ्रीजर में रखें। अगले दिन इसे टोस्ट करें और खाएं। ऐसा करने से रक्त शर्करा के स्तर को 40 प्रतिशत तक कम किया जा सकता है। क्योंकि जब ब्रेड को जमाकर फिर टोस्ट किया जाता है तो यह स्वास्थ्य के लिए फायदेमंद होता है। क्योंकि ब्रेड में 'प्रतिरोधी स्टार्च' बनने लगता है। यह स्टार्च आंत के बैक्टीरिया यानी अच्छे आंत बैक्टीरिया के लिए फायदेमंद है।