नवरात्रि के नौ दिनों में माता जी को अर्पित करें ये प्रसाद, आपकी सारी मनोकामनाएँ होंगी पूरी

नवरात्रि के नौ दिनों में माता जी को अर्पित करें ये प्रसाद, आपकी सारी मनोकामनाएँ होंगी पूरी
Shubham Pandey JHBNEWS टीम,सूरत 2025-09-21 12:49:40

नवरात्रि को लेकर हर जगह जोर-शोर से तैयारियां हो रही हैं। इन नौ दिनों तक देवी दुर्गा के अलग-अलग स्वरूपों की पूजा की जाती है। इस अवधि में देवी को प्रसन्न करने के लिए विभिन्न प्रकार के प्रसाद भी दिए जाते हैं। ऐसा माना जाता है कि पूजा में महत्वपूर्ण है किला ही महत्वपूर्ण प्रसाद चढ़ाने का भी। ऐसी देवी को स्वादिष्ट प्रसाद बनाने से मन में पूर्ण होने की संभावना बढ़ जाती है।

देवी दुर्गा के नौ स्वरूपों की होती है पूजा

22 सितंबर से नवरात्रि की शुरुआत होगी और 2 अक्टूबर को समापन होगा। नवरात्रि के नौ दिनों के दौरान, देवी दुर्गा के नौ स्वरूपों, जिनमें नवदुर्गा कहा जाता है, की विशेष पूजा की जाती है। इन नौ दिनों में देवी को उनकी पसंद के अनुसार अलग-अलग प्रसाद और सामग्री निर्भय की जाती है। ऐसा करने से उनका निरंतर आशीर्वाद प्राप्त होता है। साथ ही, नवरात्रि में हर दिन अलग-अलग रंग के परिधानों का भी विशेष महत्व है।

जानिए किस दिन कौन-सा प्रसाद का निवेश करना चाहिए

पहला दिन: देवी शैलपुत्री की पूजा के समय गाय के घी से बनी राक्षसी करनी चाहिए।

दूसरा दिन: देवी ब्रह्मचारिणी की पूजा में खंड से पंचामृत अभिषेक करना चाहिए।

तीसरा दिन: देवी चंद्रघंटा की पूजा में दूध या खीर से बनी मिठाई को धारण करना शुभ होता है।

चौथा दिन: देवी कुष्मांडा की पूजा के समय मालपुआ को निर्भय करना चाहिए।

पांचवां दिन: देवी स्कंदमाता की पूजा के समय निर्भय होना चाहिए।

छठा दिन: देवी कात्यायनी की पूजा के समय मीठा पान करना चाहिए।

सातवाँ दिन: देवी कालरात्रि की पूजा के दौरान गुड़ और खीर से बनी मिठाइयां बनानी चाहिए।

आठवाँ दिन: महागौरी की पूजा में नारियल देखना चाहिए।

नवाँ दिन: माँ सिद्धिदात्री की पूजा में खेड, पूर्ण और हलवा निर्भय होना चाहिए।

दसवाँ दिन (विजयदशमी): माँ दुर्गा को जलेबी और बालूशाही निक्की कर विदाई दी जानी चाहिए।