दुनिया भर में ऐसे कई देश हैं जहाँ आम नागरिकों को अपनी रोज़मर्रा की ज़िंदगी में भारी संघर्ष और कठिनाइयों का सामना करना पड़ता है। चाहे स्वास्थ्य सेवा हो, शिक्षा हो या रोज़गार, ये चुनौतियाँ उनके जीवन स्तर पर गहरा असर डालती हैं। आज हम ऐसे ही कुछ देशों के बारे में बात करने जा रहे हैं जहाँ जीवन स्तर सबसे ख़राब माना जाता है। आइए जानें।नाइजीरियानाइजीरिया में जीवन स्तर दुनिया में सबसे खराब है। बेरोज़गारी, राजनीतिक अस्थिरता और स्वास्थ्य सेवा व शिक्षा तक सीमित पहुँच सर्वव्यापी है। यहाँ दैनिक जीवन बेहद कठिन है। औसत नाइजीरियाई अपनी बुनियादी ज़रूरतों को पूरा करने के लिए संघर्ष करता है।वियतनामशहरी क्षेत्रों में आर्थिक विकास के बावजूद, वियतनाम के ग्रामीण और वंचित इलाकों में लोग अभी भी गरीबी से जूझ रहे हैं। शिक्षा, स्वास्थ्य सेवा और सामाजिक सुरक्षा तक उनकी पहुँच बहुत सीमित है। विकास का लाभ सभी तक नहीं पहुँच पाया है, जिससे आबादी का एक बड़ा हिस्सा संघर्ष कर रहा है।केन्याकेन्या में नागरिकों को राजनीतिक अस्थिरता और सामाजिक चुनौतियों का सामना करना पड़ रहा है। प्राकृतिक संसाधनों से समृद्ध होने के बावजूद, आर्थिक विकास का लाभ समान रूप से साझा नहीं किया जाता है।पेरूपेरू की आबादी के लिए सामाजिक और आर्थिक असमानता एक बड़ी चुनौती है। लोगों के पास बुनियादी सुविधाओं का अभाव है। ग्रामीण और हाशिए पर रहने वाले समुदायों के लिए अपने जीवन स्तर में सुधार लाना एक बड़ा संघर्ष बन गया है।ईरानईरान में आर्थिक और सामाजिक दबावों ने नागरिकों का जीवन लगातार कठिन बना दिया है। अंतर्राष्ट्रीय प्रतिबंधों, मुद्रास्फीति और उच्च बेरोजगारी ने आवश्यक सेवाओं तक पहुँच को सीमित कर दिया है। स्वास्थ्य सेवा का भारी अभाव है और बुनियादी वस्तुओं की कीमतें भी ऊँची हैं।मिस्रमिस्र में, आर्थिक असमानता और सीमित सामाजिक सहायता प्रणाली ने कई नागरिकों की जीवन स्थितियों को बदतर बना दिया है। भोजन और आवश्यक सेवाओं की लागत में उल्लेखनीय वृद्धि हुई है, और स्वास्थ्य सेवा और शिक्षा तक पहुँच बहुत सीमित है।बांग्लादेश और वेनेजुएलाबांग्लादेश अपने उच्च जनसंख्या घनत्व और सीमित संसाधनों के कारण गंभीर चुनौतियों का सामना कर रहा है। यहाँ शिक्षा और रोज़गार की पहुँच बहुत सीमित है। वहीं, वेनेजुएला एक गंभीर आर्थिक और सामाजिक संकट का सामना कर रहा है। उच्च मुद्रास्फीति, खाद्य और दवाओं की कमी, और लगातार राजनीतिक अस्थिरता लोगों के जीवन को बुरी तरह प्रभावित कर रही है, जिससे जीवनयापन करना और भी मुश्किल होता जा रहा है।
2025-10-03 18:11:21पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर में सेना के खिलाफ लोगो का गुस्सा थमने का नाम नहीं ले रहा है. हाल ही में हुई फायरिंग में कई लोगो मारे गए थे और सैकड़ो लोग घायल भी हुए थे. इस घटना के बाद अब पत्रकारों को भी निशाना बनाया जा रहा है. इस्लामाबाद में हुए हमले के बाद पत्रकारों में आक्रोश देखने को मिल रहा है. ये हमला गुरुवार को हुआ था. पाकिस्तान के इस्लामाबाद प्रेस क्लब में हालत भयावह था. दरअसल,PoKj का वकील समुदाय के लोग क्लब में शांतिपूर्ण रूप विरोध प्रदर्शन कर रहे थे। इसी बिच पुलिस ने उन पर हला बोल दिया। आपको बता दे की शुक्रवार को पाकिस्तान पत्रकार संघ ने "काला दिवस" मनाने की घोषणा की है। पत्रकारों का कहना है की ये सीधा मीडिया के स्वतंत्रता पर हमला किया गया है,डॉन के रिपोर्ट के अनुसार पत्रकारों के हमले के बाद पाकिस्तान के गृह मंत्री मोहसिन नकवी ने कल ही जाँच के आदेश दे दिए थे. नकवी ने अपने बयान में कहा की पत्रकारो पर हिंसा बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। जिम्मेदार लोगो के खिलाफ कार्रवाई करने की भी बात कही है. पाकिस्तान में पत्रकारों पर हुए हमले को लेकर पीएफयूजे के अध्यक्ष अफजल बट ने कहा पत्रकार अभी गुस्से में है इतना ही नहीं उन्होंने आगे कहा की कि यह केवल इस्लामाबाद प्रेस क्लब का मामला नहीं है। बल्कि पुरे पाकिस्तान भर के प्रेस क्लबों का मानना है कि अगर वे इस सबसे बुरी घटना को नजरअंदाज करते हैं, तो कल लाहौर, कराची, पेशावर या क्वेटा में भी ऐसी घटना हो सकती है.
2025-10-03 17:04:59अर्जेंटीना के सैंटियागो डेल एस्टेरो प्रांत में गुरुवार को 5.7 तीव्रता का भूकंप दर्ज किया गया। यूएस जियोलॉजिकल सर्वे (USGS) के अनुसार यह भूकंप रात 21:37 बजे (UTC) आया, जिसका केंद्र एल होयो शहर से 29 किलोमीटर पश्चिम में था।भूकंप धरती की सतह से 571 किलोमीटर (354 मील) की गहराई पर दर्ज हुआ। इसका स्थान 27.064S और 63.523W अक्षांश-देशांतर पर नोट किया गया। अब तक किसी भी प्रकार के जान-माल के नुकसान की सूचना नहीं है।विशेषज्ञों के मुताबिक, इतनी गहराई में आने वाले भूकंप आमतौर पर सतह पर बड़े पैमाने पर विनाशकारी नहीं होते, लेकिन इन्हें बहुत बड़े क्षेत्र में महसूस किया जा सकता है।USGS ने बताया कि यह भूकंप नाज़्का प्लेट के दक्षिण अमेरिकी प्लेट के नीचे धंसने (Subduction) की प्रक्रिया से जुड़ा है। यह इलाका गहरे और शक्तिशाली भूकंपीय घटनाओं के लिए प्रसिद्ध है।इंडोनेशिया के वेस्ट पापुआ में 5.5 तीव्रता का भूकंपइंडोनेशिया के वेस्ट पापुआ क्षेत्र में भी 5.5 तीव्रता का भूकंप आया। यूएस जियोलॉजिकल सर्वे (USGS) के अनुसार इसका केंद्र दक्षिणी तट के पास और गहराई करीब 20 किलोमीटर थी। सौभाग्य से, यहां से भी जान-माल के नुकसान की कोई रिपोर्ट नहीं आई।यह इलाका रिंग ऑफ फायर पर स्थित है, जहां इंडो-ऑस्ट्रेलियन प्लेट की टेक्टोनिक गतिविधियां बेहद सक्रिय रहती हैं, जिसके चलते भूकंप सामान्य हैं।फिलीपींस के सेबू तट पर 6.9 तीव्रता का भूकंप, 72 की मौतहाल ही में दुनिया के अलग-अलग हिस्सों में कई भूकंपीय गतिविधियां दर्ज की गईं। 30 सितंबर को फिलीपींस के सेबू तट पर 6.9 तीव्रता का भूकंप आया। इसका केंद्र बोगो सिटी के पास था और यह केवल 5 किलोमीटर की गहराई पर था। कम गहराई में आने के कारण सतह पर इसका असर बेहद विनाशकारी साबित हुआ।इस भूकंप में 72 लोगों की मौत हो गई, जबकि कई सौ लोग घायल हुए। भूकंप से घर, अस्पताल, पुल और सड़कों को भारी नुकसान पहुंचा। बिजली और अन्य बुनियादी ढांचे पर भी गंभीर असर पड़ा।
2025-10-03 14:23:17पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर में हालात लगातार बिगड़ते नजर आ रहे है. पाक में बीते तीन दिनों से जारी बड़े पैमाने पर विरोध-प्रदर्शन हिंसक हो उठे है. पीओके में चल रहे विरोध प्रदर्शन ने कल यानी बुधवार को हिंसक रूप ले लिया। पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर के चम्याती इलाके में हुई झड़प में 3 पुलिसकर्मी मारे गए है इसके साथ ही 150 से ज्यादा घायल बताये जा रहे है. उसमे से भी 8 कर्मियों की हालत नाजुक बताई जा रही है पीओके के पीएम अनवारुल हक़ चौधरी और संघीय नेता ने एक संयुक्त संवाददाता सम्मेलन में घटना की जानकारी दी. पीएम अनवारुल हक़ ने कहा, हिंसा करने से कोई भी लक्ष्य हासिल नहीं कर सकते है, संघर्ष और समाधान दोनों बातचीत के ज़रिए ही होता है. संघीय मंत्री तारिक फज़ल चौधरी ने कहा कि पाक के पीएम ने उन्हें कमेटी नेताओं से बातचीत करके समाधान निकालने की ज़िम्मेदारी दी है. पाकिस्तान के प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ ने पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर (पीओके) में हुई हिंसा के लिए चिंता व्यक्त की है इसके साथ ही नागरिको से शांति बनाने की अपील की है.
2025-10-02 18:51:38अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप को बड़ा झटका लगा है। दुनिया की सबसे बड़ी इकॉनमी वाले देश अमेरिका में शटडाउन हुआ है।साल 2018 के बाद ये पहली बार अमेरिका में शटडाउन लगा है. अमेरिकी समय के मुताबिक आधी रात से शटडाउन लागु हुआ है. अगर अमेरिका के इतिहास में बात करे तो ये शटडाउन 22वां शटडाउन है.आपको बता दे की अमेरिका में जब लास्ट टाइम शटडाउन लगा था तब 35 दिनों तक चला था. 22 दिसंबर 2018 से शुरू होकर 25 जनवरी, 2019 तक शटडाउन चला था. दरसल अमेरिकी सरकार को अपने खर्च चलाने के लिए पूंजी की आवश्यकता होती है. सरकार अपना खर्च चलाने को लिए फंड लेती है उसे वो कर्ज लेकर पूरा करती है. और इसके लिए अमेरिकी संसद में एक बिल लाया जाता है. अब हुआ ये की इस बार फंडिंग बिल को संसद की मंजूरी नहीं मिली है जिससे अमेरिका में शटडाउन लग गया है. शटडाउन क्या होता है? आसान शब्दों में शटडाउन का मतलब समझे तो सरकार के पास पैसे खत्म हो जाना,या तो संघीय सरकार को चलाने के लिए जरूरी फंडिंग खत्म हो जाना ट्रंप सरकार के पास अब जरूरी फंडिंग नहीं होगी जिसका मतलब है कि कई संघीय कामकाज रुक जायेंगे। अमेरिकी कानून के तहत जब तक बजट या अस्थायी फंडिंग बिल पास नहीं होगा तब तक 'गैर-जरूरी' सरकारी विभागों और सेवाओं को बंद करना पड़ता है।
2025-10-01 13:06:49पाकिस्तान के कब्जे वाले जम्मू-कश्मीर (PoK) के मुज़फ़्फ़राबाद इलाके में सोमवार को पाकिस्तान सरकार के खिलाफ जबरदस्त विरोध प्रदर्शन देखने को मिला। यह प्रदर्शन हिंसक रूप धारण कर गया। इस संघर्ष में दो लोगों की मौत हो गई, जबकि 22 से अधिक लोग घायल हो गए हैं।PoK में पाकिस्तान सरकार के खिलाफ हिंसक विरोध प्रदर्शनगौरतलब है कि पिछले 24 घंटों में ‘मूलभूत अधिकार छीन लिए जाने’ (Violations of basic rights) के मुद्दे पर अवामी एक्शन कमेटी के नेतृत्व में पूरे PoK में बड़े पैमाने पर विरोध प्रदर्शन हुए। विरोध के चलते बाजार और दुकानें पूरी तरह से बंद रही थीं। प्रदर्शनकारियों की मुख्य मांगों में पाकिस्तान में रह रहे कश्मीरी शरणार्थियों के लिए PoK विधानसभा की आरक्षित 12 सीटों को समाप्त करना भी शामिल है। स्थानीय लोगों का तर्क है कि इससे प्रतिनिधित्व और शासन कमजोर हो जाता है।PoK की जनता के मूलभूत अधिकार छीनने पर भारी बवालउल्लेखनीय है कि यहां लगातार दूसरे दिन इंटरनेट और मोबाइल फोन सेवाएं बंद रहीं। पब्लिक एक्शन कमेटी ने पाकिस्तान सरकार को चेतावनी दी है कि वे जल्द ही एक बड़ी रैली का आयोजन करेंगे। यहां की स्थिति का हाल ही में जिनेवा में संयुक्त राष्ट्र मानवाधिकार परिषद (UNHRC) की 60वीं बैठक में भी उल्लेख किया गया था, जिसमें बताया गया कि PoK की जनता पाकिस्तान सरकार के आतंकवादी एजेंडे के कारण बेहद पीड़ित है।
2025-09-29 21:43:34थाईलैंड की राजधनी बैंकॉक से एक वीडियो सामने आया है और ये वीडियो सोशल मीडिया मे तेज़ी से वायरल हो रहा है, दरसल देखते ही देखते एक सड़क धरती में समा जाती है इसके बाद लगभग 50 मीटर गहरा गढ़ा हो जाता है, सड़क धसते ही आस पास मौजूद कारे और बिजली के खम्भे भी धसने लगते है, सड़क पर आने जाने वाले लोग ये दृश्य देखकर चौक जाते है. प्राप्त जानकारी के अनुसार ये घटना बैंकॉक के वजीरा अस्पताल के पास घटी है, वजीरा अस्पताल के आसपास के इलाके को इस बड़े से सिंकहोल की वजह से खाली कराना पड़ा और ट्रैफिक को पूरी तरह से बंद करना पड़ा. हादसे के दौरान कुछ गाड़ियाँ इसकी चपेट में आ गई, हालाँकि इतना बड़ा गड्डा क्यों हुआ इसका स्पष्ट कारण अभी तक सामने नहीं आया है लेकिन पास में ही एक अंडरग्राउंड रेलवे स्टेशन बन रहा है, अंडरग्राउंड रेलवे स्टेशन को इस हादसे की वजह बताया जा रहा है. हालाँकि घटना का वीडियो सोशल मीडिया में तेजी से वायरल हो रहा है
2025-09-24 17:37:50केंद्रशासित प्रदेश लद्दाख को राज्य का दर्जा दिलाने को लेकर लेह में विरोध प्रदर्शन हो रहा है, इस दौरान लद्दाख में छात्रों और पुलिस के बीच झड़प हो गई है। दरसल लद्दाख को पूर्ण राज्य का दर्जा और छठी अनुसूची शामिल करने के लिए सोनम वांगचुक पिछले 15 दिनों से भूख हड़ताल पर हैं। सोनम वांगचुक के समर्थन में आज छात्र विरोध प्रदर्शन कर रहे है, CRPF की गाड़ी भी उन्होंने फुक दी है आपको बता दे की छात्र भारी संख्या में सड़कों पर उतर कर केंद्र सरकार के खिलाफ नारेबाजी कर रहे हैं। लद्दाख को पूर्ण राज्य की मांग को लेकर लेह में छात्र प्रदर्शन कर रहे है, छात्रों ने पुलिस की गाड़ियों को आग लगा दी है इसके साथ ही बीजेपी ऑफिस के बाहर भी आगजनी की है. छात्र लगातार विरोध प्रदर्शन को तेज कर रहे हैं। वह अपनी मांग को लेकर डटे हुए हैं। उनका कहना है कि किसी भी परिस्थिति में लद्दाख को पूर्ण राज्य का दर्जा मिलना ही चाहिए।केंद्र सरकार के खिलाफ नारेबाजी कर रहे छात्रछात्र बड़ी संख्या में सड़कों पर उतरे हुए हैं और केंद्र सरकार के खिलाफ नारेबाजी कर रहे हैं। छात्रों की मांग है कि लद्दाख को हर हालत में पूर्ण राज्य का दर्जा मिलना चाहिए। प्रदर्शन के दौरान छात्रों और पुलिस के बीच झड़प भी हो गई है लेकिन छात्रों के गुस्से को देखकर लगता है कि वह पूरी तैयारी के साथ आए हैं।सड़कों पर जिधर भी देखो तो वहां छात्रों का हुजूम नजर आ रहा है। सुरक्षाबल भी पूरी तरह अलर्ट मोड में हैं और मौके पर डटे हुए हैं लेकिन छात्रों का आक्रोश कम होने का नाम नहीं ले रहा है। वह लगातार विरोध प्रदर्शन को तेज कर रहे हैं।
2025-09-24 14:42:44एक बार फिर से डोनाल्ड ट्रंप ने कहा कि भारत और पाकिस्तान का युद्ध उन्होंने ने रुकवाई है, भारत पाकिस्तान समेत साथ युद्ध रुकवाने का दावा डोनाल्ड ट्रंप ने किया है दरअसल संयुक्त राष्ट्र महासभा के 80 वे सत्र में बोलते हुए डोनाल्ड ट्रंप ने युद्ध रुकवाने का क्रेडिट अपने नाम कर लिया है, उन्होंने सत्र में दवा किया कि भारत पाकिस्तान सहित उन्होंने 7 युद्ध को खत्म करवाया है डोनाल्ड ट्रंप ने कहा 'सिर्फ सात महीनों की अवधि में मैंने 7 अकल्पनीय युद्धों को समाप्त कर दिया है। इसमें कंबोडिया और थाईलैंड, कोसोवो और सर्बिया, कांगो और रवांडा, पाकिस्तान और भारत, इजरायल और ईरान, मिस्र और इथियोपिया, आर्मेनिया और अजरबैजान भी शामिल हैं।'डोनाल्ड ट्रंप ने कहा मैंने 7 युद्ध को समाप्त करवाए है,हर हर कोई कहता है कि मुझे इन कामयाबियों के लिए नोबेल शांति पुरस्कार मिलना चाहिए, लेकिन मेरी असली पुरस्कार यह है कि जंग में मारे जाने वाले लोगों की जान बच गई
2025-09-24 11:12:59पाकिस्तान ने अपने ही लोगो पर हमला करके 30 लोगो को मौत के घाट उतार दिया है. मरने वालो में महिलाओ और बच्चे शामिल है. आतंकवाद और आतंकवादियों को जन्म देने वाला पाकिस्तान अपने लोगो को मार रहा है. पाकिस्तान ने खैबर पख्तूनख्वा में हवाई हमला करके 30 नागरिको को मार दिया है. सूत्रों के मुताबिक इस हवाई हमले में 20 से ज्यादा लोग घायल है प्राप्त जानकारी के अनुसार रविवार और सोमवार की दरम्यानी रात 2 बजे ये हमला हुआ, पाकिस्तान के वायु सेना ने तिराह घाटी स्थित गांव पर कम से कम 8 एलएस-6 बम गिराने के लिए JF -17 लड़ाकू विमानों का इस्तेमाल किया. इस हवाई हमले में 30 निर्दोष नागरिको की जान चली गई और 20 से ज्यादा घायल हुए है स्थानीय लोगो ने बताया की गाँव के सभी लोग सो रहे थे, अचानक तेज धमाकों की आवाज सुनाई दी, ये एयरस्ट्राइक इतना भयंकर था की गावँ तबाह हो गए। कई घर ध्वस्त हो चुके है, सोशल मीडिया में तस्वीरें सामने आई है. जिसमे लोगो की चीखे और तबाही का मंजर साफ नजर आ रहा है. पाकिस्तानी अधिकारी और सेना ने इस हमले को लेकर चुपी साधे हुए है।
2025-09-22 15:50:49ऑल इंडिया जमात के राष्ट्रीय अध्यक्ष मौलाना शहाबुद्दीन रजवी ने शरीयत के हवाले से कहा है की फिल्म देखना नाजायज और हराम है। आगे उन्होंने कहा की जो लोग फिल्म देखते है वो लोग नाजायज काम करते है. ये बातें मौलाना शहाबुद्दीन रजवी ने यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ पर रिलीज हुई फिल्म ‘अजय’ के बारे में पत्रकारों की ओर से पूछे गए सवाल के जवाब में दिया । मौलाना शहाबुद्दीन रिजवी ने मुसलमानों से कहा कि वे किसी भी फिल्म को देखने से बचें। मौलाना ने शरीयत का हवाला देते हुए बताया कि इस्लाम में फिल्म देखना हराम है, चाहे वह फिल्म मोदी या योगी के जीवन पर बनी हो। उन्होंने चेतावनी दी कि अगर कोई मुसलमान फिल्म देखता है तो वह इस्लाम का अपराधी माना जाएगा। जो लोग फिल्म देखते है वो लोग नाजायज काम करते है.उन्होंने आगे कहा कि कौन सी फिल्म है? किसकी फिल्म है? इससे उनका लेना देना नहीं है। वह फिल्म अजय हो या विजय, योगी जी पर बनी हो या मोदी जी पर। उन्होंने मुस्लिम युवाओं से अपील की है कि न तो फिल्म देखें, न ही दूसरों को दिखाएं। उन्होंने केवल फिल्म ही नहीं बल्कि खेल-कूद, नाच-गाना, ढोल-नगाड़ा इन सब को नाजायज और हराम बताया है। जो इन बातों पर अमल करेगा, उसे सवाब मिलेगा। जो अमल नहीं करेगा, वह गुनहगार होगा।
2025-09-20 17:14:03अमेरिका के साउथ कैरोलिना से गुजरातियों के लिए एक दुखद खबर सामने आई है। पिछले 23 सालों से यहाँ बसी बोरसाद की किरणबेन पटेल की गोली मारकर हत्या कर दी गई है। किरणबेन साउथ कैरोलिना में एक स्टोर चलाती थीं। यह घटना कैसे हुई?प्राप्त जानकारी के अनुसार, एक नकाबपोश युवक उनकी दुकान में घुसा और लूटपाट के इरादे से अंधाधुंध गोलीबारी शुरू कर दी। जिसमें किरणबेन पटेल को आठ से ज़्यादा गोलियां लगने की वजह से उनकी मौत हो गई. किरणबेन के दो बच्चे हैं, एक बेटा जो यूके में रहता है और एक बेटी जो कनाडा में रहती है। यह घटना तीन दिन पहले हुई थी।जानकारी के अनुसार, यह घटना तीन दिन पहले रात के समय हुई जब किरणबेन दुकान बंद करके घर जाने की तैयारी कर रही थीं। उस समय वह नकदी गिन रही थीं। अचानक नकाबपोश आया और दुकान में घुसकर गोलीबारी शुरू कर दी। गोलीबारी में उन्हें 8 से ज्यादा गोलिया लगी जिसमे उनकी मौत हो गई
2025-09-19 17:33:11इजरायली सेना ने गाजा पट्टी में कम से कम 83 फिलिस्तीनियों को मार डाला, जिनमें गाजा शहर में 61 लोग शामिल हैं, जहां इजरायल के खिलाफ प्रतिबंधों की धमकियों के बावजूद एक बड़ा हमला जारी है ।अल जजीरा के हानी महमूद ने बताया कि इजरायली सेना उत्तर में लाखों फिलिस्तीनियों को भीड़भाड़ वाले मध्य और दक्षिणी गाजा में जाने के लिए "अत्यधिक दबाव" डालना जारी रखे हुए है।कतर पर इजरायल के हमले में बचे हमास के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि किस तरह उसके नेता मिसाइल हमलों की श्रृंखला से बाल-बाल बच गए।इजरायल के दक्षिणपंथी वित्त मंत्री बेजालेल स्मोट्रिच ने गाजा को संभावित रियल एस्टेट "बोनान्ज़ा" बताया है , तथा कहा है कि वह इसे विभाजित करने के लिए अमेरिका के साथ सक्रिय रूप से बातचीत कर रहे हैं।अक्टूबर 2023 से अब तक गाजा पर इज़राइल के युद्ध में कम से कम 65,062 लोग मारे गए हैं और 165,697 घायल हुए हैं। माना जा रहा है कि हज़ारों लोग मलबे में दबे हुए हैं। 7 अक्टूबर के हमलों में इज़राइल में कुल 1,139 लोग मारे गए थे और लगभग 200 लोगों को बंदी बना लिया गया था।लोगों के निकलने के लिए खोला गया रास्ताइजरायली सेना ने गाजा सिटी से दक्षिण की ओर जाने की खातिर 2 दिन के लिए एक नया रास्ता खोला है, ताकि लोग सुरक्षित निकल सकें। लेकिन उत्तरी गाजा में मुख्य नेटवर्क लाइनों पर हमलों के कारण बुधवार सुबह से इंटरनेट और टेलीफोन सेवाएं पूरी तरह ठप हैं। इससे लोग न तो मदद के लिए फोन कर पा रहे हैं, न ही निकासी की योजना बना पा रहे हैं। फिलिस्तीनी टेलीकम्युनिकेशन नियामक प्राधिकरण ने बताया कि इस वजह से गाजा सिटी के लोगों का बाहरी दुनिया से संपर्क टूट गया है। इजरायली सेना ने कहा कि वह इस घटना की जांच कर रही है और उसका निशाना संचार नेटवर्क नहीं है।Credit: AlJazeera
2025-09-18 14:23:33अमेरिका के दक्षिणी पेंसिल्वेनिया में ताबड़तोड़ गोलीबारी की घटना सामने आई है, फायरिंग की घटना में 3 पुलिस अधिकारियो की मौत से अमेरिका में खलबली मच गई है इसके साथ ही 2 लोग इस घटना में गम्भीररूप से घायल भी बताए जा रहे है जिनका इलाज चल रहा है। घायल अधिकारियों की हालत गंभीर बनी हुई है. हमलावरों को पुलिस ने मार गिराया है। क्यों हुई गोलीबारीप्राप्त जानकारी के अनुसार एक घरेलु विवाद की जाँच पड़ताल के लिए पुलिस पहुंची हुई थी जिसके बाद उनके ऊपर यह गोलीबारी की गई। इस भयावह फायरिंग की घटना में 3 पुलिस अधिकारियो की मौत हो गई है जबकि इस घटना में दो पुलिस कर्मी गंभीर रूप से घायल भी हुए हैं। पुलिस ने जवाबी कार्रवाई करते हुए हमलावर को मौके पर ही ढेर कर दिया। स्थानीय अधिकारियों और राज्य प्रशासन ने इस दुखद घटना की पुष्टि की है। जाँच जारी होने के कारण अब तक हमलावर और मृत पुलिसकर्मियों की पहचान सार्वजनिक नहीं की गई है। पेंसिल्वेनिया के गवर्नर जोश शापिरो ने घटना पर शोक जताया और कहा की, “हम तीन बहादुर आत्माओं को खो चुके हैं जिन्होंने इस काउंटी, इस राज्य और इस देश की सेवा की। समाज में इस तरह की हिंसा बर्दाश्त नहीं की जा सकती, हमें बेहतर करना होगा।”घायल अधिकारियों की हालत गंभीरघायल हुए दो पुलिस अधिकारियों को हेलीकॉप्टर से अस्पताल ले जाया गया। उनकी हालत गंभीर है। अधिकारियों ने हमलावर की पहचान उजागर नहीं की है, न ही यह बताया है कि मारे गए पुलिस अधिकारी किस एजेंसी से जुड़े थे। अटॉर्नी जनरल पामेला बॉन्डी ने इस घटना की निंदा की और इसे "समाज के लिए अभिशाप" बताया। उन्होंने कहा कि अधिकारी मामले की जाँच कर रहे हैं। पहले भी पुलिस पर हमले होते रहे हैं।
2025-09-18 12:44:42प्रधानमंत्री मोदी को उनके 75वें जन्मदिन पर दुनियाभर से बधाई मिलने का सिलसिला जारी है। इटली की पीएम जॉर्जिया मेलोनी ने भी पीएम मोदी को जन्मदिन की सुभकामनाएँ दी है। इटली की पीएम जॉर्जिया मेलोनी अपने एक्स हैंडल पर पीएम मोदी के साथ एक तस्वीर भी शेयर की है, जिसके कैप्शन में उन्होंने लिखा, "भारतीय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को 75वें जन्मदिन की हार्दिक शुभकामनाएं। उनकी शक्ति, उनका दृढ़ संकल्प और लाखों लोगों का नेतृत्व करने की उनकी क्षमता प्रेरणा का स्रोत है। मित्रता और सम्मान के साथ, मैं उनके स्वास्थ्य और ऊर्जा की कामना करती हूं ताकि वे भारत को एक उज्ज्वल भविष्य की ओर ले जा सकें और हमारे राष्ट्रों के बीच संबंधों को और मज़बूत कर सकें।"भारत के पीएम पीएम नरेंद्र मोदी की छवि एक वैश्विक नेता के तौर पर स्थापित हो चुकी है। उनकी विदेश नीति की वजह से भारत के तमाम देशों से रिश्ते मजबूत हुए हैं। और आगे फिर चाहें वो रूस, चीन, अमेरिका जैसी महाशक्तियां ही क्यों ना हों, पीएम मोदी की नीति का सभी लोग लोहा मानते हैं।आपको बता दें कि पीएम मोदी ने 2014 में प्रधानमंत्री बनने के बाद से कई देशों का दौरा किया है और भारत को इंटरनेशनल स्तर पर काफी पहचान दिलाई है। उनकी विदेश नीति की वजह से वह दुनियाभर में चर्चा में रहते हैं।
2025-09-17 17:21:41अफ्रीका महाद्वीप में पड़ने वाला देश सेशेल्स अपनी खूबसूरती के लिए जाना जाता है। यह अपने खूबसूरत समुद्र तटों, उष्णकटिबंधीय वनस्पतियों और समुद्री जीवन के लिए प्रसिद्ध है. यह एक द्वीपीय देश है जहां अलग -अलग समुदायों के लोग मिलजुलकर रहा करते हैं। आप सब को हैरानी होगी ये बात जानकर की जहाँ भारत में हिन्दू की सँख्या कम हो रही है, वही अफ्रीका महाद्वीप में पड़ने वाला देश सेशेल्स में हिन्दुओ की सँख्या बढ़ी है खूबसूरत देश सेशेल्स में हिंदू आबादी पिछले कुछ सालों में इतनी तेजी से बढ़ी है कि हर कोई चौंक गया है। जी हाँ 2022 की जनगणना के मुताबिक, सेशेल्स में हिंदुओं की कुल आबादी का 5.4% हो गई है, अगर हम साल 2010 की जनगणना के बारे बात करे तो तब हिन्दुओ की सँख्या 2.4% थी। यानी सिर्फ 12 सालों में हिंदू आबादी दोगुनी से भी ज्यादा हो गई! तो चलिए जानते है की खूबसूरत और छोटे देश में हिंदुओं की आबादी इतनी तेजी से कैसे बढ़ी।कैसे बढ़ता गया हिंदू आबादी का ग्राफ?सेशेल्स हिंद महासागर में स्थित 115 द्वीपों का एक द्वीपसमूह राष्ट्र है, जो अफ्रीकी महाद्वीप के पूर्व में और मेडागास्कर के उत्तर-पूर्व में स्थित है. यह अपने खूबसूरत समुद्र तटों, उष्णकटिबंधीय वनस्पतियों और समुद्री जीवन के लिए प्रसिद्ध है। इस धर्म में हिंदू धर्म दूसरा सबसे बड़ा धर्म बन चुका है।साल 1901 में यहां सिर्फ 332 हिंदू परिवार रहते थे और कुल आबादी में तमिल भाषा के लोग करीब 3,500 थे। 1987 में सेशेल्स में जहां हिंदुओं की तादाद महज 506 थी, वहीं 1994 में संख्या में उछाल देखने को मिली यहाँ संख्या / तादाद ये बढ़कर 953 हो गई। अब साल 2002 की बात करे तो इस देश में 1,700 हिंदू थे, और 2010 में ये तादाद 2,174 तक पहुंच गया। लेकिन सबसे बड़ा उछाल 2010 से 2022 के बीच देखने को मिला, जब हिंदुओं की संख्या 5,508 हो गई, यानी कुल आबादी का 5.4%!
2025-09-16 22:26:49अगर मै आप से कहु की अब टूटी हुई हाड़ियों को 3 मिनट में जोड़ा जा सकता है, तो आप आश्चर्यचकित हो जायेंगे की ऐसा कैसे संभव है। क्योकि टूटी हुई हड्डियों को जुड़ने में कम से कम 2 या 3 महीने लग जाते है, ऐसी कौन सी चीज़ है जिसे हड्डियां जुड़ जाएँगी वो भी मात्र 2 या 3 मिनटों में यानि अब 2 -3 महीनो का काम 2 -3 मिनटों में होने वाला है.जी हाँ तो चलिए जानते है की ऐसा कैसे संभव है जैसा की आप सभी जानते है की विज्ञानं का काम है नई नई चीज़े खोजना या विकसित करना है, विज्ञानी की दुनिया में तरह तरह के खोज होते रहते है और हर बार विज्ञान हमको आश्चर्यचकित कर ही देता है इस बार भी कुछ ऐसा ही हुआ है। इस बार बैज्ञानिकों ने एक ऐसी खोज की है जो आने वाले समय में मील का पत्थर साबित होगी। चीन के वैज्ञानिको ने ऐसा पदार्थ (ग्लू )विकसित किया है जो मात्र 2 या 3 मिनट में टूटी हुई हड्डियों को जोड़ सकता है.इसे बोन ग्लू नाम दिया गया है. यह दुनिया का पहला ऐसा बोन ग्लू है जो हड्डियों को जोड़ने के लिए मेटल इम्प्लांट की जरूरत को खत्म कर सकता है.इस खोज की सबसे खास बात यह है कि यह सीपों (mussels) से प्रेरित है. समुद्र में रहने वाली सीपें चट्टानों से चिपकने के लिए एक खास तरह का चिपचिपा पदार्थ बनाती हैं. वैज्ञानिकों ने इसी प्राकृतिक गुण को ध्यान में रखते हुए बोन ग्लू तैयार किया है. यह पूरी तरह बायोडिग्रेडेबल है, यानी यह शरीर में 6 महीने के अंदर घुल जाता है और किसी तरह का नुकसान भी नहीं करता है काम कैसे करता है बोन ग्लू ?बोन ग्लू एक जैविक चिपकने वाला पदार्थ है जिसे हड्डी के टूटे हिस्सों पर लगाया जाता है. यह 2–3 मिनट में सूखकर हड्डियों को मजबूती से जोड़ देता है. इसके बाद शरीर खुद इसे धीरे-धीरे एब्जॉर्ब कर लेता है. यह पारंपरिक मेटल इम्प्लांट की तरह शरीर में स्थायी नहीं रहता. ऑपरेशन के समय इसे आसानी से लगाया जा सकता है. यह शरीर के अंदर किसी प्रकार की एलर्जी या रिएक्शन नहीं करता.बोन ग्लू के फायदे:सर्जरी आसान और तेज होगी अब डॉक्टरों को मेटल रॉड या स्क्रू लगाने की जरूरत नहीं पड़ने वाली है . बोन ग्लू से हड्डी जोड़ना आसान और कम समय में संभव हो पाएगा .शरीर में कोई बाहरी पदार्थ नहीं रहेगा जैसे स्क्रू या मेटल चूंकि यह 6 महीने में ही शरीर में घुल जाता है, इसलिए भविष्य में किसी तरह की परेशानी नहीं होने वाली है.कम खर्च और कम दर्द मेटल इम्प्लांट की तुलना में यह तकनीक सस्ती हो सकती है और मरीज को कम दर्द होगा.बच्चों और बुजुर्गों के लिए सुरक्षित जिनके शरीर में मेटल इम्प्लांट रिस्क भरा होता है, उनके लिए यह तकनीक आने वाले समय में वरदान साबित हो सकती है.प्राकृतिक प्रेरणा से बना यह पूरी तरह नेचुरल इंस्पायर्ड है, जिससे शरीर इसे आसानी से स्वीकार कर लेता है.
2025-09-15 23:25:29थाईलैंड की संवैधानिक अदालत ने मंगलवार को सर्वसम्मति से प्रधानमंत्री पेटोंगटार्न पर नैतिक आचरण के उल्लंघन का आरोप लगाने वाली याचिका को स्वीकार कर लिया और 7-2 के मतों से उन्हें प्रधानमंत्री पद से निलंबित करने का फैसला सुनाया। अदालत ने पेटोंगटार्न को अपना पक्ष रखने और सबूत पेश करने के लिए 15 दिनों का समय दिया है।पेटोंगटार्न को हाल ही में कंबोडिया के साथ सीमा विवाद को लेकर असंतोष का सामना करना पड़ा है। 28 मई को हुई सशस्त्र झड़प में एक कंबोडियाई सैनिक की मौत हो गई थी। कंबोडियाई सीनेट के अध्यक्ष हुन सेन के साथ राजनयिक बातचीत के दौरान हुई एक फोन कॉल के लीक हो जाने से भारी विवाद और विरोध प्रदर्शन शुरू हो गए।अदालत के आदेश के बाद पेटोंगटार्न ने कहा कि वह इस प्रक्रिया को स्वीकार करते हैं और खुद का बचाव करने की पूरी कोशिश करेंगे। उन्होंने कहा कि उनका मकसद केवल देश की रक्षा करना और शांति बनाए रखना था।उन्होंने कहा, "मैं सिर्फ यही सोच रहा था कि कैसे संघर्ष से बचा जाए, कैसे सशस्त्र टकराव को टाला जाए, कैसे सैनिकों को किसी भी नुकसान से बचाया जाए। अगर मैंने किसी अन्य नेता से ऐसी कोई बात की होती जिससे नकारात्मक परिणाम होते, तो मैं खुद को कभी माफ नहीं कर पाता।"उम्मीद है कि उपप्रधानमंत्री सूरिया जुंगरुंगरुंगकिट कार्यवाहक प्रधानमंत्री की भूमिका संभालेंगे, हालांकि इसकी अभी आधिकारिक पुष्टि नहीं हुई है।मंगलवार सुबह थाई राजा महा वजिरालोंगकोर्न ने एक कैबिनेट फेरबदल को मंजूरी दी, जो लीक कॉल के कारण पेटोंगटार्न के गठबंधन में शामिल एक प्रमुख दल के बाहर हो जाने की वजह से जरूरी हो गया था। इस फेरबदल में भूमजाथाई पार्टी के नेता अनुतिन चार्विराकुल को उपप्रधानमंत्री पद से हटाया गया।पेटोंगटार्न ने नई कैबिनेट में प्रधानमंत्री के अलावा संस्कृति मंत्री का पद भी संभाला है, हालांकि यह स्पष्ट नहीं है कि निलंबन के बाद वे इस भूमिका की शपथ ले पाएंगे या नहीं।लीक कॉल के कारण उपजे आक्रोश का केंद्र पेटोंगटार्न की एक क्षेत्रीय सैन्य कमांडर पर की गई कथित टिप्पणी और कंबोडियाई नेता हुन सेन को खुश करने के प्रयास हैं, जो सीमा पर तनाव कम करने के उद्देश्य से किए गए थे।हजारों परंपरावादी और राष्ट्रवादी प्रदर्शनकारियों ने शनिवार को बैंकॉक के मध्य क्षेत्र में प्रदर्शन किया और पेटोंगटार्न के इस्तीफे की मांग की। पेटोंगटार्न नेशनल एंटी-करप्शन कमीशन द्वारा नैतिकता के उल्लंघन की एक अलग जांच का भी सामना कर रहे हैं, जिसका फैसला उन्हें पद से हटाने का एक और आधार बन सकता है।
2025-07-01 17:57:31भारत ने पाकिस्तान और पाक अधिकृत कश्मीर (POK) में आतंकवादी ठिकानों पर हमला किया है, जिसे 'ऑपरेशन सिंदूर' नाम दिया गया है. यह कार्रवाई जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकी हमले के जवाब में की गई है.हमले में कुल नौ जगहों को निशाना बनाया गया, जहां से आतंकवादी हमलों की योजना बनाई जा रही थी और उन्हें निर्देशित किया जा रहा था.भारत ने कहा, "हमारी कार्रवाई केन्द्रित, नपी-तुली और गैर-बढ़ावा देने वाली रही है. किसी भी पाकिस्तानी सैन्य प्रतिष्ठान को निशाना नहीं बनाया गया है. भारत ने लक्ष्यों के चयन और निष्पादन के तरीके में काफी संयम दिखाया है."यह हमला जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए बर्बर आतंकवादी हमले के लगभग दो सप्ताह बाद हुआ है, जिसमें पाकिस्तानी आतंकवादियों ने एक पर्यटक स्थल पर 26 नागरिकों की गोली मारकर हत्या कर दी थी.भारत द्वारा हमले की घोषणा के कुछ ही मिनटों बाद भारतीय सेना ने एक्स पर पोस्ट किया और कहा, "न्याय हुआ. जय हिंद."एक्सप्रेस ट्रिब्यून की रिपोर्ट के अनुसार, पाकिस्तान की सेना ने बुधवार को पुष्टि की कि भारतीय मिसाइल हमलों ने पाकिस्तानी क्षेत्र के अंदर तीन स्थानों - मुजफ्फराबाद, कोटली और बहावलपुर के अहमद ईस्ट क्षेत्र को निशाना बनाया.इंटर-सर्विसेज पब्लिक रिलेशंस (डीजी आईएसपीआर) के महानिदेशक लेफ्टिनेंट जनरल अहमद शरीफ चौधरी के अनुसार, इस हमले में एक बच्चे की मौत हो गई, जबकि एक पुरुष और एक महिला गंभीर रूप से घायल हो गए. देर रात प्रेस वार्ता के दौरान, डीजी IRPR ने कहा, "अब से कुछ समय पहले भारत ने बहवलपुर के अहमद ईस्ट इलाके में सुभानउल्लाह मस्जिद, कोटली और मुजफ्फराबाद में तीन जगहों पर हवाई हमले किए."
2025-05-07 04:33:24नई दिल्ली : नेपाल के पूर्व नरेश ज्ञानेंद्र शाह इस सप्ताह देश में हुए हिंसक विरोध प्रदर्शन के पीछे मुख्य सूत्रधार हैं . गणतंत्र समर्थक राजनीतिक दलों की एक महत्वपूर्ण बैठक में शाह पर यह आरोप लगाया गया . बैठक प्रधानमंत्री केपी शर्मा ओली की ओर से बुलाई गई थी .पूर्व राजा ने की साजिश स्थानीया मीडिया की रिपोर्ट के अनुसार, दलों ने पूर्व राजा पर संविधान को कमजोर करने और संघीय लोकतंत्रिक गणतंत्र प्राणली को उखाड़ फेंकने की साजिश रचने का आरोप लगाया . गृहमंत्री रमेश लेखक ने कहा कि संविधान की रक्षा, राष्ट्रीय विकास और सार्वजानिक सुरक्षा सुनिश्चत करने के लिए राजनीतिक दलों के बीच एकजुट होने पर आम सहमति है .विरोधियों का करेंगे मुकाबला बैठक के बाद प्रेस को संबोधित करते हुए लेखक ने कहा, किसी भी संविधान विरोधी को बर्दश नहीं किया जाएगा. अलग-अलग दलों के बीच विभिन्न मुद्दों पर असहमति के बावजूद, पूर्व पीएम बाबूराम भट्टराइ जो नेपाल समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष भी हैं. उन्हेंने सुझाव दिया कि शाह के समर्थन में हाल ही में की गई गणतंत्र विरोधियों का मुकाबला करने के लिए उन्हें एकजूट होना चाहिए . राजशाही की बहाली की मांगराजधानी काठमांडू के कुछ इलाकों में शुक्रवार ( 29 मार्च, 2025) को तनाव बढ़ गया, क्योंकि सुरक्षाकर्मियों और राजशाही समर्थक प्रदर्शनकारियों के बीच हिंसक झड़पों में दो लोगों की मौत हो गई और सैकड़ों लोग घायल हो गए। ये लोग नेपाल में समाप्त हो चुकी राजशाही की बहाली की मांग कर रहे थे।
2025-03-31 15:08:26अमेरिका के केंटकी में कथित अपराध में रंगेहाथ पकड़े गए गुजराती युवक-युवती को गिरफ्तार कर लिया गया है। मोंटिसेलो पुलिस विभाग के अनुसार, 19 मार्च को गिरफ्तार किए गए दोनों आरोपी जॉर्जिया के डाल्टन शहर के निवासी हैं, जो केंटकी में नकदी से भरा पार्सल लेने आए थे। फिलहाल, ये दोनों युवक-युवती जेल में हैं। उनकी पहचान अमित पटेल और दिशा पटेल के रूप में हुई है, हालांकि पुलिस ने उनके आपसी संबंधों को स्पष्ट नहीं किया है।मोंटिसेलो पुलिस के मुताबिक, 37 वर्षीय अमित पटेल और 28 वर्षीय दिशा पटेल को बुधवार शाम करीब 5:30 बजे गिरफ्तार किया गया। वे दोनों एक कार में सवार थे, जिसे कैसल और इल्क स्ट्रीट्स के चौराहे पर रोका गया। अमित और दिशा पर एक बुजुर्ग महिला से 80,000 डॉलर की ठगी करने का आरोप है। मामला 12 मार्च का है, जब पीड़िता के कंप्यूटर पर एक संदेश पॉप-अप हुआ, जिसमें एक नंबर दिया गया था और उस पर तुरंत कॉल करने के लिए कहा गया था।जब पीड़िता ने उस नंबर पर फोन किया, तो उसकी बात एक युवक और युवती से हुई, जिन्होंने खुद को फेडरल ट्रेड कमीशन (FTC) के अधिकारी बताया। उन्होंने दावा किया कि पीड़िता का कंप्यूटर हैक हो गया है और उसका निजी डेटा चोरी कर लिया गया है। इसे वापस पाने के लिए उसे एक निश्चित रकम चुकानी होगी।ठगों के निर्देशानुसार, पीड़िता ने 14 मार्च को बैंक से 52,000 डॉलर निकाले और उनकी रसीद ठगों के साथ साझा की। इसके बाद, उसे नकदी को जूते के डिब्बे में भरकर अपने घर के बाहर रखने के लिए कहा गया। अदालत में पेश दस्तावेजों के अनुसार, निर्धारित दिन और समय पर पीड़िता के घर के पास एक कार आई, जिसमें पीछे की सीट पर रखे नकदी से भरे बॉक्स को ले जाया गया।पीड़िता से पहली बार 17 मार्च को 32,000 डॉलर की ठगी की गई, और फिर 19 मार्च को इसी तरह से 50,000 डॉलर की ठगी हुई। दोनों बार, अमित पटेल और दिशा पटेल ही पीड़िता के घर गए थे, और उनकी कार भी वही थी। हालांकि, इस बार पुलिस को उनकी हरकतों की खबर मिल चुकी थी। जब वे नकदी से भरा बॉक्स लेकर निकले, तो पुलिस ने उनका पीछा किया और एक जगह पर उन्हें रोककर तलाशी ली। कार से नकदी से भरा बॉक्स बरामद किया गया।अमेरिकी मीडिया रिपोर्टों के अनुसार, दोनों आरोपी वर्तमान में वेन काउंटी जेल में बंद हैं। उनके खिलाफ संगठित अपराध में संलिप्तता और 10,000 डॉलर से अधिक की धोखाधड़ी सहित कई आरोप लगाए गए हैं। मामले की जांच अभी भी जारी है।यह ठगी का तरीका अमेरिका में नया नहीं है। कई गुजराती नागरिक पहले भी इस तरह के अपराध में शामिल पाए गए हैं और जेल की सजा काट रहे हैं। हाल ही में, इसी प्रकार के अपराध में जॉर्जिया में भार्गव पटेल नामक एक युवक को दक्षिण कैरोलिना से गिरफ्तार किया गया था।अमेरिकी नागरिकों को यह विश्वास दिलाकर कि उनके बैंक खाते हैक हो गए हैं, उनसे ठगी करने का यह तरीका वर्षों से चला आ रहा है। हाल ही में, अप्रैल 2024 में, फ्लोरिडा में रहने वाली एक वृद्ध महिला से 1.5 मिलियन डॉलर ठगने के आरोप में श्वेता पटेल नाम की एक गुजराती महिला को गिरफ्तार किया गया था।जो आरोपी एक से अधिक राज्यों में अपराध करते हैं, उनके लिए जमानत पर छूटना मुश्किल हो जाता है। यही कारण है कि कई गुजराती नागरिक वर्षों से जेल में हैं। कुछ दिन पहले, 2023 में इसी तरह की ठगी करने वाले सागर पटेल नामक गुजराती को अदालत ने छह साल की जेल की सजा सुनाई थी।सागर पटेल ने अदालत से दलील दी थी कि उसने अमेरिका में कोई अन्य अपराध नहीं किया है और उसे केवल दो साल की सजा दी जाए। हालांकि, न्यायाधीश ने उसकी दलील को खारिज कर दिया और उसे छह साल की जेल की सजा सुनाई। इसके साथ ही, उसे पीड़िता से ठगे गए 1.44 लाख डॉलर भी लौटाने का आदेश दिया गया। सागर पटेल, जो अवैध रूप से अमेरिका में रह रहा था, को सजा सुनाए जाने के बाद आईसीई (इमिग्रेशन एंड कस्टम्स एनफोर्समेंट) द्वारा हिरासत में लेने की प्रक्रिया शुरू कर दी गई। इससे पहले, एक अन्य गुजराती नागरिक को छह साल की सजा पूरी होने से पहले ही अमेरिका से डिपोर्ट कर दिया गया था।
2025-03-24 15:38:49क्या भारत का नंबर वन दुश्मन ध्वस्त हो गया है? जी हां, आतंकी हाफिज सईद को लेकर बड़ा दावा किया जा रहा है. लश्कर-ए-तैयबा चीफ हाफिज सईद के मारे जाने का दावा है. पाकिस्तान में गुपचुप चर्चा है कि आतंकी हाफिज सईद का भी गेमओवर हो गया है.सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स और पाकिस्तानी हैंडल पर हाफिज सईद पर हमले का दावा किया जा रहा है. एक्स पर तो हाफिज सईद ट्रेंड कर रहा है. कई अकाउंट से दावा किया गया कि पाकिस्तान के पंजाब प्रांत में झेलम इलाके में जमात-उद-दावा मुखिया और मुंबई हमले का मास्टरमाइंड हाफिज सईद मारा गया है. हालांकि, इसकी कोई पुष्टि नहीं हो पाई है.NIA ने उसे वांटेड घोषित किया था. आर्मी समेत तमाम सुरक्षा एजेंसियों के लिए ये आतंकी बड़ा सिरदर्द बन गया था.आतंकी अबु कताल, हाफिज सईद का भी बेहद करीबी था. हाफिज मुंबई हमले का मास्टरमाइंड है. 26/11 मुंबई आतंकी हमले में 166 लोगों की मौत हुई थी. लश्कर-ए-तैयबा के 10 पाकिस्तानी आतंकियों ने मुंबई के कई स्थानों पर हमला किया था. इस घटना को लेकर पाकिस्तान और भारत के बीच रिश्ते बिगड़ गए. दोनों देशों के बीच युद्ध जैसे हालात पैदा हो गए.हाफिज सईद ने ही जम्मू कश्मीर पर बड़े हमले करने की जिम्मेदारी अबु को दी थी. हाफिज ने ही अबु को लश्कर का चीफ ऑपरेशनल कमांडर बनाया था. हाफिज सईद ही अबु को ऑर्डर देता था, जिसके बाद वो कश्मीर में बड़े हमलों को अंजाम देता था.बताते चलें कि 9 जून को जम्मू कश्मीर रियासी के शिव-खोड़ी मंदिर से लौट रहे तीर्थयात्रियों की बस पर आतंकियों ने हमला किया था, उस हमले का एक मास्टरमाइंड भी अबु कताल सिंघी ही था. इसके अलावा, कश्मीर में कई बड़े हमलों का मास्टरमाइंड भी अबु कताल को माना गया. एनआईए ने 2023 के राजौरी हमले में अबु कताल को जिम्मेदार ठहराया था.कौन है आतंकी हाफिज सईद?हाफिज सईद भारत का मोस्ट वांटेड आतंकी है. भारत सरकार उसके प्रत्यर्पण में जुटी हुई है. हाफिज सईद भारत की मोस्ट वांटिड आतंकवादियों की लिस्ट में शामिल है. इतना ही नहीं, वह 26-11 के मुंबई हमलों का मास्टरमाइंड है. साथ ही हाफिज सईद पुलवामा अटैक का भी मास्टरमाइंड है. भारत के अलावा भी कई अन्य देशों ने हाफिज सईद को आतंकवादी घोषित किया है. हाफिज सईद और उसके संगठन पर अमेरिका ने इनाम भी घोषित किया है. हाफिज सईद का आंतकी संगठन लश्कर-ए-तैयबा है. इस आतंकी संगठन पर लगभग 1 करोड़ डॉलर का इनाम है. आतंकी फंडिंग मामले में हाफिज सईद जेल में बंद किया जा चुका है.
2025-03-16 09:33:25भारतीय विदेश मंत्री एस. जयशंकर ब्रिटेन की यात्रा पर गए हैं। विदेश मंत्री एस जयशंकर पर ब्रिटेन यात्रा के दौरान हमले की कोशिश की गई। हालाँकि, इस बारे में भारत या ब्रिटेन की ओर से कोई आधिकारिक बयान नहीं आया है। रिपोर्ट के अनुसार, यह घटना उस समय हुई जब वे लंदन में एक समारोह से लौट रहे थे। खालिस्तानियों ने जयशंकर सहित कई भारतीय अधिकारियों को बार-बार धमकाया है।जानकारी के अनुसार, खालिस्तानी चरमपंथियों ने गुरुवार को लंदन में जयशंकर पर हमला करने का प्रयास किया। यह घटना उस समय घटी जब वह चैथम हाउस थिंक टैंक में एक कार्यक्रम में भाग लेने के बाद अपनी कार की ओर लौट रहे थे।रिपोर्ट के अनुसार, एक वीडियो में एक व्यक्ति तेजी से जयशंकर की कार के पास आता हुआ दिखाई दे रहा है, उसके हाथ में भारतीय राष्ट्रीय ध्वज, तिरंगा है, जिसे वह फाड़ देता है। हालाँकि, लंदन पुलिस तुरंत उस व्यक्ति को पकड़ लेती है और उसे सड़क के किनारे ले जाती है।ब्रिटेन और आयरलैंड की अपनी 6 दिवसीय यात्रा के दौरान विदेश मंत्री उच्च स्तरीय वार्ता, विदेश नीति संबंधी बैठकें और भारतीय समुदाय के साथ विचार-विमर्श करेंगे। विदेश मंत्रालय ने कहा कि यह यात्रा दोनों देशों के साथ भारत के मैत्रीपूर्ण संबंधों को नई गति प्रदान करेगी।उन्होंने कहा कि उन्होंने बुधवार को अपने ब्रिटिश समकक्ष डेविड लैमी के साथ द्विपक्षीय संबंधों सहित विभिन्न मुद्दों पर चर्चा की। लेम्मी ने जयशंकर की मेजबानी की। केंट स्थित चेवनिंग हाउस में दो दिनों तक नेताओं के बीच विचार-विमर्श हुआ। इसमें मुक्त व्यापार समझौते से लेकर रूस और यूक्रेन के बीच चल रहे युद्ध तक कई मुद्दे शामिल हैं।
2025-03-06 12:52:01Credit: Indian Express Gujaratiदुनिया के पहले सीरियल किलर जैक द रिपर ने पांच महिलाओं की बेरहमी से हत्या कर दी थी, लेकिन वह कभी पकड़ा नहीं गया। हालाँकि, इस दावे के बावजूद कि डीएनए परीक्षण से मामला सुलझ गया है, कई रहस्य अभी भी अनसुलझे हैं। आइये इन हत्याओं के बारे में चौंकाने वाले तथ्यों पर नजर डालें, जिनमें इतिहास के सबसे डरावने पात्रों में से एक जैक द रिपर की कहानी भी शामिल है।लंदन स्थित विश्व प्रसिद्ध मोम संग्रहालय मैडम तुसाद के चैंबर ऑफ हॉरर्स में चौंकाने वाले वास्तविक जीवन के अपराधों को प्रदर्शित किया गया है। इसके सबसे कुख्यात व्यक्तियों में जैक द रिपर शामिल है, जिसके बारे में माना जाता है कि उसने 1888 में लंदन के ईस्ट एंड में व्हाइटचैपल और उसके आसपास कम से कम पांच महिलाओं की हत्या की थी, फिर भी वह कभी पकड़ा नहीं जा सका।लेखक रसेल एडवर्ड्स ने अपनी पुस्तक नेमिंग जैक द रिपर: द बिगेस्ट फोरेंसिक ब्रेकथ्रू सिंस 1888 (2014) में इसे दुनिया का सबसे बड़ा, सबसे प्रसिद्ध अनसुलझा अपराध बताया है, जो दुनिया भर से पर्यटकों को लंदन के ईस्ट एंड की सड़कों पर खींच लाता है।रिपर हत्याकांड की वीभत्स प्रकृति और पीड़ितों की दयनीय स्थिति ने ईस्ट एंड की भयावह जीवनशैली को उजागर किया है, जिससे वहां की भीड़भाड़ वाली और अस्वास्थ्यकर मलिन बस्तियों के खिलाफ जनता में आक्रोश फैल गया है। लेकिन जैक द रिपर कौन था? उसके शिकार कौन थे? और क्या इस भयावह किंवदंती के पीछे कोई आदमी था, जैसा कि हालिया रिपोर्टों में दावा किया गया है?ईस्ट एंड, लंदन, 19वीं सदी का अंत1800 के दशक में ईस्ट एण्ड एक विशाल, गंदी, भीड़भाड़ वाली झुग्गी बस्ती थी, जो वहां रहने वाले लोगों की संख्या को संभालने के लिए संघर्ष कर रही थी। एडवर्ड्स के अनुसार, इसका मुख्य कारण वहां स्थित 'बदबूदार उद्योग' थे, जिनमें शराब बनाने के कारखाने, बूचड़खाने और चीनी रिफाइनरियां शामिल थीं, जिन्होंने औद्योगिक क्रांति के दौरान कई प्रवासी श्रमिकों को इस क्षेत्र की ओर आकर्षित किया था।यहां शरण लेने वालों में 1800 के दशक के मध्य में आयरिश आलू अकाल के पीड़ित और बाद में पूर्व से आए यहूदी शरणार्थी भी शामिल थे। बाद वाला मामला दिलचस्प है।मार्च 1881 में, रूस के ज़ार अलेक्जेंडर द्वितीय की हत्या से निराधार अफ़वाहें फैलीं कि इसके लिए यहूदी जिम्मेदार हैं, जिसके परिणामस्वरूप पूर्वी यूरोप में व्यापक उत्पीड़न और हिंसक हमले हुए, जिन्हें 'पोग्रोम्स' (विनाश) के रूप में जाना जाता है। उत्पीड़न से बचने के लिए हजारों रूसी, जर्मन, हंगरी और पोलिश यहूदियों ने लंदन में शरण ली और 1887 तक 28,000 यहूदी आप्रवासी व्हाइटचैपल के पूर्वी क्षेत्र में आवासों में रहने लगे।एडवर्ड्स ने उनके आगमन को स्थानीय आबादी और अन्य आप्रवासी समूहों में असंतोष का कारण बताया है, उन्होंने आगे लिखा है कि टाइफाइड, हैजा और यौन रोग व्यापक थे, और इस क्षेत्र में पूरे लंदन में सबसे अधिक जन्म दर, सबसे अधिक मृत्यु दर और सबसे कम विवाह दर थी।पुरुषों ने छोटे-मोटे काम करने शुरू कर दिए, कुछ लोग छोटे-मोटे और हिंसक अपराध करने लगे, जिससे व्हाइटचैपल रात के समय असुरक्षित हो गया। महिलाएं फूल बेचकर, कढ़ाई करके, दिवाली मनाकर जीवित रहने के लिए संघर्ष करती थीं, या फिर जब उन्हें अपने व्यवसाय के लिए कोई आश्रय नहीं मिलता था, तो वे धुंधली रोशनी वाली सड़कों पर भटकती थीं, जिसके लिए सिर्फ चार पैसे खर्च करने पड़ते थे - एक रात रुकने का।एडवर्ड्स ने लिखा, "वेश्यावृत्ति गैरकानूनी थी, लेकिन पुलिस ने इस पर आंखें मूंद लीं, क्योंकि उन्हें लगता था कि अगर वे इसे ईस्ट एंड से बाहर निकाल देंगे तो यह अधिक सम्मानजनक क्षेत्रों में फैल जाएगी।" ये महिलाएं सड़क लुटेरों का आसान शिकार बन गईं और अक्सर उन पर क्रूर हमले किए गए।पांच महिलाओं की नृशंस हत्यापांच क्रूर हत्याएं, जिन्हें कैनोनिकल फाइव के नाम से जाना जाता है, का श्रेय मुख्य रूप से जैक द रिपर को दिया जाता है। जैसा कि एडवर्ड्स बताते हैं, इन हमलों की मुख्य विशेषता उनकी “क्रूर क्रूरता” थी। पीड़ितों - मैरी एन निकोल्स, ऐनी चैपमैन, एलिजाबेथ स्ट्राइड, कैथरीन एडवोस और मैरी जेन केली - की हत्याओं में उल्लेखनीय समानताएं थीं। अधिकांश महिलाएं अपने पतियों से अलग हो चुकी थीं, जीवनयापन के लिए संघर्ष कर रही थीं तथा शराब की गंभीर लत से जूझ रही थीं।पहली ज्ञात पीड़िता मैरी एन निकोल्स ने 1864 में मुद्रक विलियम निकोल्स से विवाह किया था। उनके अशांत रिश्ते के कारण कई बार तलाक हुआ और 1880 तक वे हमेशा के लिए अलग हो गए, विलियम ने अपनी शराब पीने की आदत के लिए उसे दोषी ठहराया। शुरू में उन्होंने उसे प्रति सप्ताह पांच शिलिंग भेजे, लेकिन जब उन्हें पता चला कि 1882 तक वह वेश्यावृत्ति में लग गयी थी, तो उन्होंने भुगतान करना बंद कर दिया।वह भयानक रात 30 अगस्त 1888 की थी। मैरी एन को आखिरी बार 2.30 बजे जीवित देखा गया था, जैसा कि उनकी मित्र एमिली ने एक संक्षिप्त बातचीत के बाद बताया। इसके बाद वह व्हाइटचैपल रोड के साथ पूर्व की ओर चली गईं और फिर कभी जीवित नहीं देखी गईं।कुछ घंटों बाद दो लोगों की नजर उसके निर्जीव शरीर पर पड़ी। घटनास्थल पर पहुंचे पीसी नील ने अपनी टॉर्च से भयावह दृश्य को रोशन किया। एडवर्ड्स बताते हैं, "उसके खुले हाथ हथेलियाँ ऊपर की ओर थीं, और उसके पैर बाहर और थोड़े अलग थे। "गले के घाव से खून बह रहा था।" भयावह घटना के बावजूद कोई संदिग्ध नहीं मिला।दहशत तब और बढ़ गई जब एक अन्य महिला, 47 वर्षीय एनी चैपमैन की निर्मम हत्या के मात्र नौ दिन बाद ही लाश बरामद हुई। उसकी हत्या का तरीका भी मैरी एन निकोल्स जैसा ही था।“लंदन आज एक बड़े आतंक के साये में है। एक अनाम बदमाश - आधा जानवर, आधा इंसान - खुला घूम रहा है, जो समुदाय के सबसे दुखी और असहाय वर्गों पर रोजाना अपनी जानलेवा प्रवृत्ति को संतुष्ट कर रहा है..." ऐसे शब्दों के साथ अखबारों ने बढ़ती दहशत को बढ़ा-चढ़ाकर पेश किया।अगली हत्याएं 30 सितम्बर 1888 की सुबह में हुईं, जो एनी चैपमैन की मृत्यु के तीन सप्ताह से भी कम समय बाद हुई। एडवर्ड्स लिखते हैं कि, "दो वेश्याएं, एलिजाबेथ स्ट्राइड और कैथरीन एडवोस, एक घंटे के अंतराल पर और दो अलग-अलग स्थानों पर मार दी गईं।"पांच क्रूर हत्याओं में से अंतिम हत्या मैरी जेन केली की थी, जिसका शव शुक्रवार, 9 नवंबर 1888 की सुबह पाया गया था। अपनी पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट में वेस्टमिंस्टर ए डिवीजन पुलिस सर्जन डॉ. थॉमस बॉन्ड ने कहा कि केली की चोटों की गंभीरता से यह स्पष्ट हो गया कि हत्यारे को बुनियादी शारीरिक ज्ञान का भी अभाव था: "मेरे विचार से, उसके पास कसाई, घोड़ा काटने वाले या मृत जानवरों को काटने वाले किसी भी व्यक्ति के तकनीकी ज्ञान का भी अभाव है।संदिग्धजैक द रिपर 19वीं सदी के मीडिया का ध्यान आकर्षित करने वाले पहले सीरियल किलर में से एक बन गया। जैसे ही संदिग्ध व्यक्तियों की खबरें सामने आईं, ईस्ट एंड में नागरिक अशांति भड़क उठी। अंतिम शिकार की मृत्यु के बाद, व्हाइटचैपल किलर को एक यहूदी कसाई, एक भागे हुए पागल, एक पागल मेडिकल छात्र, एक हत्यारी चुड़ैल और शाही परिवार के सदस्य के रूप में भी संदर्भित किया गया।समय के साथ, कई नाम सामने आए, जिनमें चार्ल्स लुडविग भी शामिल था, जो एक अस्थिर जर्मन हेयर ड्रेसर था, जिसने एक बार एक अंधेरी गली में एक महिला को चाकू मार दिया था। एलिजाबेथ स्ट्राइड की हत्या के बाद, स्वीडिश मूल के यात्री निकानोर बेनेलियस से पूछताछ की गई, भले ही उसका विवरण हत्यारे से मेल नहीं खाता था। बाद में उन्हें माइल एण्ड में पुनः गिरफ्तार कर लिया गया, लेकिन उन्हें संदेह से मुक्त कर दिया गया।एक सिद्धांत पर भी व्यापक चर्चा हुई। उन्होंने सुझाव दिया कि हत्यारा एक महिला हो सकती है - जिल द रिपर, संभवतः एक दाई जो अवैध गर्भपात करती थी और जिसकी ईस्ट एंड की महिलाओं तक पहुंच थी।एक और दिलचस्प सिद्धांत 1970 के दशक में सामने आया, जब डॉ. थॉमस स्टोवेल ने प्रस्ताव दिया कि प्रिंस अल्बर्ट विक्टर क्रिश्चियन एडवर्ड - जिन्हें प्रिंस एडी के नाम से जाना जाता था - सिफलिस से प्रेरित पागलपन से पीड़ित थे, और उन्होंने ईस्ट एंड में वेश्याओं की हत्या करने का दुस्साहस किया था।जबकि अनेक अन्य संदिग्धों के नाम उनकी पृष्ठभूमि का विवरण देने वाली पुस्तकों में दिए गए हैं, एक नाम अपरिवर्तित रहा है: आरोन मोर्दकै कोस्मिंस्की। एक दर्जी के बेटे, कोस्मिंस्की का जन्म 1865 में मध्य पोलैंड के कालीज़ प्रांत में हुआ था। मात्र 10 वर्ष की आयु में ही उन्होंने अपने पिता को खो दिया। बाद में उनका परिवार नए अंग्रेजी नामों के साथ इंग्लैंड भाग गया।1888 तक, यहूदी आप्रवासियों का केन्द्र बिन्दु, ईस्ट एण्ड, यहूदी-विरोधी आक्रोश का केन्द्र बन चुका था। यहूदी आप्रवासियों पर बेरोजगार ब्रिटिश-जन्मे श्रमिकों से नौकरियां छीनने तथा वेतन कम करने का आरोप लगाया गया था।तीव्र कठिनाई के इस दौर ने कोस्मिंस्की परिवार सहित कई आप्रवासियों को प्रभावित किया। इन कठिनाइयों के बावजूद, एडवर्ड्स सहित कई विशेषज्ञों का तर्क है कि आरोन कोस्मिंस्की रिपर हत्याओं में शामिल हो सकता है।क्या मामला सुलझ गया?जिज्ञासा और दृढ़ संकल्प से प्रेरित, लेखक रसेल एडवर्ड्स और ब्रिटेन स्थित शिक्षाविद डॉ. जारी लुहेलेनन ने इतिहास के सबसे वीभत्स अपराध रहस्यों में से एक को उजागर करने के लिए 2011 में अथक खोज शुरू की।उनकी यात्रा 2007 में एक नीलामी से शुरू हुई, जब एडवर्ड्स ने एक शॉल खरीदा, जिसके बारे में माना जाता है कि वह कैथरीन एडडोवेस की थी, जो रिपर की पीड़ितों में से एक थी। कैथरीन एडडोवेस की तीन बार परपोती रही कैरेन मिलर के डीएनए विश्लेषण सहित एक सावधानीपूर्वक प्रक्रिया के माध्यम से, उन्होंने शॉल के उसके साथ संबंध की पुष्टि की। इस सफलता के साथ, उन्होंने कोस्मिंस्की परिवार के वंशज की खोज की, ताकि यह पता लगाया जा सके कि क्या आरोन कोस्मिंस्की वास्तव में जैक द रिपर था, जिसका डीएनए पदार्थ भी शॉल पर पाया गया था।अनेक बाधाओं के बाद और मामले की गहन जांच करने वाले पूर्व लेखकों के कार्यों का संदर्भ लेने के बाद, अंततः उन्हें आरोन कोस्मिंस्की की बहन मटिल्डा लुब्नोव्स्की के वंशज का पता चला, जो परीक्षण कराने के लिए सहमत हो गई। परिणाम आश्चर्यजनक थे। जब जारी ने एक दिशा में संरेखण चलाया तो 99.2 प्रतिशत समानता पाई गई, तथा जब दूसरी दिशा में चलाया तो 100 प्रतिशत पूर्ण मिलान पाया गया।2013 के आसपास, उनके पास आरोन कोस्मिंस्की को जैक द रिपर बताने के लिए महत्वपूर्ण सबूत थे। उनके डीएनए और उनकी बहन के वंशज के डीएनए के बीच पूर्ण मिलान के साथ, मामला बंद हो गया।अपनी कड़ी मेहनत और जांच पर विचार करते हुए, एडवर्ड्स ने निष्कर्ष निकाला, "वह नाम कभी नहीं मिटेगा।" लेकिन अब, जारी लुहेलेनन की वैज्ञानिक प्रतिभा और मेरे दृढ़ संकल्प, दृढ़ता और विचलित न होने की वजह से, हमें इसका असली नाम मिल गया है।”फिर भी, कुछ लोग अब भी तर्क देते हैं कि यह साबित करने के लिए सबूत अपर्याप्त हैं कि कोस्मिंस्की वास्तव में जैक द रिपर था। क्या वह अकेले काम कर रहा था? क्या केवल पांच महिलाओं की हत्या हुई थी? क्या केवल एक शॉल से यह पुष्टि हो सकती है कि सभी पांच हत्याएं उसी ने की थीं? इनके उत्तर अभी भी कई अनसुलझे रहस्यों में छिपे हुए हैं।आप JHBNEWS हिंदी को यहां सोशल मीडिया पर फ़ॉलो कर सकते हैंफेसबुक पर JHBNEWS हिंदी खबर पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें.यहां इंस्टाग्राम पर JHBNEWS हिंदी को फॉलो करें।यूट्यूब पर JHBNEWS हिंदी वीड़ियो देखने के लिए यहां क्लिक करें।JHBNEWS हिंदी को ट्विटर पर फ़ॉलो करने के लिए यहां क्लिक करें।हमारे WHATSAPP पर JHBNEWS हिंदी से जुड़ने के लिए यहां क्लिक करें।
2025-02-19 14:45:28तिब्बत से दिल्ली तक 10 भूकंप: दिल्ली-एनसीआर के इलाकों में आज सुबह भूकंप के तेज झटके महसूस किए गए। इसका केन्द्र दिल्ली बताया जा रहा है। भूकंप की तीव्रता 4 मापी गई है। भूकंप सुबह 5:37 बजे आया। भूकंप इतना तेज था कि लोग अपने घरों से बाहर भाग निकले। तिब्बत से दिल्ली तक 31 घंटे में 10 बार महसूस किए गए भूकंप के झटकेतिब्बत से लेकर दिल्ली और बिहार तक पिछले 31 घंटों में भूकंप के 10 झटके महसूस किए गए हैं। 16 फरवरी को अपराह्न 3:52 बजे तिब्बत में 3.5 तीव्रता का भूकंप महसूस किया गया। इसके बाद दूसरा झटका सुबह 8:59 बजे, तीसरा 9:58 बजे और चौथा झटका 11:59 बजे महसूस किया गया। इस भूकंप की तीव्रता 3.5 से 4.5 मापी गई। पिछले कुछ घंटों में चार भूकंप के झटके महसूस किए जाने के बाद तिब्बत के लोग दहशत में हैं। इसके अलावा पिछले कुछ घंटों में अरुणाचल, तिब्बत, इंडोनेशिया और भारत में भी भूकंप के झटके महसूस किए गए हैं।दिल्ली में भूकंप क्यों आया?भूगर्भशास्त्रियों का कहना है कि दिल्ली हिमालय के निकट स्थित है। हिमालय से निकटता के कारण दिल्ली को 'भूकंपीय क्षेत्र' माना जाता है। हिमालय पर्वत का निर्माण भारतीय और यूरेशियाई टेक्टोनिक प्लेटों के टकराव के कारण हुआ था, जिसके कारण इस क्षेत्र में अक्सर भूकंप आते रहते हैं।इसके अलावा, दिल्ली की मिट्टी रेतीली और गादयुक्त है, जो भूकंप के दौरान अस्थिर हो सकती है और इमारतों को नुकसान पहुंचा सकती है। इसीलिए कहा जा रहा है कि अगर दिल्ली में तेज भूकंप आया तो भारी नुकसान हो सकता है।आप JHBNEWS हिंदी को यहां सोशल मीडिया पर फ़ॉलो कर सकते हैंफेसबुक पर JHBNEWS हिंदी खबर पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें.यहां इंस्टाग्राम पर JHBNEWS हिंदी को फॉलो करें।यूट्यूब पर JHBNEWS हिंदी वीड़ियो देखने के लिए यहां क्लिक करें।JHBNEWS हिंदी को ट्विटर पर फ़ॉलो करने के लिए यहां क्लिक करें।हमारे WHATSAPP पर JHBNEWS हिंदी से जुड़ने के लिए यहां क्लिक करें।EQ of M: 4.0, On: 17/02/2025 08:02:08 IST, Lat: 25.93 N, Long: 84.42 E, Depth: 10 Km, Location: Siwan, Bihar. For more information Download the BhooKamp App https://t.co/5gCOtjdtw0 @DrJitendraSingh @OfficeOfDrJS @Ravi_MoES @Dr_Mishra1966 @ndmaindia pic.twitter.com/nw8POEed0M— National Center for Seismology (@NCS_Earthquake) February 17, 2025
2025-02-17 14:56:56अमेरिका में अवैध रूप से रह रहे भारतीयों को वापस उनके वतन भेजा जा रहा है। इसके तहत आज एक अमेरिकी सैन्य विमान ने 104 भारतीयों को अमृतसर के श्री गुरु रामदासजी अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डे पर उतारा। इनमें 33 गुजराती शामिल हैं। इसमें पंजाब के 30 लोग शामिल हैं। इन 104 भारतीयों में 25 महिलाएं, 13 नाबालिग और 72 पुरुष शामिल हैं। 33 गुजरातियों को अमृतसर हवाई अड्डे पर रखा जाएगा, जहां से उन्हें गुजरात भेजा जाएगा।अमेरिका ने अवैध रूप से रह रहे हरियाणा, गुजरात, उत्तर प्रदेश और महाराष्ट्र के निवासियों को वापस भेजने का आदेश दिया था। आज वापस लाए गए 104 भारतीयों में से 33 गुजरात के हैं। इनमें से मेहसाणा और गांधीनगर से 12-12 लोग वापस आ चुके हैं। जबकि सूरत से 4 और अहमदाबाद से 2 लोग इसमें शामिल पाए गए हैं। इस विमान में वडोदरा, खेड़ा और पाटन से एक-एक व्यक्ति भी सवार था। सूत्रों के अनुसार, वापस लौटे 104 भारतीयों में से 30 पंजाब से, 33-33 हरियाणा और गुजरात से, 3-3 महाराष्ट्र और उत्तर प्रदेश से तथा 2 चंडीगढ़ से हैं। इन भारतीयों को लेकर अमेरिकी सेना का सी-17 विमान टेक्सास के सैन एंटोनियो से भारतीय समयानुसार सुबह 3 बजे रवाना हुआ और इसके लगभग 24 घंटे में भारत पहुंचने की उम्मीद थी। राष्ट्रपति बनने के बाद डोनाल्ड ट्रम्प ने आदेश दिया कि पुलिस और संघीय एजेंसियों की मदद से खोजे गए अवैध आप्रवासियों को ग्वाटेमाला, पेरू और होंडुरास निर्वासित किया जाए। इस ऑपरेशन में अब तक यह पहली बार है कि भारत जैसे दूर देशों से घुसपैठियों को वापस घर भेजने की कवायद की गई है।पंजाब पुलिस ने हवाई अड्डे पर कड़ी सुरक्षा व्यवस्था की थी। पंजाब के डीजीपी गौरव यादव ने कल कहा कि हमने मुख्यमंत्री के साथ बैठक की और इस मुद्दे पर चर्चा की। उन्होंने निर्देश दिया है कि अमेरिका से निर्वासित लोगों को प्रेम से स्वीकार किया जाए।अमेरिका से लौटे गुजरात के लोगअमेरिका में 18,000 अवैध भारतीय अप्रवासीप्रधानमंत्री मोदी ने 27 जनवरी 2025 को अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प के साथ टेलीफोन पर बातचीत की। जिसमें पता चला कि भारत ने अमेरिका में अवैध रूप से रह रहे भारतीयों को वापस बुलाने का फैसला किया है। अनुमान के अनुसार, लगभग 18,000 भारतीय अमेरिका में अवैध रूप से रह रहे हैं। जिन्हें भारत भेजा जा रहा है। अमेरिका में विभिन्न देशों के 7.25 लाख से अधिक लोग अवैध रूप से रह रहे हैं।आप JHBNEWS हिंदी को यहां सोशल मीडिया पर फ़ॉलो कर सकते हैंफेसबुक पर JHBNEWS हिंदी खबर पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें.यहां इंस्टाग्राम पर JHBNEWS हिंदी को फॉलो करें।यूट्यूब पर JHBNEWS हिंदी वीड़ियो देखने के लिए यहां क्लिक करें।JHBNEWS हिंदी को ट्विटर पर फ़ॉलो करने के लिए यहां क्लिक करें।हमारे WHATSAPP पर JHBNEWS हिंदी से जुड़ने के लिए यहां क्लिक करें।
2025-02-05 15:20:38राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के आदेश के बाद अमेरिका ने प्रवासियों के खिलाफ बड़ा अभियान शुरू किया और सामूहिक देशनिकास शुरू किया। इस अभियान के तहत, सोमवार को अमेरिका से प्रवासियों को लेकर एक अमेरिकी सैन्य विमान भारत के लिए रवाना हुआ। एक अमेरिकी C-17 सैन्य विमान प्रवासियों को लेकर उड़ान भर चुका है। रॉयटर्स की रिपोर्ट के अनुसार, अमेरिकी अधिकारियों ने पुष्टि की है कि विमान कम से कम 24 घंटे में भारत पहुंच जाएगा।अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के व्हाइट हाउस लौटने के बाद भारत के लिए यह पहला देशनिकास होगा। अमेरिकी राष्ट्रपति ट्रंप और विदेश मंत्री मार्को रुबियो ने प्रधानमंत्री मोदी और विदेश मंत्री एस. जयशंकर के साथ बातचीत के दौरान अमेरिका में अवैध रूप से रह रहे भारतीयों का मुद्दा उठाया था। इससे पहले, भारत अवैध प्रवासियों को वापस लेने पर सहमत हो चुका था। रिपोर्ट के अनुसार, भारत 18,000 अवैध प्रवासियों को वापस लेगा।सैन्य सहायता से देशनिकास अभियान:ट्रंप प्रशासन ने अवैध प्रवासियों के खिलाफ अभियान में सहायता के लिए अमेरिकी सेना की मदद मांगी है। इसके लिए अमेरिका-मेक्सिको सीमा पर अतिरिक्त सैनिकों की तैनाती की गई है। प्रवासियों को वापस भेजने के लिए सैन्य विमानों का उपयोग किया जा रहा है और उन्हें रखने के लिए सैन्य ठिकाने स्थापित किए गए हैं। अब तक, देशनिकास उड़ानें अवैध प्रवासियों को ग्वाटेमाला, पेरू और होंडुरास भेज चुकी हैं। रिपोर्ट के अनुसार, भारत सबसे दूरस्थ देश होगा जहां यह देशनिकास उड़ान पहुंचेगी।ट्रंप और मोदी के बीच प्रवास मुद्दे पर चर्चा:पिछले महीने शपथ ग्रहण के बाद प्रधानमंत्री मोदी के साथ पहली टेलीफोन वार्ता में, ट्रंप ने कहा था कि उन्होंने प्रवासन मुद्दे पर चर्चा की थी और भारत अवैध प्रवासियों को वापस लेने के लिए उचित कदम उठाएगा। व्हाइट हाउस ने कहा था कि दोनों नेताओं के बीच सकारात्मक बातचीत हुई और उन्होंने दोनों देशों के बीच सहयोग को मजबूत करने पर चर्चा की।ब्लूमबर्ग की रिपोर्ट के अनुसार, भारत और अमेरिका ने लगभग 18,000 भारतीय प्रवासियों की पहचान की है जो अवैध रूप से अमेरिका में रह रहे हैं। अमेरिका द्वारा जारी किए गए अधिकांश H-1B वीजा भारतीयों को मिले हैं। ट्रंप ने अपने चुनाव प्रचार के दौरान कहा था कि यदि वे चुने जाते हैं, तो अमेरिका के इतिहास में सबसे बड़ा देशनिकास अभियान शुरू किया जाएगा।आप JHBNEWS हिंदी को यहां सोशल मीडिया पर फ़ॉलो कर सकते हैंफेसबुक पर JHBNEWS हिंदी खबर पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें.यहां इंस्टाग्राम पर JHBNEWS हिंदी को फॉलो करें।यूट्यूब पर JHBNEWS हिंदी वीड़ियो देखने के लिए यहां क्लिक करें।JHBNEWS हिंदी को ट्विटर पर फ़ॉलो करने के लिए यहां क्लिक करें।हमारे WHATSAPP पर JHBNEWS हिंदी से जुड़ने के लिए यहां क्लिक करें।
2025-02-04 14:31:05भारतीय मछुआरों पर श्रीलंकाई नौसेना की फायरिंग की घटना सामने आई है जो मंगलवार ( 28 जनवरी ) सुबह डेल्फ्ट द्वीप के पास श्रीलंकाई नौसेना की गोलीबारी में पांच भारतीय मछुआरे घायल हो गए, जिनमें से दो की हालत गंभीर बताई जा रही है. जबकि तीन अन्य मछुआरों को हल्की चोटें लगी हैं.जानकारी के अनुसार, मछुआरों का दल परुथी थुराई के पास मछली पकड़ रहा था, तभी उन्हें श्रीलंकाई नौसेना की गश्ती नाव ने घेर लिया. श्रीलंकाई नौसेना ने समुद्री सीमा पार करने के आरोप में एक मछली पकड़ने वाली नाव और 13 मछुआरों को गिरफ्तार कर लिया. मछुआरों द्वारा नाव को तमिलनाडु की ओर ले जाने का प्रयास करने पर श्रीलंकाई नौसेना ने कथित तौर पर गोलीबारी की थी, जिसमें एक श्रीलंकाई नौसेना अधिकारी भी सवार था. एक मछुआरे के पैर में गोली लगी, जबकि दूसरा किसी वस्तु के प्रहार से घायल हो गया. गिरफ्तार मछुआरों को कांगेसंतुरई पुलिस को सौंप दिया गया.इस घटना पर भारत के विदेश मंत्रालय (MEA) ने इस कार्रवाई की कड़ी आलोचना की और मामले की जांच के लिए नई दिल्ली में श्रीलंका के कार्यवाहक उच्चायुक्त को बुलाया। विदेश मंत्रालय ने कहा, 'हम इस मामले की कड़ी आलोचना करते हैं. इन मामलों पर कार्रवाई नहीं की जायेगी. हमने कार्रवाई की मांग की है. साथ ही, भारतीय वाणिज्य दूतावास ने उन घायल मछुआरों से मुलाकात की जिनका जाफना अस्पताल में इलाज चल रहा था। उन्होंने जरूरी इलाज और मुआवजे की भी मांग की है.विदेश मंत्रालय ने अपने बयान में कहा गया है, "13 में से घायल दो मछुआरों का वर्तमान में जाफना टीचिंग अस्पताल में उनका इलाज चल रहा है."विदेश मंत्रालय ने कहा कि उसी जहाज पर सवार तीन और मछुआरों को मामूली चोटें आईं और उन्हें इलाज के लिए अस्पताल में भर्ती कराया गया है. इस बीच जाफना में भारतीय वाणिज्य दूतावास के अधिकारियों ने घायल मछुआरों से मुलाकात की है और उन्हें हर संभव मदद करने का आश्वासन दिया.
2025-01-28 17:46:55चीन के AI मॉडल ने दुनिया भर में हलचल मचा दी है। जनवरी 2025 में चीन की डीपसीक एआई लैब ने अपना नया AI मॉडल DeepSeek-V3 लॉन्च किया। नए डीपसीक-वी3 ने अपने लॉन्च के साथ वैश्विक तकनीकी जगत को हिलाकर रख दिया। चीन के ''ChatGPT'' मॉडल ने अमेरिकी आईटी दिग्गजों को मुश्किल में डाल दिया है क्योंकि इसने कृत्रिम बुद्धिमत्ता में अमेरिका को नंबर 1 का ताज पहनाया है।पिछले कुछ वर्षों में, OpenAI, Meta और Google जैसी कंपनियां अमेरिका में AI विकास में सबसे आगे रही हैं। लेकिन अब चीन ने DEPSIK-V3 को लेकर बड़ा दांव खेला है. DeepSec-V3 एक ऐसा मॉडल है जो दुनिया के कुछ बेहतरीन AI सिस्टम को चुनौती दे रहा है, जबकि इसकी निर्माण लागत बहुत कम है।दिलचस्प बात यह है कि चीन के डीपसीक-वी3 मॉडल का लॉन्च भी एक आश्चर्य है क्योंकि अमेरिका ने चीन की प्रगति को धीमा करने के लिए एनवीआईडीआईए के शक्तिशाली चिपसेट जैसे प्रमुख एआई हार्डवेयर का उपयोग करने पर प्रतिबंध लगा दिया है। इन चुनौतियों के बावजूद, डिप्सिक ने साबित कर दिया है कि नवाचार सभी परिस्थितियों में हो सकता है।DeepSeek V3 बढ़िया है क्योंकि यह अन्य AI मॉडल के समान ही प्रदर्शन करता है, लेकिन इसे बनाने में बहुत कम पैसे खर्च होते हैं। यह चीन के उन्नत हार्डवेयर प्रतिबंधों के कारण भी महत्वपूर्ण है। आमतौर पर, प्रतिस्पर्धी एआई सिस्टम के निर्माण के लिए अरबों डॉलर की आवश्यकता होती है, और डीपसीक की सफलता से पता चलता है कि रचनात्मक दृष्टिकोण के साथ सीमित बजट पर भी शक्तिशाली एआई मॉडल विकसित करना संभव है। हालाँकि, सबसे बड़ा तथ्य यह है कि डीपसीक-वी3 ओपन-सोर्स है, जिसका अर्थ है कि दुनिया भर के डेवलपर्स इसे एक्सेस कर सकते हैं, यहां तक कि उन जगहों पर भी जिनके पास महंगे एआई टूल में निवेश करने के लिए बहुत कम पैसा है।DeepSeek-V3 की लॉन्चिंग बेहद अहम है. अमेरिका ने बड़े एआई मॉडल को प्रशिक्षित करने के लिए आवश्यक प्रमुख एआई चिप्स तक पहुंच को अवरुद्ध करने के लिए चीन पर लंबे समय से प्रतिबंध लगाए हैं। इन प्रतिबंधों का उद्देश्य चीन को एआई में तेजी से आगे बढ़ने से रोकना था, लेकिन डीपसीक-वी3 की सफलता से पता चलता है कि ये प्रतिबंध उस तरह काम नहीं कर पाए जैसी अमेरिका को उम्मीद थी। महंगे हार्डवेयर पर भरोसा करने के बजाय, डिप्सिक के इंजीनियरों ने मौजूदा तकनीक को और अधिक कुशल बनाने के नए तरीके ढूंढे और चीनी तकनीकी उद्योग को यह सोचने के लिए मजबूर किया कि एआई सिस्टम कैसे काम करते हैं।यह भी पढ़ें:मध्य प्रदेश के 17 धार्मिक क्षेत्रों में शराबबंदी : मोहन यादव का बड़ा फैसलाउत्तराखंड में कल से लागू होगा समान नागरिक संहिता, जानिए सीएम पुष्कर सिंह धामी ने क्या कहा ?DeepSeq-V3 दुनिया में चल रही AI रेस में बदलाव का संकेत है। जैसा कि अमेरिकी कंपनियां एआई विकसित करने के लिए काम करना जारी रखती हैं, दीपसिक की सफलता से पता चलता है कि नवाचार अक्सर कड़े नियमों के बावजूद सबसे अप्रत्याशित स्थानों में भी हो सकता है। डीपसेक के नए मॉडल के साथ, अमेरिका पर अब एआई में लगातार निवेश करने का दबाव है और नई रचनात्मकता के साथ काम करने की चुनौती है, खासकर समय की कमी के तहत। डीपसीक के उभरने से पता चलता है कि चीन अब एआई सेगमेंट में एक मजबूत प्रतिस्पर्धी है।DeepSeek-V3 खुला स्रोत है, जिसका अर्थ है कि इसका उपयोग विकासशील देशों की छोटी कंपनियों और शोधकर्ताओं सहित दुनिया भर के डेवलपर्स द्वारा किया जा सकता है। यह दुनिया भर में एआई तकनीक का विस्तार करने और प्रमुख वित्तीय सहायता के बिना देशों के लिए नवाचार को सुलभ बनाने में मदद कर सकता है। अब जब चीन एआई की दुनिया में एक मजबूत और बड़ा खिलाड़ी बन गया है, तो वैश्विक एआई नेतृत्व के लिए प्रतिस्पर्धा अधिक संतुलित होगी और एआई का भविष्य न केवल अमेरिका बल्कि दुनिया भर के कई देशों द्वारा तय किया जाएगा।आप JHBNEWS हिंदी को यहां सोशल मीडिया पर फ़ॉलो कर सकते हैंफेसबुक पर JHBNEWS हिंदी खबर पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें.यहां इंस्टाग्राम पर JHBNEWS हिंदी को फॉलो करें।यूट्यूब पर JHBNEWS हिंदी वीड़ियो देखने के लिए यहां क्लिक करें।JHBNEWS हिंदी को ट्विटर पर फ़ॉलो करने के लिए यहां क्लिक करें।हमारे WHATSAPP पर JHBNEWS हिंदी से जुड़ने के लिए यहां क्लिक करें।
2025-01-28 16:59:40पाकिस्तान के क्वेटा रेलवे स्टेशन पर शनिवार सुबह हुए बम विस्फोट में कम से कम 21 लोगों की मौत हो गई है और 30 लोग घायल हो गए हैं। यह विस्फोट ट्रेन के प्लेटफॉर्म पर पहुंचने से पहले रेलवे स्टेशन के बुकिंग कार्यालय में हुआ था।विस्फोट की सूचना मिलते ही पुलिस और बचावकर्मी विस्फोट स्थल पर पहुंच गए. क्वेटा के सिविल अस्पताल में आपात स्थिति लागू कर दी गई और घायलों के इलाज के लिए अतिरिक्त डॉक्टरों और पैरामेडिक्स को बुलाया गया। रेलवे अधिकारियों के मुताबिक, जफर एक्सप्रेस सुबह 9 बजे पेशावर के लिए रवाना होने वाली थी। अधिकारियों ने बताया कि जब विस्फोट हुआ तब ट्रेन प्लेटफॉर्म पर नहीं पहुंची थी. घायलों को मृतकों को सिविल अस्पताल क्वेटा पहुंचाया गया। घायलों की बढ़ती संख्या को देखते हुए अस्पताल में आपातकाल घोषित करना पड़ा। संकट से निपटने के लिए डॉक्टरों और पैरामेडिक्स समेत बाहर से अतिरिक्त चिकिस्ता कर्मियों को बुलाया गया।मीडिया सहयोगी को सिविल अस्पताल के चिकित्सा अधीक्षक ने बताया है कि पीड़ितों में महिलाएं और बच्चे भी शामिल हैं। एसएसपी ऑपरेशन मोहम्मद बलूच ने कहा कि विस्फोट के समय जब प्लेटफॉर्म पर बड़ी संख्या में यात्री मौजूद थे। बलूचिस्तान के मुख्यमंत्री सरफराज बुगती ने हमले की निंदा की और कहा कि इसके जिम्मेदार आतंकियों को छोड़ा नहीं जाएगा।
2024-11-09 13:16:51अमेरिका में डोनाल्ड ट्रंप ने राष्ट्रपति चुनाव जीत लिया है. हालांकि वोटों की गिनती अभी भी जारी है. इस बीच अमेरिकी मीडिया आउटलेट फॉक्स न्यूज ने ट्रंप की रिपब्लिकन पार्टी की जीत की घोषणा की है. ऑस्ट्रेलिया के प्रधानमंत्री ने भी ट्रंप को जीत की बधाई दी है. इस तरह ट्रंप अब अमेरिका के 47वें राष्ट्रपति बनेंगे.इस चुनाव अभियान के दौरान, दोनों प्रतिद्वंद्वियों ने सात स्विंग राज्यों पर ध्यान केंद्रित किया, जिनमें से सभी में ट्रम्प अग्रणी थे। ट्रम्प ने उनमें से दो में जीत हासिल की है, इस चुनावी प्रक्रिया में राष्ट्रपति बनने के लिए आवश्यक वोटों की संख्या 270 है, क्योंकि 538 इलेक्टोरल कॉलेज हैं और जीत के लिए 270 या अधिक की आवश्यकता है। ट्रंप 277 वोटों के साथ बहुमत का आंकड़ा पार कर चुके हैं, जबकि कमला हैरिस 226 वोटों के साथ पीछे चल रही हैं.Elon मस्क ने एक पोस्ट साझा की. जिसमें एलन मस्क ने डोनाल्ड ट्रंप के साथ अपनी फोटो शेयर की है. यह फोटो हाल ही की लग रही है, जिसमें वे मतगणना के दिन डाइनिंग टेबल पर बैठे एक-दूसरे से बात करते नजर आ रहे हैं. मस्क लगातार डोनाल्ड ट्रंप के समर्थन में प्रचार और पोस्ट कर रहे हैं. इतना ही नहीं, मस्क ने एक पोस्ट किया जिसमें एक एआई इमेज में उन्हें मंत्री पद की शपथ लेते हुए दिखाया गया। हालांकि, सरकार बनने के बाद वह कोई मंत्रालय संभालेंगे या नहीं, इस पर अभी तक कोई आधिकारिक जानकारी नहीं है।
2024-11-06 13:09:56अमेरिका में राष्ट्रपति चुनाव के लिए वोटिंग शुरू हो गई है। अमेरिका-कनाडा बॉर्डर से सटे न्यू हैम्पशायर में सोमवार आधी रात को पहला वोट डाला गया है। 7.8 करोड़ से अधिक अमेरिकी पहले ही अपने वोट डाल चुके हैं।अमेरिका में राष्ट्रपति चुनाव के लिए मंगलवार (आज) यानी 5 नवंबर को मतदान शुरू हो गया। रिपब्लिकन पार्टी के उम्मीदवार डोनाल्ड ट्रंप (78) और डेमोक्रेटिक पार्टी की प्रत्याशी कमला हैरिस (60) के बीच मुख्य मुकाबला है। 16 करोड़ मतदाता अपने मताधिकार का प्रयोग कर इनके भाग्य का फैसला करेंगे। मतदान खत्म होने के बाद ही मतगणना शुरू हो जाएगी और कल नतीजे आने की भी उम्मीद है।हैरिस वाशिंगटन डीसी में डेमोक्रेटिक नेशनल कमेटी मुख्यालय पहुंचींकमला हैरिस वाशिंगटन डीसी में डेमोक्रेटिक नेशनल कमेटी के मुख्यालय में कर्मचारियों और उनके अभियान के लिए फोन बैंकिंग करने वाले लोगों से मिलने पहुंची हैं। हैरिस ने कई मतदाताओं से फोन पर बात की, जहां उन्हें यह कहते हुए सुना गया कि यह बहुत महत्वपूर्ण है कि हर कोई भाग ले।ट्रंप शासनकाल के दौरान कैसे थे भारत-अमेरिका के रिश्तेट्रंप ने अपने पिछले शासनकाल में भारत से मोस्ट फेवर्ड नेशन का दर्जा वापस लिया था और भारतीय वस्तुओं शुल्क बढ़ाने की सिफारिश की थी। हालांकि ट्रंप के शासनकाल के आखिरी समय में अमेरिका के साथ मिनी व्यापार समझौते (एफटीए) को लेकर कमोबेश पूरी सहमति बन गई थी,लेकिन सत्ता परिवर्तन से उसे अंजाम नहीं दिया जा सका।
2024-11-06 02:25:20कनाडा के ब्रैम्पटन में रविवार को हिंदू सभा मंदिर में आए लोगों पर खालिस्तानी समर्थकों ने हमला कर दिया। हमलावरों के हाथों में खालिस्तानी झंडे थे। उन्होंने मंदिर में मौजूद लोगों पर लाठी-डंडे बरसाए। इसके बाद मौके पर पहुंची पुलिस ने भी श्रद्धालुओं के साथ मारपीट की। घटना का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल है।क्या बोले पीएम मोदी ?भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कनाडा में हिंदू मंदिर पर हुए इस हमले की कड़ी निंदा की है। उन्होंने कहा कि हमें कनाडा सरकार से कार्यवाही की उम्मीद है। ऐसी घटनाएं हमें कमजोर नहीं कर सकतीं।कनाडाई पीएम क्या कहा?इस बारे में कनाडाई प्रधानमंत्री जस्टिन ट्रूडो का कहना है कि ब्रैम्पटन में हिंदू सभा मंदिर में हुई हिंसा को स्वीकार नहीं किया जा सकता। हर कनाडाई को अपने धर्म का स्वतंत्र और सुरक्षित तरीके से पालन करने का अधिकार है।घटना के बाद से इलाके में तनाव है। भारी संख्या में पुलिस की तैनाती की गई है। पील रीजनल पुलिस चीफ निशान दुरईप्पा ने लोगों से संयम बरतने की अपील की।मंदिरों पर हमला और हाथापाई क्यों हुई?मुद्दा अब यह है कि ब्रम्पट और सर्दी के मंदिरों के बाहर ऐसी हरकत क्यों हुई? यह हमला मंदिर पर है या वहां दर्शन के लिए आए श्रद्धालुओं पर? या फिर हिंदुओं पर हमले के बहाने भारत सरकार के खिलाफ यह एक और साजिश है?
2024-11-04 23:25:55इजरायल के ईरान पर हमले के बाद एक बार फिर दोनों देशों में तकरार बढ़ गई है। इजरायल ने 25 अक्टूबर को ईरान के कई सैन्य ठिकानों और मिसाइल निर्माण इकाइयों को निशाना बनाया। इसमें कई ईरानी सैन्य अधिकारियों की मौत की भी खबर है। इस बीच ईरान मिलिट्री ने फिर एक खतरनाक ट्वीट किया है, जिसके जरिये उन्होंने ईरान में "मौत की बाढ़, बारिश और तबाही मचाने वाला पैगाम" भेजा है। मिडिल ईस्ट में छिड़ सकता है बड़ा युद्धहमले के बाद अमेरिका ने ईरान को चेतावनी दी है कि वो इजरायल से बदला लेने की न सोचे, लेकिन ईरान बदला लेने पर अड़ा हुआ है। ईरान ने कहा है कि वो अपनी सुरक्षा के लिए जरूरी कदम उठाता रहेगा। ईरान के बयान के बाद मिडिल ईस्ट में फिस से बड़ा युद्ध छिड़ने के आसार हो गए हैं।
2024-10-27 13:37:35इजरायल ने 25 दिन बाद जबावी कार्रवाई करते हुए ईरान पर बड़ा हमला किया है। ईरान के कई शहरों में धमाके हुए हैं। हालांकि, ईरानी मीडिया में कहा गया है कि ये हमले तेय संयंत्रों या परमाणु ठिकानों पर नहीं हुए हैं। सिर्फ सैन्य ठिकानों को निशाना बनाया गया है। इन हमले से ईरान में नुकसान की तत्काल कोई जानकारी नहीं है। इजरायल की सेना ने एक्स पर पोस्ट कर बताया कि हमने ईरान में सैन्य ठिकानों पर सटीक हमले किए हैं।ईरान ने एक अक्टूबर को इजरायल पर लगभग 180 मिसाइलें दागी थीं। इसके बाद इजरायल की तरफ से कहा गया था कि ईरान को इस हमले की कीमत चुकानी होगी और अब इजरायल की तरफ से जवाबी कार्रवाई की गई है। ईरानी अधिकारियों ने बार-बार इजरायल को हमला करने के खिलाफ चेतावनी दी है और कहा है कि ईरान पर किसी भी हमले का कड़ा जवाब दिया जाएगा।
2024-10-26 07:41:44अलजजीरा के अनुसार, तुर्किये के आंतरिक मंत्री ने कहा कि तुर्किये एयरोस्पेस और रक्षा कंपनी TUSAS के परिसर पर हुए हमले में कई लोग मारे गए और घायल हुए हैं। अली येरलिकाया ने राजधानी अंकारा के बाहरी इलाके में मौजूद तुर्किये एयरोस्पेस इंडस्ट्रीज पर हुए हमले के बारे में और जानकारी नहीं दी।बुधवार को तुर्किए एयरोस्पेस और रक्षा कंपनी TUSAS के परिसर पर आतंकी हमला और गोलीबारी हुई। इस हादसे में 10 से अधिक लोगों की मौत और कई लोग घायल हो गए हैं। तुर्किए के आंतरिक मंत्री ने इसकी पुष्टि करते हुए कहा कि बुधवार को तुर्किए की एयरोस्पेस और रक्षा कंपनी TUSAS के परिसर पर हुए हमले में कई लोग मारे गए या घायल हो गए हैं।
2024-10-23 19:56:56भारत और पाकिस्तान ने श्री करतारपुर साहिब कॉरिडोर पर अगले पांच साल के लिए समझौते को रिन्यू किया है। विदेश मंत्री एस जयशंकर ने ये जानकारी दी है। उन्होंने कहा है कि मोदी सरकार हमारे सिख समुदाय को उनके पवित्र स्थलों तक पहुंच की सुविधा प्रदान करना जारी रखेगी।ये जगह पाकिस्तान के पंजाब के नारोवाल जिले में आती है। यहीं पर करतारपुर बसा हुआ है। ये जगह लाहौर से 120 किलोमीटर दूर है और भारत-पाकिस्तान सीमा से सिर्फ तीन किलोमीटर दूर है।विदेश मंत्रालय ने बताया कि इस समझौते की समय सीमा बढ़ाने से भारतीय श्रद्धालु बिना किसी रुकावट के गुरुद्वारे के दर्शन कर सकेंगे। भारत ने पाकिस्तान से यह भी अपील की है कि वह हर तीर्थयात्री से ली जाने वाली 20 अमेरिकी डॉलर की सेवा शुल्क को हटाए। भारत पहले भी पाकिस्तान से इस शुल्क को हटाने का अनुरोध कर चुका है। क्या है करतारपुर साहिब?करतारपुर साहिब गुरुद्वारे को गुरुद्वारा दरबार साहिब के नाम से जाना जाता है। ये सिखों का प्रमुख धार्मिक स्थल है, क्योंकि यहां गुरु नानक देव ने अपने जीवन के आखिरी वर्ष बिताए थे। यहां नानक जी ने 16 सालों तक अपना जीवन बिताया था। बाद में इसी जगह पर गुरु नानक देव ने अपनी देह त्यागी। जिसके बाद यहां गुरुद्वारा दरबार साहिब बनाया गया।
2024-10-23 02:35:48प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ब्रिक्स सम्मेलन में हिस्सा लेने रूस के कजान पहुंच चुके हैं। इस बीच बड़ी खबर आ रही है कि बुधवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग के बीच द्विपक्षीय बैठक होगी। इसकी पुष्टि विदेश सचिव विक्रम मिसरी ने की है। पिछले चार साल से पूर्वी लद्दाख में भारत और चीन के बीच सीमा पर गतिरोध जारी है।रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने मंगलवार की रात BRICS नेताओं के लिए आयोजित डिनर में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का स्वागत किया। दोनों नेताओं को इस मौके पर गर्मजोशी से हाथ मिलाते हुए देखा गया।मौजूदा वैश्विक परिस्थितियों को देखते हुए एशिया के दोनों बड़े नेताओं के बीच होने वाली मुलाकात पर पूरी दुनिया की नजरें हैं।पीएम मोदी ने इस मौके पर यह भी कहा कि पिछले 3 महीनों में रूस की उनकी दूसरी यात्रा दोनों देशों के बीच ‘घनिष्ठ’ तालमेल और गहरे विश्वास को दर्शाती है।
2024-10-23 02:31:21प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी मंगलवार 22 अक्टूबर को 16वें ब्रिक्स सम्मेलन में भाग लेने रूस के दो दिवसीय यात्रा पर रवाना हो गए हैं. साउथ एशिया में भारत के बढ़ते कद को देखते हुए पीएम मोदी का यह दौरा काफी महत्वपूर्ण होने वाला है.रूस के कजान शहर पहुंचने के दो घंटे बाद ही उनकी पुतिन से द्विपक्षीय वार्ता होगी। यह पांच महीनों के भीतर दोनों नेताओं की दूसरी मुलाकात होगी।विभिन्न नेताओं से मिलने के लिए उत्सुक हूंरूस के लिए रवाना होने से पहले पीएम मोदी ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर इसकी सूचना दी. उन्होंने लिखा, "ब्रिक्स सम्मेलन में शामिल होने के लिए रूस के कजान जा रहा हूं. भारत ब्रिक्स के लिए बहुत महत्व देता है, और मैं वहां विषयों की एक विस्तृत श्रृंखला पर व्यापक चर्चा के लिए उत्साहित हूं. मैं वहां विभिन्न नेताओं से मिलने के लिए भी उत्सुक हूं."ब्रिक्स का ये है प्रमुख विषय16वें ब्रिक्स शिखर सम्मेलन का प्रमुख विषय 'न्यायसंगत वैश्विक विकास और सुरक्षा के लिए बहुपक्षवाद को मजबूत करना' है। इस विषय पर आयोजित होने वाला यह शिखर सम्मेलन नेताओं को प्रमुख वैश्विक मुद्दों पर चर्चा करने के लिए एक महत्वपूर्ण मंच प्रदान करेगा।
2024-10-22 08:56:37अमेरिका में जैसे-जैसे चुनाव की तारीख पास आ रही है, वैसै-वैसे चुनावी तरकीबे भी अपनाई जा रही है। इस कड़ी में रिपब्लिकन उम्मीदवार डोनाल्ड ट्रंप ने फिलाडेल्फिया में अलग तरीके से चुनाव प्रचार किया।अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति और रिपब्लिकन पार्टी की ओर से राष्ट्रपति पद के उम्मीदवार डोनाल्ड ट्रम्प इस वक्त अपने इलेक्शन कैंपेन में बहुत व्यस्त हैं। अपने वयस्त कार्यक्रमों में से उन्होंने कुछ समय निकालकर वह पेन्सिलवेनिया के मैकडॉनल्ड्स में रुके। इस दौरान उन्होंने फ्रेंच फ्राइज़ बनाने की कोशिश की। साथ ही उन्होंने उपराष्ट्रपति कमला हैरिस पर तंज भी कसा। उन्होंने कहा कि, "मुझे फ्रेंच फ्राइज बहुत पसंद है। मुझे यहां पर काम करना भी बहुत अच्छा लगता है।" आगे ट्रम्प ने कहा कि, "मैंने कमला से 15 मिनट अधिक काम किया।"
2024-10-21 09:58:20कनाडाई प्रधानमंत्री जस्टिन ट्रूडो ने बुधवार को स्वीकार किया कि पिछले साल खालिस्तानी अलगाववादी हरदीप सिंह निज्जर की हत्या में भारतीय सरकारी एजेंटों की संलिप्तता का आरोप लगाते समय उनके पास केवल खुफिया जानकारी थी और कोई ठोस सुबूत नहीं था। कनाडा के प्रधानमंत्री जस्टिस ट्रूडो ने स्वीकार किया है कि उन्होंने बिना किसी ठोस सबूत के खालिस्तानी अलगाववादी हरदीप सिंह निज्जर की हत्या में भारत सरकार के एजेंटों के शामिल होने का आरोप लगाया था। कनाडाई पीएम ने कहा कि पिछले साल आरोप लगाते समय उनके पास सिर्फ खुफिया जानकारी ही थी।इससे पहले पहले भारत कई बार यह स्पष्ट कर चुका है कि कनाडा ने निज्जर हत्यांकाड मामले में भारत को कोई सबूत नहीं दिए हैं। कनाडा हो या न्यूजीलैंड या कोई और भारत बिना ठोस सबूत के अपना रुख नहीं बदलेगा।आप JHBNEWS हिंदी को यहां सोशल मीडिया पर फ़ॉलो कर सकते हैंफेसबुक पर JHBNEWS हिंदी खबर पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें.यहां इंस्टाग्राम पर JHBNEWS हिंदी को फॉलो करें।यूट्यूब पर JHBNEWS हिंदी वीड़ियो देखने के लिए यहां क्लिक करें।JHBNEWS हिंदी को ट्विटर पर फ़ॉलो करने के लिए यहां क्लिक करें।हमारे WHATSAPP पर JHBNEWS हिंदी से जुड़ने के लिए यहां क्लिक करें।
2024-10-17 03:47:18भारत और कनाडा के बीच संबंधों में तनातनी दिखाई दे रही है। दोनों के बीच राजनयिक संबंध बिगड़ सकते हैं। दरअसल भारत सरकार ने कनाडा से उच्चायुक्त और अन्य लक्षित राजनयिकों और अधिकारियों को वापस बुलाने का फैसला किया है। भारतीय विदेश मंत्रालय ने कनाडा के राजदूत को नई दिल्ली तलब कर इस फैसले की जानकारी दे दी है। भारत ने कहा है कि उग्रवाद और हिंसा के माहौल में ट्रूडो सरकार की कार्रवाइयों ने अधिकारियों की सुरक्षा को खतरे में डाल दिया है, इसलिए हमें उनकी सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए मौजूदा कनाडाई सरकार की प्रतिबद्धता पर कोई भरोसा नहीं है।यह पहली बार नहीं है जब कनाडाई प्रधानमंत्री ट्रूडो चर्चा में आए हों, इससे पहले भी कई कारणों से वो सुर्खियों में आए हैं। आप JHBNEWS हिंदी को यहां सोशल मीडिया पर फ़ॉलो कर सकते हैंफेसबुक पर JHBNEWS हिंदी खबर पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें.यहां इंस्टाग्राम पर JHBNEWS हिंदी को फॉलो करें।यूट्यूब पर JHBNEWS हिंदी वीड़ियो देखने के लिए यहां क्लिक करें।JHBNEWS हिंदी को ट्विटर पर फ़ॉलो करने के लिए यहां क्लिक करें।हमारे WHATSAPP पर JHBNEWS हिंदी से जुड़ने के लिए यहां क्लिक करें।
2024-10-14 21:00:27पाकिस्तान के बलूचिस्तान स्थित एक कोयला खदान में बड़ा हमला हुआ है। हथियारबंद लोगों ने कोयला खदान में हमला बोला। अभी तक 20 लोगों की मौत की खबर है। घटना शुक्रवार तड़के बलूचिस्तान के डुकी इलाके की है। यहां स्थित जुनैद कोयला कंपनी की खदानों पर हथियारबंद लोगों ने हमला किया।पाकिस्तान के दक्षिण-पश्चिम इलाके में बंदूकधारियों ने 20 लोगों की हत्या कर दी और सात को घायल कर दिया। पुलिस के एक अधिकारी ने शुक्रवार को यह जानकारी दी। अशांत बलूचिस्तान प्रांत का यह ताजा हमला देश की राजधानी में आयोजित होने वाले एक प्रमुख सुरक्षा शिखर सम्मेलन से कुछ दिन पहले किया गया है। डुकी जिले के राजनीतिक प्रमुख हाजी खैरुल्लाह नासिर ने घटना के बारे में मीडिया को बताया कि अज्ञात हमलावरों ने गोलीबारी करते हुए कई लोगों की हत्या कर दी है। उन्होंने यह भी कहा कि हथियारों से लैस हमलावरों ने घटनास्थल से भागने से पहले खदानों और मशीनों में आग लगा दी।
2024-10-11 10:20:30प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने बृहस्पतिवार को लाओस में ऑस्ट्रेलिया, जापान और न्यूजीलैंड के प्रधानमंत्री से विशेष मुलाकात की। इस दौरान वह कई अन्य देशों के राष्ट्राध्यक्षों से भी मिले और भारत के साथ द्विपक्षीय संबंधों को मजबूती देने पर चर्चा की। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने गुरुवार को 21वें आसियान-भारत शिखर सम्मेलन में अपने संबोधन के बाद ऑस्ट्रेलियाई समकक्ष एंथनी अल्बनीज और क्वाड समूह के अन्य सदस्यों से मुलाकात की। सोशल मीडिया मंच 'एक्स' पर प्रधानमंत्री ने लिखा, मेरे मित्र पीएम अल्बनीज से मिलकर खुशी हुई।प्रधानमंत्री मोदी का यह दौरा लाओस के उनके समकक्ष सोनसाई सिपंडोन के निमंत्रण पर हो रहा है। भारत-आसियान शिखर सम्मेलन के बाद वह 19वें पूर्वी एशिया शिखर सम्मेलन में भी भाग लेंगे। यह यात्रा इसलिए भी महत्वपूर्ण है, क्योंकि इस साल भारत की एक्ट ईस्ट नीति के दस वर्ष पूरे हो रहे हैं।
2024-10-11 03:29:18पाकिस्तान के खैबर पख्तूनख्वा प्रांत की रहने वाली एक मुस्लिम लड़की पलोशा ने पिछले दिनों खुद को इस्लामिक स्कॉलर कहने वाले जाकिर नाइक से एक सवाल पूछ लिया। इस पर जाकिर नाइक भड़क गया और लड़की से ही सवाल पूछने के लिए माफी मांगने को कहने लगा।दरअसल, लड़की ने जाकिर नाइक से कहा, 'मैं ऐसे इलाके से आती हूं, जहां पश्तो बोली जाती है. मैं जहां से आती हूं, वहां पूरी तरह से इस्लामिक सोसायटी है. वहां महिलाएं बिना वजह घर से बाहर नहीं जातीं. हर जुमा (शुक्रवार) को तब्लीगी जमात के लोगों का बयान होता है. कुछ समय पहले वहां बड़ा तब्लीगी इज्तिमा भी हुआ. हमारे इलाके के लोग बहुत धार्मिक हैं. लेकिन क्या वजह हो सकती है कि वहां ड्रग एडिक्शन और बच्चों का यौन उत्पीड़न (Peadophile), सूदखोरी जैसी बुराइयां व्याप्त हैं. वहां सोसायटी क्यों बिखर रही है. बच्चों का उत्पीड़न करने वालों को उलेमा क्यों नहीं समझाते?.'यही नहीं जब लड़की ने अपने सवाल को फिर से दोहराया और माफी मांगने से इनकार कर दिया तो उसने कहा कि कितनी गलत बात है कि पहले तो इस्लाम पर तोहमत लगा दी और अब कहा कि माफी मांग लो तो उसके लिए भी तैयार नहीं है। पलोशा का कहना था कि मैं जहां की रहने वाली हूं, वहां लोग पूरी तरह से इस्लाम का पालन करती हैं। महिलाएं बिना किसी काम के बाहर नहीं जाती हैं। पुरुष नमाज नहीं पढ़ते, लेकिन जुमे पर तबलीगी जमात के कार्यक्रमों में जाते हैं। उन लोगों का सामाजिक व्यवहार भी मजहब के आधार पर है। इसके बाद भी वहां ड्रग एडिक्शन, सूदखोरी, व्यभिचार और बच्चों से यौन उत्पीड़न बढ़ रहा है। इन बुराइयों ने वहां जड़ें जमा ली हैं। पलोशा ने कहा कि आखिर इस पर उलेमा कुछ क्यों नहीं बोलते हैं, जबकि समाज का पतन हो रहा है। इस सवाल के जवाब में पहले तो जाकिर नाइक ने महिला पर हजारों की भीड़ में तंज कसा। जाकिर नाइक बोला, 'आप कहती हैं कि महिलाएं बिना काम के बाहर नहीं जाती हैं। मैं कहता हूं कि बिना काम के किसी को भी बाहर नहीं जाना चाहिए। पुरुषों को भी नहीं जाना चाहिए। मैं भी बिना काम के बाहर नहीं निकलता।' यही नहीं जाकिर नाइक ने कहा कि महिला का सवाल ही गलत है कि बच्चों से यौन उत्पीड़न होता है और ऐसा करने वाले लोग मुसलमान हैं। जाकिर नाइक बोला कि इस्लाम पेडोफिलिया (बच्चों से यौन संबंध) को गलत माना गया है। इसलिए यदि कोई मुसलमान है तो फिर वह पेडोफिलिया नहीं कर सकता है और यदि ऐसा करता है तो वह मुसलमान नहीं हो सकता।आप JHBNEWS हिंदी को यहां सोशल मीडिया पर फ़ॉलो कर सकते हैंफेसबुक पर JHBNEWS हिंदी खबर पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें.यहां इंस्टाग्राम पर JHBNEWS हिंदी को फॉलो करें।यूट्यूब पर JHBNEWS हिंदी वीड़ियो देखने के लिए यहां क्लिक करें।JHBNEWS हिंदी को ट्विटर पर फ़ॉलो करने के लिए यहां क्लिक करें।हमारे WHATSAPP पर JHBNEWS हिंदी से जुड़ने के लिए यहां क्लिक करें।
2024-10-08 01:39:59शेख हसीना के पद से हटने और देश छोड़ने के बाद बांग्लादेश की मोहम्मद यूनुस सरकार ने गुरुवार को बड़ा फैसला लिया है। बांग्लादेश के विदेश मंत्रालय ने अपने पांच राजदूतों को वापस ढाका बुला लिया है। यह राजदूत भारत, ऑस्ट्रेलिया, बेल्जियम, पुर्तगाल और संयुक्त राष्ट्र में तैनात थे।बांग्लादेश की अंतरिम सरकार ने भारत सहित पांच देशों से अपने राजदूत वापस बुला लिए हैं। भारत के अलावा ऑस्ट्रेलिया, बेल्जियम, पुर्तगाल और संयुक्त राष्ट्र से बांग्लादेश के राजदूत वापस बुलाए गए हैं। शेख हसीना के प्रधानमंत्री पद से हटने के बाद बांग्लादेश और भारत के संबंध कुछ खास नहीं रहे हैं।भारत में उच्चायुक्त मुस्तफिजुर रहमान के अलावा जिन अन्य लोगों को वापस बुलाया गया है, उनमें न्यूयॉर्क में संयुक्त राष्ट्र के स्थायी प्रतिनिधि और ऑस्ट्रेलिया, बेल्जियम और पुर्तगाल में बांग्लादेश के राजदूत शामिल हैं। जिन राजदूतों को वापस बुलाया गया है, वह आने वाले महीनों में रिटायर होने वाले थे। भारत में उच्चायुक्त रहमान भी इनमें शामिल हैं।
2024-10-03 10:37:03ईरान ने इजरायल पर मिसाइलें दागी हैं। ईरान का कहना है कि उसने हिज्बुल्लाह नेता हसन नसरल्लाह और हमास चीफ इस्माइल हानिया की हत्या के विरोध में मिसाइलें दागीं हैं। ईरान ने यह भी कहा है कि अगर इजरायल ने हमला किया तो उसे करारा जवाब मिलेगा। ईरान द्वारा इस्राइल पर लगभग 200 मिसाइलें दागे जाने के कुछ घंटों बाद अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडन ने कहा कि, ऐसा प्रतीत होता है कि इस्राइल पर किया गया ईरानी मिसाइल हमला विफल और अप्रभावी रहा है। अमेरिका इस्राइल का पूरी तरह से समर्थन करता है। वहीं दूसरी ओर इस्राइली सेना ने कथित तौर पर कहा कि हमले में किसी के घायल होने की कोई खबर नहीं है।ईरानी लोगों ने इजरायल और अमेरिका के खिलाफ जमकर नारेबाजी की। उधर, हमास ने भी ईरानी हमले की प्रशंसा की। ईरान में लोगों ने हिजबुल्लाह के झंडे और हसन नसरल्लाह की तस्वीरे के साथ रैली निकाली। राजधानी तेहरान में जमकर आतिशबाजी की गई। गाजा पट्टी में भी लोगों ने ईरानी हमले का जश्न मनाया।आप JHBNEWS हिंदी को यहां सोशल मीडिया पर फ़ॉलो कर सकते हैंफेसबुक पर JHBNEWS हिंदी खबर पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें.यहां इंस्टाग्राम पर JHBNEWS हिंदी को फॉलो करें।यूट्यूब पर JHBNEWS हिंदी वीड़ियो देखने के लिए यहां क्लिक करें।JHBNEWS हिंदी को ट्विटर पर फ़ॉलो करने के लिए यहां क्लिक करें।हमारे WHATSAPP पर JHBNEWS हिंदी से जुड़ने के लिए यहां क्लिक करें।
2024-10-02 08:48:32साल 2020 से पूरी दुनिया कोविड-19 महामारी का सामना कर रही है। यह वायरस अब तक 70 करोड़ से ज्यादा लोगों को अपना शिकार बना चुका है। कोरोना वायरस के बाद वैश्विक स्तर पर मंकीपॉक्स के मरीजों की संख्या भी बढ़ती जा रही है। मंकीपॉक्स इन दिनों एक बड़ा स्वास्थ्य खतरा है। ताजा जानकारी के मुताबिक भारत में अब तक इसके तीन मरीज सामने आ चुके हैं। कोरोना और मंकीपॉक्स के जारी खतरों के बीच एक नई संक्रामक बीमारी स्वास्थ्य विशेषज्ञों के लिए चिंता बढ़ा रही है।पूर्वी अफ्रीकी देश रवांडा में मारबर्ग वायरस का प्रकोप देखा जा रहा है। यहां अब तक 26 मामलों की पुष्टि हो चुकी है और छह लोगों की इससे मौत हो चुकी है. विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) की रिपोर्ट के मुताबिक, देश के 30 में से सात जिलों में इस वायरस के मामले सामने आ चुके हैं। 26 में से 20 मामले गंभीर हैं और अलग-थलग हैं। संक्रमित लोगों के संपर्क में आए करीब 160 लोगों पर नजर रखी जा रही है.मारबर्ग वायरस चेतावनीकहा जाता है कि मारबर्ग वायरस कई मामलों में चुनौतीपूर्ण है, इसकी मृत्यु दर 88% तक है जो विशेषज्ञों के लिए सबसे बड़ी चिंता का विषय है। माना जाता है कि यह वायरस इबोला परिवार का है, जिसके मामले पहले भी सामने आ चुके हैं। कोरोना वायरस की तरह यह भी चमगादड़ से इंसानों में फैल सकता है। संक्रमित व्यक्तियों के शरीर के तरल पदार्थ के संपर्क में आने से एक व्यक्ति से दूसरे व्यक्ति में फैलने का खतरा होता है।डब्ल्यूएचओ ने वायरस को रोकने और संक्रमित लोगों में इसकी जटिलताओं को कम करने के प्रयासों में सभी से सतर्क रहने की अपील की है। विशेषज्ञों ने कहा कि क्लिनिकल देखभाल और संक्रमण की रोकथाम और नियंत्रण पर गंभीरता से ध्यान दिया जाना चाहिए।आप JHBNEWS हिंदी को यहां सोशल मीडिया पर फ़ॉलो कर सकते हैंफेसबुक पर JHBNEWS हिंदी खबर पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें.यहां इंस्टाग्राम पर JHBNEWS हिंदी को फॉलो करें।यूट्यूब पर JHBNEWS हिंदी वीड़ियो देखने के लिए यहां क्लिक करें।JHBNEWS हिंदी को ट्विटर पर फ़ॉलो करने के लिए यहां क्लिक करें।हमारे WHATSAPP पर JHBNEWS हिंदी से जुड़ने के लिए यहां क्लिक करें।
2024-10-01 13:11:28कैलिफोर्निया के सैक्रामेंटो स्थित BAPS श्री स्वामीनारायण मंदिर में 25 सितंबर की रात को हिंदू विरोधी संदेशों के साथ तोड़फोड़ की गई। अपवित्रता की यह घटना न्यूयॉर्क के मेलविले स्थित BAPS मंदिर में इसी तरह की घटना के दस दिन से भी कम समय बाद हुई है।दीवारों पर पाए गए परेशान करने वाले संदेशों में "हिंदुओं वापस जाओ" जैसे धमकी भरे शब्द शामिल थे, जिससे स्थानीय हिंदू समुदाय में गंभीर चिंता पैदा हो गई है। इस असहिष्णुता के जवाब में, समुदाय के नेताओं ने नफरत के खिलाफ एकजुट होने का संकल्प लिया है, और शांति और एकता को बढ़ावा देने के लिए अपने समर्पण पर जोर दिया है।"न्यूयॉर्क में BAPS मंदिर के अपमान के 10 दिन से भी कम समय बाद , कल रात कैलिफोर्निया के सैक्रामेंटो क्षेत्र में हमारे मंदिर का अपमान किया गया: "हिंदुओं वापस जाओ!" हम शांति के लिए प्रार्थना करते हुए घृणा के खिलाफ एकजुट हैं," BAPS की आधिकारिक एक्स पोस्ट में लिखा गया है।इस घटना पर हिंदू समुदाय की ओर से तीखी प्रतिक्रिया आई है, जिसमें घृणित भित्तिचित्र और पानी की आपूर्ति बंद कर दी गई है । अधिकारियों के अनुसार, 'घृणा अपराध' की जांच वर्तमान में प्रगति पर है, BAPS बर्बरता को संबोधित करने और जिम्मेदार व्यक्तियों को परिणाम भुगतने के लिए कानून प्रवर्तन के साथ मिलकर काम कर रहा है।इस परेशान करने वाली घटना के बाद, समुदाय के सदस्य प्रार्थना समारोह के लिए एकत्र हुए और परम पावन महंत स्वामी महाराज से शांति और एकजुटता की शिक्षाओं से सांत्वना प्राप्त की।कैलिफोर्निया राज्य विधानसभा सदस्य स्टेफनी गुयेन, एल्क ग्रोव के मेयर बॉबी सिंह-एलन, रैंचो कॉर्डोवा के उप मेयर सिरी पुलिपती और पुलिस प्रमुख मैथ्यू तामायो जैसे स्थानीय नेता भी प्रार्थना में शामिल हुए तथा समुदाय और उनकी मान्यताओं के प्रति समर्थन और सम्मान प्रदर्शित किया।सीबीएस के अनुसार, सैक्रामेंटो काउंटी शेरिफ कार्यालय ने माथेर में बीएपीएस श्री स्वामीनारायण मंदिर में तोड़फोड़ की रिपोर्ट पर कार्रवाई की। तोड़फोड़ करने वालों ने इमारत पर स्प्रे-पेंटिंग की थी और पानी के पाइप को नुकसान पहुंचाया था। शेरिफ कार्यालय फिलहाल घटना की जांच कर रहा है और संदिग्ध की तलाश कर रहा है।न्यूयॉर्क के मेलविले में BAPS स्वामीनारायण मंदिर के बाहरी हिस्से को आपत्तिजनक भित्तिचित्रों से भर दिया गया। कांग्रेसी ब्रैड शेरमैन ने इस कृत्य की निंदा करते हुए इसे हिंदू समुदाय के खिलाफ़ "घृणा का घिनौना कृत्य" और "धार्मिक बहुलवाद के हमारे साझा मूल्यों पर अन्यायपूर्ण हमला" बताया।
2024-09-26 17:02:44अंतरिक्ष यात्री सुनीता विलियम्स को धरती पर वापस लाने की कोशिशें जारी हैं । साथ ही उन्हें अंतरिक्ष में भी नई जिम्मेदारियां सौंपी गई हैं. जानकारी के मुताबिक, सुनीता विलियम्स को आईएसएस यानी इंटरनेशनल स्पेस स्टेशन की कमान सौंपी गई है। उन्हें आईएसएस का कैप्टन बनाया गया है. खास बात यह है कि वह यह जिम्मेदारी पहले भी निभा चुके हैं. वह साथी अंतरिक्ष यात्री बुच विल्मोर के साथ 5 जून, 2024 से अंतरिक्ष स्टेशन पर हैं।अमेरिकी अंतरिक्ष एजेंसी नासा ने की घोषणाबोइंग स्टारलाइनर में तकनीकी खराबी के कारण सुनीता विलियम्स की अंतरिक्ष यात्रा लंबी हो गई। कहा जा रहा है कि उनकी वापसी फरवरी 2025 तक के लिए टाल दी गई है. रिपोर्ट्स के मुताबिक, अमेरिकी अंतरिक्ष एजेंसी नासा ने घोषणा की है कि रूसी अंतरिक्ष यात्री ओलेक कोनेनेंको ने अंतरिक्ष स्टेशन की कमान सुनीता विलियम्स को सौंप दी है। इस संबंध में अंतरिक्ष स्टेशन पर एक छोटा सा कार्यक्रम भी आयोजित किया गया। अंतरिक्ष में 374 दिन बिताने के बाद रूस के कोनेनेंको, निकोलाई चुब और अमेरिकी अंतरिक्ष यात्री ट्रेसी सी. डायसन पृथ्वी पर लौट आए हैं। डायसन 6 महीने तक अंतरिक्ष में रहे।दो रूसियों और एक अमेरिकी को लेकर एक सोयुज कैप्सूल सोमवार को कजाकिस्तान में उतरा। इससे दो रूसी अंतरिक्ष यात्रियों का लंबा प्रवास समाप्त हो गया। आईएसएस से अलग होने के करीब साढ़े तीन घंटे बाद कैप्सूल कजाकिस्तान में उतरा. पृथ्वी पर वापसी के अंतिम चरण के दौरान, कैप्सूल लाल और सफेद पैराशूट के खुलने के साथ लगभग 7.2 मीटर प्रति सेकंड की गति से नीचे उतरा।सुनीता विलियम्स ने दूसरी बार कमान संभालीइससे पहले सुनीता विलियम्स ने करीब 12 साल पहले 2012 में अभियान 33 के दौरान अंतरिक्ष स्टेशन की कमान संभाली थी. अंतरिक्ष स्टेशन के कप्तान होने के नाते, भारतीय मूल के अंतरिक्ष यात्री कई महत्वपूर्ण संचालन और वैज्ञानिक अनुसंधान के लिए जिम्मेदार होंगे। प्रदर्शन के दौरान, विलियम्स ने कहा, “एक्सपीडिशन 71 के बाद से हमने बहुत कुछ सीखा है...आपने मुझे और बुच को स्वीकार किया। भले ही यह योजना का हिस्सा न हो. आपने हमारा परिवार की तरह स्वागत किया.Indian-origin NASA astronaut #SunitaWilliams takes command of the International Space Station, #ISS, marking her second time leading the orbiting laboratory. #NASA announces Russian cosmonaut Oleg Kononenko handed over the command of the space station to Sunita Williams at a… pic.twitter.com/1SU47tU4QI— All India Radio News (@airnewsalerts) September 24, 2024
2024-09-24 20:50:52जापान आज फिर तेज भूकंप से हिल गया. आज सुबह 5 बजे टोक्यो के दक्षिणी हिस्से में इज़ू द्वीप के तट पर भूकंप महसूस किया गया। भूकंप की तीव्रता रिक्टर स्केल पर 5.9 थी. हालांकि, भूकंप से अभी तक किसी जान-माल के नुकसान की खबर नहीं है। हालांकि, मौसम विभाग ने तटीय इलाकों के लिए तत्काल चेतावनी के साथ सुनामी का अलर्ट जारी किया है, जिससे लोगों में डर पैदा हो गया है.5.9 तीव्रता का भूकंपलोगों को तटीय इलाकों से हटने के लिए कहा गया है, क्योंकि समुद्र में 1 से 2 मीटर ऊंची लहरें उठने की आशंका है. आज सुबह आए इस भूकंप की तीव्रता रिक्टर स्केल पर 5.9 दर्ज की गई. सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक, हाचिजो के समुद्री द्वीप के पास समुद्र में छोटी-छोटी सुनामी लहरें देखी गई हैं. अगर कोई दूसरा झटका आता है तो ये लहरें बड़ी सुनामी का रूप ले सकती हैं। भूकंप का केंद्र द्वीप से करीब 180 किमी दूर था.सुनामी की चेतावनीजापान के मौसम विभाग ने सुनामी की विशेष चेतावनी जारी की है और तटीय इलाकों में रहने वाले लोगों को तुरंत वहां से हटने का निर्देश दिया है. ऐसी आशंका है कि समुद्र में 1-2 मीटर ऊंची लहरें उठ सकती हैं, जो सुनामी का रूप ले सकती हैं. सूत्रों के मुताबिक, हचीजो सागर द्वीप के पास छोटी सुनामी लहरें देखी गई हैं। दूसरी ओर, यदि कोई आफ्टरशॉक या बड़ा झटका आता है, तो लहरें और भी ऊंची हो सकती हैं और अधिक विनाश का कारण बन सकती हैं। मौसम विभाग लगातार स्थिति पर नजर बनाए हुए है और नागरिकों से सुरक्षित स्थानों पर जाने का आग्रह किया जा रहा है.जापान सर्वाधिक भूकंप प्रवण देशों में से एक है। क्योंकि देश की धरती के नीचे 4 टेक्टोनिक प्लेटें आपस में टकराती हैं, जिसके कारण अक्सर भूकंप आते रहते हैं। एजेंसियों के मुताबिक, जापान में हर महीने या हर हफ्ते भूकंप महसूस किए जाते हैं। अभी पिछले महीने ही 7.1 तीव्रता का बड़ा भूकंप आया था. जिसके चलते पूरे देश में अलर्ट की स्थिति बन गई. जापान में भूकंप आना आम बात हो गई है, लेकिन मौसम विभाग की इस मेगाकंपनी की चेतावनी को गंभीरता से लिया जा रहा है।आप JHBNEWS हिंदी को यहां सोशल मीडिया पर फ़ॉलो कर सकते हैंफेसबुक पर JHBNEWS हिंदी खबर पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें.यहां इंस्टाग्राम पर JHBNEWS हिंदी को फॉलो करें।यूट्यूब पर JHBNEWS हिंदी वीड़ियो देखने के लिए यहां क्लिक करें।JHBNEWS हिंदी को ट्विटर पर फ़ॉलो करने के लिए यहां क्लिक करें।हमारे WHATSAPP पर JHBNEWS हिंदी से जुड़ने के लिए यहां क्लिक करें।Japan's remote Izu islands hit by small tsunami after 5.9 magnitude earthquake https://t.co/HevFibMNDl pic.twitter.com/MbfdwPBhoe— CNA (@ChannelNewsAsia) September 24, 2024
2024-09-24 12:39:54इजरायल ने लेबनान में हिजबुल्लाह के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है। आईडीएफ ने लेबनान में भारी तबाही मचाई है। सोमवार को इजरायल ने हिजबुल्लाह के खिलाफ सबसे घातक हमला किया।इस्राइली सेना द्वारा लेबनान में किए गए हवाई हमलों में मरने वालों का आंकड़ा 500 के करीब पहुंच गया है। मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, इस्राइली हवाई हमलों में 492 लोगों की मौत हो चुकी है। इनमें 35 बच्चे और 58 महिलाएं शामिल हैं। जबकि, 1645 लोग घायल हुए हैं। इस हमले में 90 से अधिक महिलाओं और बच्चों सहित करीब 500 से अधिक लोग मारे गए हैं। लेबनान के स्वास्थ्य मंत्री के मुताबिक, हमले में 500 लोगों की मौत हो गई है। इनमें 35 बच्चे और 58 महिलाएं शामिल हैं। घायलों की संख्या 1600 से ज्यादा है।आप JHBNEWS हिंदी को यहां सोशल मीडिया पर फ़ॉलो कर सकते हैंफेसबुक पर JHBNEWS हिंदी खबर पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें.यहां इंस्टाग्राम पर JHBNEWS हिंदी को फॉलो करें।यूट्यूब पर JHBNEWS हिंदी वीड़ियो देखने के लिए यहां क्लिक करें।JHBNEWS हिंदी को ट्विटर पर फ़ॉलो करने के लिए यहां क्लिक करें।हमारे WHATSAPP पर JHBNEWS हिंदी से जुड़ने के लिए यहां क्लिक करें।
2024-09-24 10:09:47प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सोमवार को न्यूयॉर्क में यूक्रेन के राष्ट्रपति वलोडिमिर जेलेंस्की के साथ द्विपक्षीय बैठक की। करीब एक महीने में दोनों नेताओं के बीच यह दूसरी मुलाकात थी।मुलाकात के दौरान पीएम मोदी ने जेलेंस्की को बताया कि युद्ध को लेकर कई देशों के नेताओं से बातचीत हुई है और सबका मानना है कि युद्ध खत्म होना चाहिए। सोमवार को दोनों नेताओं के बीच में खास मुद्दों पर बात हुई। रूस-यूक्रेन के बीच शांति बहाली को लेकर पीएम मोदी पुतिन और बाइडन समेत सभी पक्षों को संपर्क में हैं। वहीं, पीएम मोदी की इस पहल का जेलेंस्की ने धन्यवाद दिया है।अपनी यात्रा के दौरान उन्होंने न्यूयॉर्क में संयुक्त राष्ट्र में क्वाड लीडर्स शिखर सम्मेलन और भविष्य के शिखर सम्मेलन (SOTF) में भाग लिया। इसके साथ ही उन्होंने अपनी यात्रा के दौरान कुछ प्रमुख द्विपक्षीय बैठकें भी कीं। पीएम मोदी ने न्यूयॉर्क में यूक्रेन के राष्ट्रपति जेलेंस्की से मुलाकात की। इस दौरान जेलेंस्की ने शांति प्रयास के लिए धन्यवाद दिया। वहीं, पीएम मोदी से मुलाकात के बाद फिलिस्तीन के राष्ट्रपति महमूद अब्बास ने कहा कि गाजा की समस्या सुलझाने में भारत भूमिका निभा सकता है।इससे पहले 23 अगस्त को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोदिमिर जेलेंस्की से कीव में मुलाकात की थी। यह मुलाकात युद्धग्रस्त देश की ऐतिहासिक यात्रा का हिस्सा थी। इस मुलाकात के बाद जेलेंस्की गदगद दिखाई दिए थे। उन्होंने पीएम मोदी की यूक्रेन यात्रा की सराहना करते हुए कहा था कि यह महत्वपूर्ण है कि भारत अंतरराष्ट्रीय कानून के प्रति प्रतिबद्ध है और कीव की संप्रभुता तथा क्षेत्रीय अखंडता का समर्थन करता है।आप JHBNEWS हिंदी को यहां सोशल मीडिया पर फ़ॉलो कर सकते हैंफेसबुक पर JHBNEWS हिंदी खबर पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें.यहां इंस्टाग्राम पर JHBNEWS हिंदी को फॉलो करें।यूट्यूब पर JHBNEWS हिंदी वीड़ियो देखने के लिए यहां क्लिक करें।JHBNEWS हिंदी को ट्विटर पर फ़ॉलो करने के लिए यहां क्लिक करें।हमारे WHATSAPP पर JHBNEWS हिंदी से जुड़ने के लिए यहां क्लिक करें।
2024-09-24 07:53:58ईरान में कोयला खनन क्षेत्र में जोरदार विस्फोट होने की घटना सामने आयी है की मीथेन गैस लिक होने कारण कुछ समय बाद विस्फोट। तेहरान से लगभग 335 किलोमीटर दूर ताबास में कोयला खदान में विस्फोट हुआ है। इस खदान विस्फोट में कम से कम 30 लोगों की मौत हो गई है। पूर्वी ईरान में कोयला खदान में मिथेन गैस के रिसाव के कारण हुए विस्फोट में कम से कम 30 लोगों की मौत हो गई है और बड़ी संख्या में लोग घायल हुए हैं।ईरान की सरकारी मीडिया ने रविवार को अपने एक समाचार में यह जानकारी दी है। सरकारी समाचार एजेंसी 'IRNA' ने अपनी रिपोर्ट में बताया है कि राजधानी तेहरान से लगभग 335 किलोमीटर दक्षिण-पूर्व में स्थित ताबास की कोयला खदान में शनिवार देर रात यह दुर्घटना हुई, जिसमें 30 लोग मारे गए। इसमें कहा गया है कि अधिकारियों ने घटनास्थल पर आपातकालीन कर्मचारियों को भेज दिया है। दुर्घटना के समय खदान में लगभग 70 लोग काम कर रहे थे। जिसमे से 35 से अधिक लोग घायल है ईरान के राष्ट्रपति मसूद पेजेश्कियाने पीड़ितों के परिवारों के प्रति संवेदना व्यक्त की है। "मैंने मंत्रियों से बात की है और हम विस्फोट के कारण का पता लगाने के लिए अपने सर्वश्रेष्ठ प्रयास कर रहे हैं," पेजेश्कियाने एक टेलीविजन इंटरव्यू में कहा। "17 घायलों को अस्पताल ले जाया गया," सरकारी टीवी ने ईरान के रेड क्रेसेंट प्रमुख के हवाले से बताया है। अब तक 24 लोग अभी भी लापता हैं।सुरक्षा मानकों की अनदेखी से पहले भी हुआ हादसाईरान में खनन क्षेत्रों में इस तरह के हादसे दुर्लभ नहीं हैं। सुरक्षा मानकों की अनदेखी के चलते पिछले कुछ वर्षों में कई हादसे सामने आ चुके हैं। 2013 में दो अलग-अलग खदानों में हुए हादसों में 11 मजदूरों की जान गई थी। वहीं, 2009 और 2017 में भी बड़े विस्फोटों में क्रमशः 20 और 42 लोगों की जान गई थी। ये घटनाएं दर्शाती हैं कि ईरान में खनन क्षेत्र में सुरक्षा को लेकर गंभीर खामियां हैं। ईरान में खनन क्षेत्र में सुरक्षा मानकों का पालन न करने की गंभीरता को अक्सर नजरअंदाज किया जाता है। विस्फोट के समय मजदूरों को सुरक्षित निकालने के लिए आवश्यक आपातकालीन सेवाएं भी मौजूद नहीं थीं, जो कि इन हादसों की एक प्रमुख वजह मानी जाती हैं।आप JHBNEWS हिंदी को यहां सोशल मीडिया पर फ़ॉलो कर सकते हैंफेसबुक पर JHBNEWS हिंदी खबर पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें.यहां इंस्टाग्राम पर JHBNEWS हिंदी को फॉलो करें।यूट्यूब पर JHBNEWS हिंदी वीड़ियो देखने के लिए यहां क्लिक करें।JHBNEWS हिंदी को ट्विटर पर फ़ॉलो करने के लिए यहां क्लिक करें।हमारे WHATSAPP पर JHBNEWS हिंदी से जुड़ने के लिए यहां क्लिक करें।
2024-09-23 14:29:44भारत ने हंगरी की राजधानी बुडापेस्ट में चल रहे शतरंज ओलंपियाड में ओपन सेक्शन में गोल्ड मेडल जीतकर इतिहास रच दिया है। भारत ने निर्णायक मुकाबले में स्लोवेनिया को हराकर यह महत्वपूर्ण जीत दर्ज की और गोल्ड मेडल अपने नाम किया। यह भारतीय शतरंज के इतिहास की एक बड़ी उपलब्धि है। इस ऐतिहासिक जीत में डी गुकेश और अर्जुन एरिगैसी की महत्वपूर्ण भूमिका रही, जिन्होंने अपने मुकाबले जीतकर भारत को शीर्ष पर पहुंचाया।18 वर्षीय डी गुकेश ने टूर्नामेंट के सबसे बेहतरीन खिलाड़ियों में से एक, रूस के व्लादिमीर फेडोसेव को हराकर भारत की सफलता में सबसे अहम भूमिका निभाई। उनकी इस जीत ने टूर्नामेंट में भारतीय प्रभुत्व की नींव रखी। वहीं अर्जुन ने जॉन सुबलेज़ को मात देकर अपनी प्रतिभा का प्रदर्शन किया और स्लोवेनिया के खिलाफ महत्वपूर्ण मुकाबले में भारत की पकड़ को मजबूत किया।शनिवार को डी गुकेश ने अमेरिका के फेबियानो कारुआना को हराकर ओपन वर्ग में भारतीय टीम को स्वर्ण पदक जीतने के करीब पहुंचा दिया था। गुकेश की यह जीत बेहद खास थी क्योंकि इससे पहले वेस्ली सो ने आर. प्रज्ञानानंद को हराकर अमेरिका को शुरुआती बढ़त दिलाई थी। हालांकि, अमेरिकी बढ़त के बावजूद भारतीय टीम कभी भी मुकाबला हारने की स्थिति में नहीं थी क्योंकि अर्जुन एरिगैसी ने लिनियर डोमिंग्वेज़ पेरेज़ पर अपनी पकड़ बनाए रखी थी। अर्जुन ने लगभग पांच घंटे के मैराथन मुकाबले में जीत दर्ज की, जबकि विदित गुजराती ने लेवोन अरोनियन को ड्रॉ पर रोकने में सफलता पाई।अर्जुन के लिए यह 2800 रेटिंग मार्क की ओर दूसरा कदम है। लाइव रेटिंग में अर्जुन अब 2793 पॉइंट्स पर हैं। अगर वह 2800 का आंकड़ा पार करते हैं, तो वह इतिहास के 16वें खिलाड़ी बन जाएंगे। विश्वनाथन आनंद के अलावा कोई अन्य भारतीय इस ऊंचाई तक नहीं पहुंच सका है। दूसरी ओर, गुकेश ने यह सुनिश्चित किया कि वह लगातार आगे बढ़ते रहें। उनकी इस जीत ने उन्हें 2785 रेटिंग पॉइंट्स तक पहुंचा दिया है। यह पहली बार है जब विश्व रैंकिंग के शीर्ष पांच में दो भारतीय शामिल हुए हैं।आप JHBNEWS हिंदी को यहां सोशल मीडिया पर फ़ॉलो कर सकते हैंफेसबुक पर JHBNEWS हिंदी खबर पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें.यहां इंस्टाग्राम पर JHBNEWS हिंदी को फॉलो करें।यूट्यूब पर JHBNEWS हिंदी वीड़ियो देखने के लिए यहां क्लिक करें।JHBNEWS हिंदी को ट्विटर पर फ़ॉलो करने के लिए यहां क्लिक करें।हमारे WHATSAPP पर JHBNEWS हिंदी से जुड़ने के लिए यहां क्लिक करें।
2024-09-23 10:12:24प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अपने अमेरिका विजिट के दौरान अमेरिकी टेक कंपनियों के सीईओ के साथ एक राउंडटेबल (गोलमेज) मीटिंग में भाग लिया, जहां उन्होंने भारत की विकास संभावनाओं पर जोर दिया और विभिन्न क्षेत्रों में द्विपक्षीय सहयोग को बढ़ावा देने की पहलों पर चर्चा की।प्रधानमंत्री मोदी ने यह भी कहा कि जैसे रीढ़ की हड्डी के बिना शरीर किसी काम का नहीं है। वैसे ही चिप के बिना तकनीक किसी मतलब की नहीं होती। इसलिए हम इस क्षेत्र में भी काम कर रहे हैं। मैं मानता हूं कि दुनिया में यह काम काफी पहले सक ही शुरू हो चुका है। हम इस मामले में थोड़ा देरी से शुरू कर रहे हैं। हालांकि, हमारी ताकत है कि हम जब भी शुरू करते हैं, पूरी रफ्तार से शुरू करते हैं। जैसे- 5जी तकनीक में हम काफी पीछे थे, लेकिन अब हम सबसे आगे हैं। इसलिए सेमीकंडक्टर को लेकर भारत गंभीर है। हम इसमें जल्द से जल्द टारगेट पूरा करेंगे। इसके लिए हमारा मंत्र रिफॉर्म, परफॉर्म और ट्रांसफॉर्म है।पीएम नरेंद्र मोदी ने कहा, "आज भारत का 5G बाजार अमेरिका से बड़ा है. यह दो साल के अंदर हुआ है. अब भारत मेड-इन-इंडिया 6G पर काम कर रहा है."आप JHBNEWS हिंदी को यहां सोशल मीडिया पर फ़ॉलो कर सकते हैंफेसबुक पर JHBNEWS हिंदी खबर पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें.यहां इंस्टाग्राम पर JHBNEWS हिंदी को फॉलो करें।यूट्यूब पर JHBNEWS हिंदी वीड़ियो देखने के लिए यहां क्लिक करें।JHBNEWS हिंदी को ट्विटर पर फ़ॉलो करने के लिए यहां क्लिक करें।हमारे WHATSAPP पर JHBNEWS हिंदी से जुड़ने के लिए यहां क्लिक करें।
2024-09-23 09:55:27प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी शनिवार (21 सितंबर) को संयुक्त राज्य अमेरिका के लिए रवाना हो गए। यहां पीएम मोदी जो बाइडन द्वारा उनके गृहनगर विलमिंगटन में आयोजित क्वाड शिखर सम्मेलन में भाग लेने और न्यूयॉर्क में राष्ट्र महासभा में भविष्य के शिखर सम्मेलन को संबोधित करेंगे। पीएम मोदी अमेरिका के तीन दिवसीय दौरे पर गए हैं।इस यात्रा के दौरान वे वार्षिक ‘क्वाड’ शिखर बैठक में शामिल होंगे और संयुक्त राष्ट्र महासभा में 'समिट ऑफ द फ्यूचर' को संबोधित करेंगे। विदेश मंत्रालय ने उनकी यात्रा के बारे में मंगलवार को जानकारी दी थी। विदेश मंत्रालय के मुताबिक, पीएम मोदी 22 सितंबर को न्यूयॉर्क में भारतीय समुदाय के लोगों को भी संबोधित करेंगे। इससे पहले वे 21 सितंबर को डेलवेयर के विलमिंगटन में 'क्वाड लीडर्स समिट' में शामिल होंगे, जिसकी मेजबानी अमेरिका के राष्ट्रपति जो बाइडन करेंगे।
2024-09-21 07:57:32दो महीने की इस मादा दरियाई घोड़े का नाम मू डेंग है। मादा दरियाई घोड़े का वीडियो वायरल हो गया है और लोग उसकी एक झलक पाने के लिए पटाया के पास चिड़ियाघर में आ रहे हैं।आपको बता दे की इस छोटे दरियाई घोड़े को देखने के लिए जुलाई में मादा के जन्म के बाद से चिड़ियाघर में आने वाले पर्यटकों की संख्या दोगुनी हो गई है। हालांकि, चिड़ियाघर निदेशक ने 'मू डेंग' की एक झलक देखने के लिए चिड़ियाघर आने वाले पर्यटकों से उचित व्यवहार करने का आग्रह किया। क्योंकि कुछ वीडियो सामने आए जिसमें विजिटर्स जानवर के साथ दुर्व्यवहार करते नजर आए.निर्देशक नारोंगविट ने ऑनलाइन जारी एक बयान में कहा, "यह प्रथा न केवल क्रूर है, बल्कि खतरनाक भी है। ऐसे जानवरो का बहुत ध्यान से रखना पड़ता है जो बहुत आकर्षण का केंद्र बना, आगे कहा की हमें इन जानवरों की रक्षा करनी चाहिए और यह सुनिश्चित करना चाहिए कि उन्हें एक सुरक्षित और आरामदायक वातावरण मिले। नारोंगविट ने कहा की चिड़ियाघर में सीसीटीवी कैमरे लगाए गए हैं। उन्होंने दरियाई घोड़े के बच्चों के साथ दुर्व्यवहार करने वालों के खिलाफ कानूनी कार्रवाई करने की भी धमकी दी है।पिग्मी हिप्पो पश्चिम अफ्रीका का मूल निवासी है। इंटरनेशनल यूनियन फॉर कंजर्वेशन ऑफ नेचर ने पिग्मी हिप्पो को लुप्तप्राय प्रजाति के रूप में वर्गीकृत किया है। विशेषज्ञों का मानना है कि जंगल में पिग्मी दरियाई घोड़े की संख्या तीन हजार से भी कम है। ख्याव खेउ ओपन चिड़ियाघर बैंकॉक से लगभग 100 किलोमीटर दूर है। संग्रहालय इस सेलिब्रिटी हिप्पो अभियान का लाभ उठा रहा है. जैसा कि इसके नाम से पता चलता है, पिग्मी दरियाई घोड़ा आम दरियाई घोड़े से आकार में बहुत छोटा होता है - जिसका वजन लगभग पाँच गुना अधिक होता है। आम दरियाई घोड़ों से अलग, पिग्मी दरियाई घोड़े ज़मीन पर रहने वाली जीवनशैली के लिए ज़्यादा अनुकूल होते हैं, क्योंकि उनके पंजे कम जालीदार होते हैं और सिर छोटा और अधिक सुव्यवस्थित होता है। पिग्मी की नाक आम दरियाई घोड़ों से कम उभरी होती है, जिनकी नाक पानी से बाहर निकलकर सांस लेने के लिए विशेष रूप से अनुकूलित होती है। खास बात यह है कि उनकी आँखें उनके सिर के ऊपर की बजाय किनारों पर होती हैं, जिससे वे जंगलों में दौड़ते समय बेहतर तरीके से देख पाते हैं। दोनों लिंगों के लंबे दाँत होते हैं और आमतौर पर उन्हें अलग करना मुश्किल होता है। आम दरियाई घोड़े भी पिग्मी दरियाई घोड़ों से कहीं ज़्यादा आम हैं, अफ़्रीका में 130,000 आम दरियाई घोड़े हैं। पिग्मी दरियाई घोड़ा दरियाई घोड़े से केवल आधा लंबा होता है और इसका वजन एक पूर्ण आकार के दरियाई घोड़े के 1/4 से भी कम होता है। वयस्क पिग्मी दरियाई घोड़े की ऊंचाई 70-80 सेमी तक होती है और माना जाता है कि वे 10 मिलियन वर्ष पहले आम दरियाई घोड़े से अलग हो गए थे। पिग्मी दरियाई घोड़े स्वभाव से निशाचर और एकांतप्रिय होते हैं, इसलिए पिछले कुछ दशकों में उनकी संख्या में भारी गिरावट के साथ, जंगल में उनके व्यवहार के बारे में बहुत कम जानकारी है। दुनिया भर के चिड़ियाघरों में कैद में प्रजनन कार्यक्रम सफल रहे हैं, और इन पिग्मी दरियाई घोड़ों से ही अधिकांश शोध किए गए हैं। पिग्मी हिप्पो को कई तरह के कारकों से खतरा है, जो पिग्मी हिप्पो की घटती संख्या में योगदान करते रहते हैं। वनों की कटाई के कारण आवास का नुकसान मुख्य खतरा बना हुआ है। गृहयुद्ध के दौरान, लकड़ी के निर्यात के लिए बड़े पैमाने पर कटाई को राजनीतिक और वित्तीय मोहरे के रूप में इस्तेमाल किया गया था, और यह केवल पिछले दशक में ही है कि राजनीतिक स्थिरता के परिणामस्वरूप उद्योग को विनियमित किया गया है। अवैध खनन, अवैध शिकार और निर्वाह खेती ने जंगल के विखंडन को जन्म दिया है, जिससे वन्यजीवों के आवास मानव शिकारियों के लिए अधिक सुलभ हो गए हैं। लाइबेरिया में अवैध होने और इसके उच्च संरक्षण लागत के बारे में जागरूकता बढ़ाने के उद्देश्य से एक सरकारी अभियान के बावजूद, बुशमीट व्यापार पूरे देश के प्रमुख शहरों में फल-फूल रहा है।
2024-09-18 11:22:59राहुल गांधी अपने अमेरिकी दौरे पर टेक्सास के डलास पहुंच गए हैं। राहुल गांधी ने अपने सोशल मीडिया हैंडल मेटा पर लिखा, मैं इस यात्रा के दौरान सार्थक चर्चा और व्यावहारिक बातचीत में शामिल होने के लिए उत्सुक हूं, जिससे हमारे दोनों देशों के बीच संबंध और मजबूत होंगे।राहुल गांधी ने दोनों देशों के बीच संबंधों को मजबूत करने के लिए सार्थक चर्चा में शामिल होने की उम्मीद जताई है। अमेरिका पहुंचने पर उनका गुलदस्ते से स्वागत किया गया और आरती भी की गई। अपनी फेसबुक पोस्ट में, गांधी ने कहा कि मैं डलास, टेक्सास, यू. एस. ए. में भारतीय प्रवासियों और भारतीय प्रवासी कांग्रेस के सदस्यों से मिले गर्मजोशी भरे स्वागत से वास्तव में खुश हूं।राहुल गाँधी सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म फेसबुक पर यह जानकारी देते हुए कहा कि मैं सार्थक चर्चा और व्यावहारिक बातचीत में शामिल होने के लिए उत्सुक हूं जो इस यात्रा के दौरान हमारे दोनों देशों के बीच संबंधों को और मजबूत करेगा। अपनी अमेरिकी यात्रा के दौरान, राहुल गांधी टेक्सास विश्वविद्यालय सहित वाशिंगटन, डीसी और डलास में बैठकें और बातचीत करेंगे। इससे पहले 31 अगस्त को सैम पित्रोदा ने कहा था कि लोकसभा में विपक्ष का नेता बनने के बाद राहुल गांधी की यह पहली अमेरिका यात्रा है।Shri @RahulGandhi receives a warm and enthusiastic welcome at Dallas Fort Worth International Airport!📍 Texas, USA pic.twitter.com/AXAd6FA9tS— Congress (@INCIndia) September 8, 2024
2024-09-08 12:51:32बांग्लादेश: बांग्लादेश में हिंदुओं के खिलाफ अत्याचार के मामलों में लगातार बढ़ रहे है। हाल का मामला वहां बच्चों को पढ़ाने वाले हिंदू शिक्षकों का है। बांग्लादेश में नई सरकार के तहत हिंदू शिक्षकों के बल जबरी इस्तीफे का दावा किया जा रहा है। प्राप्त जानकारी के अनुसार, वहां के शिक्षकों को सरकारी नौकरियों से इस्तीफा देने के लिए मजबूर किया जा रहा है। उनके इस्तीफे उनके पास से बल जबरी तरीके से लिए जा रहे हैं। एक रिपोर्ट के अनुसार, पड़ोसी देश में अब तक कम से कम 50 हिंदू शिक्षकों को अपनी नौकरी छोड़ने के लिए मजबूर किया गया है।नोबेल पुरस्कार विजेता मोहम्मद यूनुस के वादों के बावजूद बांग्लादेश में हिंदू विरोधी घटनाएं बढ़ रही हैं। इस कारण बांग्लादेश में हिंदू शिक्षकों के बीच भय और लाचारी की भावना स्पष्ट रूप से देखी जा रही है।काबी नजरुल विश्वविद्यालय के पब्लिक एडमिनिस्ट्रेशन और गवर्नेंस स्टडीज विभाग के एसोसिएट प्रोफेसर शांजय कुमार मुखर्जी ने बताया कि उन्हें प्रॉक्टर और विभाग के प्रमुख के पद से इस्तीफा देने के लिए मजबूर किया गया। हम इस समय बहुत असुरक्षित महसूस कर रहे हैं।बांग्लादेश हिंदू बौद्ध क्रिश्चियन एकता परिषद की छात्र शाखा बांग्लादेश छात्र एकता परिषद ने शनिवार को एक प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान इस कार्रवाई की निंदा की और हिंदू समुदाय द्वारा सामना की जा रही बढ़ती असहिष्णुता पर चर्चा की। लेखिका तस्लीमा नसरीन ने सेना समर्थित मोहम्मद यूनुस सरकार पर निशाना साधा। उन्होंने कहा कि बांग्लादेश में शिक्षकों को इस्तीफा देने के लिए मजबूर किया जा रहा है। पत्रकारों, मंत्रियों और पूर्व सरकारी अधिकारियों की हत्या की जा रही है, अत्याचार किए जा रहे हैं, जेल में डाला जा रहा है। जनरल जेडए अहमदी मुस्लिम उद्योगों को आग लगाई गई है। सूफी मुसलमानों के मजार और दरगाह इस्लामिक आतंकवादियों द्वारा ध्वस्त कर दिए गए हैं, लेकिन यूनुस इसके खिलाफ कुछ नहीं कह रहे हैं।
2024-09-01 14:05:14प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पोलैंड की दो दिवसीय यात्रा के बाद आज से यूक्रेन की दो दिवसीय यात्रा पर हैं। वे स्पेशल रेल फोर्स वन से कीव पहुंचे हैं। लगभग दस घंटे की रेल यात्रा के बाद वे कीव पहुंचे हैं। इस बीच प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी कीव पहुंचने के बाद राष्ट्रपति ज़ेलेंस्की के कंधे पर हाथ रखकर उनसे बात करते नजर आए हैं. जिसकी तस्वीरें अब वायरल हो रही हैं. एक बार पहले जब प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी उत्तर प्रदेश गए थे तो उन्होंने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के कंधे पर हाथ रखा था और बातचीत की थी, वैसा ही नजारा आज यूक्रेन के राष्ट्रपति ज़ेलेंस्की के साथ फिर देखने को मिला है.पीएम मोदी सात घंटे तक कीव में रहेंगे. इस दौरान वह राष्ट्रपति ज़ेलेंस्की से बहुप्रतीक्षित मुलाकात के लिए पहुंचे। कीव पहुंचने से पहले उन्होंने भारतीय समुदाय के लोगों से मुलाकात की. रूस-यूक्रेन युद्ध के बीच पीएम मोदी का यह दौरा काफी अहम माना जा रहा है.प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इससे पहले कीव में महात्मा गांधी की प्रतिमा पर श्रद्धांजलि अर्पित की. इसके बाद वह ज़ेलेंस्की से बात करने पहुंचे। रूस-यूक्रेन युद्ध के बीच पीएम मोदी का यह दौरा काफी अहम माना जा रहा है . कहा जा रहा है कि पीएम मोदी का यूक्रेन दौरा सात घंटे तक चलेगा.
2024-08-23 15:52:11काठमांडू। नेपाल के पोखरा से काठमांडू जा रही बस शुक्रवार को नदी में गिर गई। बस में 40 भारतीय सवार थे। नेपाल पुलिस ने पुष्टि की है कि 40 लोगों के साथ एक भारतीय यात्री बस तनाहुन जिले में मार्स्यांगडी नदी में गिर गई है।हादसे के बाद राहत और बचाव अभियान में 14 शव बरामद किए गए हैं और 16 घायल यात्रियों को सुरक्षित बाहर निकाला गया है. स्थानीय पुलिस और बचाव दल ने तुरंत मौके पर पहुंचकर राहत कार्य शुरू किया और घायलों को नजदीकी अस्पतालों में पहुंचाया। शुरुआती रिपोर्ट के मुताबिक, बस के नदी में गिरने के कारणों की जांच की जा रही है. घटना की गंभीरता को देखते हुए प्रशासन ने सभी जरूरी कदम उठाए हैं और राहत कार्य को प्राथमिकता दी है. इस दुखद घटना से स्थानीय समुदाय और यात्रियों में चिंता और शोक की लहर फैल गई है। प्रशासन और बचाव दल दुर्घटना की सभी परिस्थितियों की गहनता से जांच कर रहे हैं और प्रभावित परिवारों को हर संभव सहायता प्रदान की जा रही है।
2024-08-23 12:49:25पीएम मोदी की यह यात्रा ऐतिहासिक है। भारत और यूक्रेन के बीच 1992 में राजनयिक संबंध स्थापित होने के बाद किसी भारतीय प्रधानमंत्री की पहली यात्रा होगी। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पोलैंड की अपनी दो दिवसीय यात्रा के संपन्न होने के बाद बृहस्पतिवार को यूक्रेन की ऐतिहासिक यात्रा पर रवाना हुए हैं। राष्ट्रपति वोलोदिमीर जेलेंस्की के निमंत्रण पर यूक्रेन की यात्रा पर गए पीएम मोदी ने कहा है कि वह जारी संघर्ष के शांतिपूर्ण समाधान को लेकर यूक्रेनी नेता के साथ अपने विचार साझा करेंगे।पीएम नरेंद मोदी पौलेंड से यूक्रेन जिस ट्रेन से जाएंगे उसका नाम रेल फोर्स वन है. पीएम मोदी इस ट्रेन में तकरीबन 600 किमी का सफर पूरा करेंगे. वे इस ट्रेन में 10 घंटे का सफर कर कीव पहुंचेंगे और फिर इतने ही समय में वापसी करेंगे. यह ट्रेन पीएम मोदी की सिक्योरिटी को ध्यान में रखते हुए तैयार की गई एक लग्जरी टेन हैं. जिसमें सुविधाओं के साथ साथ सुरक्षा के भी तगड़े इंतजाम हैं।
2024-08-23 07:31:01पाकिस्तान की खुफिया एजेंसी आईएसआई के पूर्व चीफ फैज हमीद की मुश्किलें बढ़ती हुई नजर आ रही है। फैज हमीद के खिलाफ पाकिस्तान सेना अधिनियम के प्रावधानों के तहत कार्रवाई की गई है।पाकिस्तान आईएसआई के पूर्व प्रमुख फैज हमीद को टॉप सिटी से जुड़े एक हाउसिंग स्कीम घोटाले से संबंधित आरोपों में हिरासत में ले लिया गया है. उनके खिलाफ कोर्ट मार्शल की कार्यवाही शुरू की गई है. पाकिस्तानी सेना के जनसंपर्क विंग ने कहा कि सुप्रीम कोर्ट के आदेश के बाद एक कोर्ट ऑफ इन्क्वायरी की गई, जिसमें पाकिस्तान आर्मी एक्ट के तहत हमीद के खिलाफ शिकायतें वैध पाई गई।
2024-08-12 21:05:35Monkeypox Virus: अफ्रीकी देशों में मंकीपॉक्स वायरस तेजी से फैल रहा है, जिससे स्वास्थ्य अधिकारियों में चिंता बढ़ गई है. इन दिनों कांगो, केन्या, रवांडा और युगांडा समेत दस अफ्रीकी देशों में मंकीपॉक्स (एमपॉक्स) वायरस कहर बरपा रहा है. एमपॉक्स के मामलों में चिंताजनक वृद्धि को देखते हुए विश्व स्वास्थ्य संगठन ने एक आपातकालीन बैठक बुलाई। संगठन को डर है कि यह वायरस सभी अफ्रीकी देशों और दुनिया के अन्य देशों में फैल सकता है।आपको बता दें कि पिछले साल सितंबर से कांगो में मंकीपॉक्स के मामलों में बढ़ोतरी हुई है। इसके कारण, कांगो के पड़ोसी देशों में भी एक नया तनाव पाया गया है, जिससे डब्ल्यूएचओ की चिंता बढ़ गई है कि यह बीमारी वैश्विक स्वास्थ्य खतरा पैदा कर सकती है।इस मींटिंग में WHO के महानिदेशक टेड्रोस एडनॉम घेब्रेयसस ने कहा कि इस वायरस के मामले इन छह महिनों में बीते साल सामने आए मामलों के बराबर हैं. जहां अफ्रीकी देशों में यह वायरस फैल रहा है, वहीं भारत में भी लोगों की चिंता बढ़ती जा रही है। ऐसे में यह समझना जरूरी है कि मंकीपॉक्स वायरस क्या है। आइए जानते हैं वायरस से सावधान रहने की कुछ बातें।एमपॉक्स मंकीपॉक्स वायरस के कारण होता है। यह एक संक्रामक रोग है, जो किसी संक्रमित व्यक्ति या जानवर के संपर्क में आने से होता है। मंकीपॉक्स ऑर्थोपॉक्सवायरस परिवार से संबंधित है, जो चेचक जैसा दिखता है। इसमें वेरियोला वायरस भी शामिल है।मंकीपॉक्स के लक्षणों में बुखार, सिरदर्द, मांसपेशियों में दर्द और सूजी हुई लिम्फ नोड्स शामिल हैं। इसके बाद दाने निकल आते हैं जो आमतौर पर चेहरे पर शुरू होते हैं और पूरे शरीर में फैल जाते हैं। दाने चकत्ते से लेकर फुंसियों तक विकसित होते हैं, जो अंततः पपड़ी बन जाते हैं। लक्षण आमतौर पर 2-4 सप्ताह तक रहते हैंमंकीपॉक्स से खुद को कैसे बचाएं1) संक्रमित जानवरों, खासकर बीमार या मृत जानवरों के संपर्क से बचें।2) किसी संक्रमित व्यक्ति द्वारा दूषित बिस्तर और अन्य सामग्रियों के संपर्क से बचें।3) मांस या जानवरों के अंगों वाले सभी खाद्य पदार्थों को अच्छी तरह से पकाएं।4) अपने हाथ बार-बार साबुन और पानी से धोएं।5) वायरस से संक्रमित लोगों के संपर्क से बचें।6) असुरक्षित यौन संबंध से बचें.7) ऐसा मास्क पहनें जो आपके मुंह और नाक को ढके।8) बार-बार छुई जाने वाली सतहों को साफ करें।9) वायरस से संक्रमित लोगों की देखभाल करते समय पीपीई का उपयोग करें।
2024-08-10 15:26:06बांग्लादेश सुप्रीम कोर्ट के मुख्य न्यायाधीश ओबेदुल हसन ने न्यायपालिका के प्रमुख पद से इस्तीफा दे दिया है. शनिवार को ढाका में प्रदर्शनकारियों ने सुप्रीम कोर्ट का घेराव किया. इसके बाद दोपहर 1 बजे तक चीफ जस्टिस समेत सभी जजों को इस्तीफा देने को कहा गया.मुख्य न्यायाधीश ने सुप्रीम कोर्ट परिसर में संवाददाताओं से कहा कि उन्होंने उभरती स्थिति के बीच देश भर में सुप्रीम कोर्ट, हाई कोर्ट और निचली अदालत के न्यायाधीशों की सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए इस्तीफा देने का फैसला लिया है। यह पूछे जाने पर कि क्या सुप्रीम कोर्ट के अन्य जज भी इस्तीफा देंगे, मुख्य न्यायाधीश ने कहा कि यह उनका फैसला है.चीफ जस्टिस पर क्यों भड़के छात्र?मुख्य न्यायाधीश ने नई अंतरिम सरकार से परामर्श किए बिना पूर्ण-अदालत बैठक बुलाई, जिससे छात्रों का गुस्सा भड़क गया। प्रदर्शनकारियों का आरोप है कि कोर्ट के जज इस साजिश का हिस्सा हैं. स्थिति तनावपूर्ण होने पर पूर्ण-अदालत बैठक रद्द कर दी गई। लेकिन प्रदर्शनकारी नहीं माने और सुप्रीम कोर्ट का घेराव जारी रखा. छात्रों ने मुख्य न्यायाधीश को इस्तीफा देने के लिए एक घंटे का समय दिया. प्रदर्शनकारियों ने चेतावनी दी कि अगर उन्होंने इस्तीफा नहीं दिया तो वे न्यायाधीशों और मुख्य न्यायाधीश ओबेदुल हसन के आवासों पर हमला करेंगे। शेख हसीना के देश छोड़ने के बाद मुहम्मद यूनुस के नेतृत्व में नई सरकार बनी.
2024-08-10 14:41:28ब्राजील के साओ पाओलो में एक बड़ा हादसा हो गया है यहां एक यात्री विमान दुर्घटनाग्रस्त हो गया। रॉयटर के मुताबिक इस विमान में 61 लोग सवार थे। विमान एक आवासीय इलाके में क्रैश हुआ। घटना से जुड़े वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहे हैं।स्थानीय मीडिया आउटलेट्स ने शुक्रवार को बताया कि ब्राजील के विनहेडो में 62 लोगों को ले जा रहा एक यात्री विमान दुर्घटनाग्रस्त हो गया. ब्राजील की क्षेत्रीय एयरलाइन VOEPASS ने साओ पाउलो राज्य के विनहेडो क्षेत्र में उड़ान 2283-PS-VPB से जुड़ी दुर्घटना की पुष्टि की, कैस्कवेल से ग्वारूलहोस हवाई अड्डे के लिए रवाना हुए इस विमान में 58 यात्री और 4 चालक दल के सदस्य सवार थे.रिहायशी इलाके में गिरा, कई घरों से टकरायाब्राजील के टेलीविजन नेटवर्क ग्लोबोन्यूज के मुताबिक नागरिक सुरक्षा विभाग ने बताया है कि विमान रिहायशी इलाके में गिरा। इस दौरान वह कई घरों से टकराया। वोएपास विमान कास्केवेल से रवाना हुआ था और साओ पाओलो के रास्ते पर था।
2024-08-10 08:09:59भारत ने पुरुष हॉकी कांस्य पदक मैच में स्पेन को 2-1 से हराकर पेरिस ओलंपिक में अपना चौथा पदक जीता। ओलंपिक में पुरुष हॉकी में यह भारत का लगातार दूसरा कांस्य पदक है। भारत ने टोक्यो ओलंपिक में जर्मनी को 5-4 से हराकर कांस्य पदक जीता था। भारत ने ओलंपिक इतिहास में पुरुष हॉकी में आठ स्वर्ण, एक रजत और चार कांस्य पदक जीते हैं।ओलंपिक में भारतीय हॉकी टीम का यह चौथा कांस्य पदक है। हॉकी के इतिहास में भारत ने सर्वाधिक 8 स्वर्ण पदक जीते हैं। इसके अलावा भारत ने 1 रजत भी जीता है। 1928 के एम्स्टर्डम ओलंपिक से भारतीय हॉकी टीम के सनसनीखेज प्रदर्शन की शुरुआत हुई थी। उस संस्करण में मेजर ध्यान चंद के नेतृत्व में भारत ने 29 गोल किए और एक भी गोल नहीं खाया था।
2024-08-08 19:38:24जापान में भूकंप के तेज झटके महसूस किए गए हैं। भूकंप की तीव्रता रिक्टर स्केल पर 7.1 मापी गई है. भूकंप के साथ सुनामी की चेतावनी भी जारी की गई है. जापान के क्यूशू और शिकोकू द्वीपों पर भूकंप के झटके महसूस किए गए। दक्षिणी जापान में 07:50 GMT पर सुनामी आने की आशंका है। जापान मौसम विभाग ने अलर्ट जारी किया है.भूकंप के साथ ही मियाज़ाकी, कोच्चि, इहिमे, कागोशिमा और ऐटा समेत जापान के कई तटीय इलाकों में सुनामी की चेतावनी जारी कर दी गई है और स्थिति पर कड़ी नजर रखी जा रही है. क्यूशू के मियाज़ाकी में 20 सेंटीमीटर ऊंची समुद्री लहरें देखी गईं।पृथ्वी के भीतर सात टेक्टोनिक प्लेटें हैं। ये प्लेटें लगातार घूमती रहती हैं। जब ये प्लेटें आपस में टकराती हैं तो रगड़ती हैं। जब वे एक-दूसरे पर चढ़ते हैं या उनसे दूर जाते हैं तो ज़मीन हिलने लगती है। इसे भूकंप कहते हैं. रिक्टर पैमाने का उपयोग भूकंप मापने के लिए किया जाता है। इसे रिक्टर मैग्नीट्यूड स्केल कहा जाता है. रिक्टर परिमाण पैमाना 1 से 9 तक होता है। भूकंप की तीव्रता उसके केंद्र यानी एपी सेंटर से मापी जाती है. यानी उस केंद्र से निकलने वाली ऊर्जा को इस पैमाने पर मापा जाता है। दूर जाते ही वे कमजोर हो जाते हैं। यदि रिक्टर स्केल पर तीव्रता 7 है तो उसके आसपास 40 किलोमीटर के दायरे में तेज झटका आता है।
2024-08-08 15:01:37बांग्लादेश में जारी हिंसा के बीच सैकड़ों बांग्लादेशी नागरिक भारत से लगी अंतरराष्ट्रीय सीमा पर जमा हो गए. बीएसएफ ने कहा कि लगभग 120 से 140 बांग्लादेशी नागरिकों ने सीमा पार से भारत में प्रवेश करने की कोशिश की, लेकिन सैनिकों ने उन्हें रोक दिया। बुधवार को दार्जिलिंग के कदमतला में बीएसएफ मुख्यालय के अधिकार क्षेत्र में उत्तरी बंगाल सीमा पर दो स्थानों पर बांग्लादेश के लोग एकत्र हुए। उधर, मानिकगंज बॉर्डर पर भी करीब 500 से 600 बांग्लादेशी नागरिकों ने भारत में घुसने की कोशिश की. बुधवार को सैकड़ों बांग्लादेशी नागरिक पश्चिम बंगाल के जलपाईगुड़ी जिले में भारत के साथ अंतरराष्ट्रीय सीमा पर एकत्र हुए और दावा किया कि उनके देश में उन पर हमला किया जा रहा है। अधिकारियों ने बताया कि यह घटना ज़ापोर्टला सीमा चौकी क्षेत्र में दक्षिण बेरुबारी गांव के पास हुई। उन्होंने कहा कि अर्धसैनिक बॉर्डर गार्ड बांग्लादेश (बीजीबी) बाद में उन्हें वापस ले गया। सीमा को पूरी तरह से सील कर दिया गया है: बीएसएफ उन्होंने बताया कि ये लोग जलपाईगुड़ी की सीमा से सटे बांग्लादेश के पंचगढ़ जिले के पांच गांवों के हैं. सीमा सुरक्षा बल (बीएसएफ) के एक अधिकारी ने कहा कि बांग्लादेशी सीमा पर एकत्र हुए थे, लेकिन सीमा पूरी तरह से सील होने के कारण कोई भी भारत में प्रवेश नहीं कर सका। बाद में बीजीबी ने उसे वापस ले लिया.
2024-08-08 13:55:04बांग्लादेश में अंतरिम सरकार के नए प्रमुख के तौर पर नोबेल पुरस्कार विजेता डॉ. मोहम्मद यूनुस को चुना गया है। सेना प्रमुख जनरल वेकर-उज़-ज़मान ने बताया कि मोहम्मद यूनुस 8 अगस्त को नए अंतरिम PM के तौर पर शपथ लेंगे।मोहम्मद यूनुस ने बुधवार (7 अगस्त) को हिंसा को देखते हुए सभी से शांति की अपील भी की. शेख हसीना के पीएम पद छोड़कर जाने के बाद ही बांग्लादेश में आगजनी, हिंसा और तोड़फोड़ की घटनाएं बढ़ गई हैं।जनरल जमां ने बताया कि अंतरिम सरकार की सलाहकार परिषद में 15 सदस्य होंगे और उसके मुखिया मुहम्मद यूनुस होंगे। राष्ट्रपति मुहम्मद शहाबुद्दीन ने मंगलवार रात यूनुस को अंतरिम सरकार का प्रमुख नियुक्त किया है। राष्ट्रपति ने यह नियुक्ति शेख हसीना के प्रधानमंत्री पद से इस्तीफा देकर देश छोड़ने के बाद की है।शपथ ग्रहण करने से पहले कहा येमोहम्मूद यूनुस पेरिस में इलाज करवाने के बाद ढाका लौट रहे हैं. उन्होंने फ्लाइट में बैठने से पहले कहा, "मैं सभी से शांत रहने की अपील करता हूं. कृपया किसी भी तरह की हिंसा से बचें. मैं ये देखने के लिए घर वापस जाने का इंतजार कर रहा हूं कि वहां क्या हो रहा है और हम जिस तरह की परेशानी में हैं. उससे बाहर निकलने के लिए खुद को किस तरह से व्यवस्थित किया जा सकता है."
2024-08-08 09:23:03बांग्लादेश में हालात तेजी से बदल रहे हैं। बांग्लादेश के राष्ट्रपति मोहम्मद शहाबुद्दीन ने नोबेल पुरस्कार विजेता मोहम्मद यूनुस को बांग्लादेश की अंतरिम सरकार का प्रमुख नियुक्त किया है। मशहूर हिंदू गायक का घर जलायाकट्टरपंथियों की भीड़ ने ढाका के धानमंडी में प्रख्यात बांग्लादेशी गायक राहुल आनंद के 140 साल पुराने घर पर हमला किया है। उपद्रवियों ने हिंदू गायक के घर में आग लगा दी, जिसमें 3000 से ज्यादा संगीत वाद्ययंत्र जलाकर राख कर दिए गए।बांग्लादेश में हिंसा पीड़ितों ने रखी 11 मांगेंबांग्लादेश में विरोध-प्रदर्शन में मारे गए लोगों के परिवारों ने अंतरिम सरकार के समक्ष नौकरी एवं पुनर्वास समेत 11 सूत्री मांगें रखीं. इसमें फूड-कार्ड कार्यक्रम के तहत आयु के आधार पर स्नातकोत्तर तक के सभी छात्रों को 2,000-3,000 टका (बांग्लादेशी मुद्रा) प्रति माह अनुदान देना, नौकरी के इच्छुक लोगों को 3,000 टका बेरोजगारी भत्ता देना और प्रभावित परिवारों का शीघ्र पुनर्वास करना शामिल है।कौन हैं मोहम्मद यूनुसमोहम्मद यूनुस का जन्म 28 जून, 1940 में हुआ था। वह बांग्लादेश के एक सामाजिक उद्यमी, एक बैंकर, एक अर्थशास्त्री और सामाजित नेता हैं। गरीबी उन्मूलन के विशेष प्रयासों के लिए 2006 में यूनुस को नोबेल शांति पुरस्कार मिला था। यूनुस ने 1983 में ग्रामीण बैंक की स्थापना की थी जो गरीब लोगों को छोटे कर्ज मुहैया कराता है। बांग्लादेश को अपने ग्रामीण बैंक के माध्यम से माइक्रोक्रेडिट के लिए दुनियाभर में सराहना हासिल हुई थी।
2024-08-07 08:38:40आजादी के बाद बांग्लादेश सबसे बड़े संकट से जूझ रहा है। तख्तापलट के बाद कट्टरपंथियों के वर्चस्व से अस्थिर अराजक माहौल वहां के हिंदू समुदाय के लिए बड़ी चिंता का विषय बन सकता है। बांग्लादेश में पिछले महीने, सरकारी नौकरियों में आरक्षित कोटा के खिलाफ प्रदर्शन कर रहे छात्र समूहों द्वारा की गई हिंसा में कम से कम 150 लोग मारे गए और हजारों लोग घायल हो गए।जून के अंत में शुरू हुआ आंदोलन सरकारी नौकरियों में स्वतंत्रता सेनानियों के वंशजों को मिलने वाले आरक्षण के खिलाफ था। विरोध के बीच जुलाई में सुप्रीम कोर्ट ने देश में अधिकतर आरक्षण को खत्म कर दिया। आंदोलन कब उग्र हुआ?दरअसल, मामले ने तब और तूल पकड़ा जब प्रधानमंत्री हसीना ने अदालती कार्यवाही का हवाला देते हुए प्रदर्शनकारियों की मांगों को पूरा करने से इनकार कर दिया। सरकार के इस कदम के चलते छात्रों ने अपना विरोध तेज कर दिया।हिंसा को रोकने के लिए देश में मोबाइल इंटरनेट सेवाएं बंद कर दी गई, देश में कर्फ्यू लगा दिया गया। सरकार ने तीन दिन की सार्वजनिक छुट्टी घोषित कर दी। इन सब के बाद हालात काबू में नहीं आ सके।शेख हसीना ने दिया इस्तीफापीएम हसीना ने विरोध किया और सेना के हेलीकॉप्टर के साथ देश छोड़ दिया है। सेना ने देश में अनिश्चितकालीन प्रतिबंध लगा दिया है और अंतरिम सरकार बनाने की भी घोषणा की है। जानकारी के मुताबिक शेख हसीना भारत पहुंची हैं।
2024-08-06 08:14:01बांग्लादेश में पिछले महीने से जारी जानलेवा हिंसा के बीच शेख हसीना ने प्रधानमंत्री पद से इस्तीफा दे दिया है। मीडिया रिपोर्टों के मुताबिक, बांग्लादेश की प्रधानमंत्री शेख हसीना ने सोमवार को अपने पद से इस्तीफा दे दिया। इसके साथ हसीना ने ढाका छोड़ दिया है और किसी सुरक्षित स्थान पर चली गई हैं। वहीं, रॉयटर्स ने बताया है कि इन खबरों के बीच प्रधानमंत्री हसीना एक सैन्य हेलीकॉप्टर से भारत के लिए रवाना हो गई हैं।देश के कई इलाकों में जीत का जश्न मनाया जा रहा है। इस हिंसा में 300 से ज्यादा लोग मारे गए हैं। शेख हसीना के साथ उनकी बहन ने भी ढाका छोड़ दिया है। बांग्लादेश आर्मी चीफ ने हसीना से कहा था कि उनको सम्मानजनक तरीके से इस्तीफा देकर सत्ता से हट जाना चाहिए। इस बीच बांग्लादेश की प्रधानमंत्री के बेटे ने सुरक्षा बलों से किसी भी अनिर्वाचित सरकार को सत्ता में आने से रोकने का आग्रह किया है। सेना प्रमुख देश को संबोधित करने वाले हैं।बंगलादेश के आर्मी चीफ ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा है कि, 'आप लोग शांति बनाकर रखे, हम लोग अंतरिम सरकार बनाएंगे. आप सभी धैर्य और सब्र रेखें. अर्थव्यवस्था को नुकसान हो रहा है. सीविल सोसाइटी के लोगों के साथ मीटिंग हुई थी. सेना शांति बनाए रखने का काम करेगा. सरकार विरोधी प्रदर्शनों में रविवार से लेकर अब तक 106 से अधिक लोगों की मौत हो गयी है. वहीं, बांग्लादेश में चल रहे तनाव के बीच सीमा सुरक्षा बल (BSF) ने भारत और बांग्लादेश बॉर्डर पर हाई अलर्ट जारी किया है. DG BSF इस समय पश्चिम बंगाल के दौरे पर हैं.
2024-08-05 15:49:45रूस : दुनियाभर इस वक्त कई युद्ध देखने को मिल रहा है कुछ युद्ध बड़े पैमाने पर होने के कगार पर हैं. विश्वभर में जंग सिर्फ बंदूकों और तोपों तक सीमित नहीं है. बल्कि वैश्विक स्तर पर ‘डिजिटल वॉर’ भी शुरू होता नजर आ रहा है. इसी बीच रूस ने एक बड़ा ऐलान कर दिया है. रूसी स्टेट ड्यूमा (रूसी संसद) के डिप्टी एलेक्सी डिडेन्को के अनुसार, रूस में गूगल, गूगल एंड्रॉयड और आईओएस को जल्द ही ब्लॉक कर दिया जाएगा. रूसी अधिकारी ने आगे कहा कि इन प्लेटफार्मों को प्रतिबंध उन लोगों पर विशेष तरह पर लगाया जाएगा जो गोपनीय जानकारी तक पहुंच रखते हैं. उन्होंने लोगों को हिदायत देते हुए कहा कि रूस की तरफ से यह पहला संकेत है. सभी को अन्य प्लेटफार्मों पर स्विच करने की आवश्यकता है. हालांकि, अभी यह स्पष्ट नहीं है कि ये कदम रूसी अधिकारियों द्वारा उठाया गया था या फिर किसी संबंधित प्लेटफार्मों द्वारा.दुनिया में इस वक्त युद्ध अब बन्दूकों, तोपों और बम-गोलों तक सीमित नहीं रह गया है। अब वैश्विक स्तर पर 'डिजिटल युद्ध' शुरू होता दिख रहा है। इस बीच रूस ने एक बड़ा ऐलान किया है। रूसी राज्य ड्यूमा (रूसी संसद) के डिप्टी एलेक्सी डिडेंको के अनुसार, Google, Android और IOS को जल्द ही रूस में ब्लॉक कर दिया जाएगा। रूस में सरकारी अधिकारियों और नौकरशाहों पर बहुत पहले ही इस प्लेटफॉर्म के इस्तेमाल पर प्रतिबंध लगा दिया गया था। अब पुतिन की योजना इसे पूरे देश में लागू करने की है। रूसी मीडिया रिपोर्टों से यह भी पता चला है कि रूस में Google सेवाओं पर पहली बार प्रतिबंध लगाए जाने के बाद रूसी वीडियो होस्टिंग सेवा प्लेटफ़ॉर्म बंद कर दिया गया है। वेबसाइट भी डाउन है और इसके पीछे की वजह तकनीकी खराबी है। हालाँकि, रूसी अधिकारी के इस बयान के बाद कुछ सवाल भी उठ रहे हैं कि क्या रूस में Google का बंद होना तकनीकी खराबी है या जानबूझकर किया गया है।
2024-08-04 02:53:08नई दिल्ली: इजरायल और ईरान के बीच युद्ध का खतरा बढ़ गया है। हमास प्रमुख इस्माइल हानियन को आज कतर में अंतिम संस्कार दिया गया है। ईरान ने अब इजराइल से बदला लेने की कसम खाई है। इसे ध्यान में रखते हुए तेल-अवीव में स्थित भारतीय दूतावास ने अपने नागरिकों के लिए विशेष दिशानिर्देश जारी किए हैं। भारतीय दूतावास ने कहा है कि मौजूदा स्थिति को देखते हुए, इज़राइल में रहने वाले सभी भारतीयों को अनावश्यक रूप से यात्रा न करने और स्थानीय अधिकारियों द्वारा जारी सतर्कता और सुरक्षा से संबंधित सभी प्रोटोकॉल का पालन करने का निर्देश दिया गया है।तेल अवीव में भारतीय दूतावास ने इज़राइल में रहने वाले नागरिकों से अनावश्यक यात्रा से बचने और सुरक्षित स्थानों के करीब रहने को कहा है। इसमें कहा गया है कि भारतीय दूतावास पूरी स्थिति पर करीब से नजर रख रहा है और अपने लोगों की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए इजरायली अधिकारियों के साथ काम कर रहा है। दूतावास की ओर से नागरिकों को सतर्क रहने और स्थानीय अधिकारियों द्वारा निर्धारित प्रोटोकॉल का पालन करने के लिए कहा गया है। इसके अलावा आपात स्थिति में दूतावास की 24*7 हेल्पलाइन पर संपर्क करने को कहा गया है। दूतावास ने दूरसंचार के साथ-साथ ईमेल का भी खुलासा किया है। साथ ही जिन भारतीयों ने दूतावास में पंजीकरण नहीं कराया है, उन्हें भी एक लिंक के माध्यम से तुरंत पंजीकरण कराने के लिए कहा गया है।इस्माइल हनियेह की हत्या से तनाव बढ़ गयाहमास प्रमुख इस्माइल हनियेह उर्फ इस्माइल हनियेह जो ईरान के राष्ट्रपति हैं। मसूद पेजेशकियान के शपथ ग्रहण समारोह में भाग लेने गया था, समारोह के कुछ घंटों बाद ही उसकी हत्या कर दी गई। हनिया तेहरान में अपने घर पर हवाई हमले में मारा गया था। इसके बाद ईरान ने इजराइल से बदला लेने की धमकी दी है।
2024-08-03 01:32:24इस्राइल के गोलान हाइट्स में फुटबॉल मैदान पर हिजबुल्ला द्वारा किए गए हमले में 12 बच्चों की मौत हो गई थी। इजराइल ने लेबनान की राजधानी बेरूत में मंगलवार को हमला कर हिजबुल्ला के टॉप कमांडर को ढेर कर दिया था। कमांडर फउद शुकर का खात्मा कर इजराइल ने गोलान हाइट्स में 12 बच्चों की मौत का बदला लिया था।बताया जा रहा है की शीर्ष कमांडर फुआद शुकर के मौत के बाद से गुस्साए हिजबुल्ला ने गुरुवार को देर रात (स्थानीय समय) इस्राइल पर दर्जनों रॉकेज हमले किए। हालांकि, केवल पांच रॉकेट ही इस्राइल में प्रवेश कर पाए। इस्राइल के रक्षा बलों के अनुसार, रॉकेट हमलों में किसी तरह के नुकसान या किसी नागरिक के घायल होने की खबर नहीं है। वहीं, इस्राइल ने भी जवाबी कार्रवाई में दक्षिणी लेबनान के येटर में हिजबुल्ला के रॉकेट लॉन्चर पर हमला किया। इजराइली सेना ने क्या कहाइजराइली सेना के अनुसार जवाब में लेबनान के येटर में हिजबुल्ला के रॉकेट लॉन्चर पर हमला किया, जिसका इस्तेमाल पश्चिमी गैलिली पर बमबारी के लिए किया जा रहा था। सेना ने कहा कि हमले में दागे गए कई रॉकेटों हवा में ही नष्ट कर दिया गया, जबकि कई खुले क्षेत्र में जा गिरे। इजराइल अब तक सिर्फ शुकर ही नहीं बल्कि हिजबुल्ला के कई टॉप कमांडरों का खात्मा कर चुका है। मारे जाने वालों में विसम ताविल, मोहम्मद नामेह नासिर भी शामिल हैं।
2024-08-02 07:59:52नई दिल्ली: इजराइल लगातार अपने दुश्मनों को तबाह कर रहा है। मंगलवार को लेबनान की राजधानी बेरूत में एक हमले में हिजबुल्लाह के एक शीर्ष सैन्य कमांडर फौद शूकर की मौत हो गई। इसके बाद बुधवार सुबह तड़के ईरान की राजधानी तेहरान में हुए हमले में हमास प्रमुख इस्माइल हानिया की मौत हो गई. 7 अक्टूबर को हमास के हमले के बाद से इजराइल ने अपने दुश्मनों को निशाना बनाना जारी रखा है और गाजा पट्टी को कब्रिस्तान में बदल दिया है.मंगलवार को इजरायली सेना ने लेबनान की राजधानी बेरुत पर हमला कर हिजबुल्लाह के नंबर-2 टॉप मिलिट्री कमांडर फौद शूकर को मार गिराया. 31 जुलाई की सुबह तड़के ईरान की राजधानी तेहरान पर हमला किया गया और हमास प्रमुख इस्माइल हनियेह और उनके अंगरक्षक मारे गए। एक दिन पहले ही वह ईरान के नए राष्ट्रपति के शपथ ग्रहण समारोह में शामिल होने आए थे.इजराइल की वायु सेना ने मंगलवार को बेरुत पर बमबारी की, जिसमें हिजबुल्लाह के शीर्ष सैन्य कमांडर फौद शूकर की मौत हो गई। शूकर को हज मोहसिन के नाम से भी जाना जाता था। इज़राइल ने अपने नियंत्रण वाले गोलान हाइट्स पर रॉकेट हमले के लिए फौद शूकर को दोषी ठहराया। इजराइली सेना ने एक बयान में कहा, हमारे युद्धक विमानों ने बेरूत में आतंकवादी संगठन हिजबुल्लाह के सबसे वरिष्ठ सैन्य कमांडर और इसकी रणनीति इकाई के प्रमुख फौद शूकर को मार गिराया है।हिजबुल्लाह कई देशों में एक आतंकवादी संगठन हैहिज़्बुल्लाह लेबनान और अधिकांश मध्य पूर्व में सबसे प्रभावशाली शिया मिलिशिया समूहों में से एक है। इसका गठन 1982 में हुआ था जब इज़राइल ने लेबनान पर आक्रमण किया था। हिजबुल्लाह का मुख्य उद्देश्य इजरायली सेना को लेबनान से बाहर निकालना और इस्लामिक राज्य स्थापित करना था।हिजबुल्लाह ने खुद को एक राजनीतिक दल के रूप में भी स्थापित किया है और लेबनान की राजनीति में एक महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है। हिज़्बुल्लाह लेबनान में सामाजिक सेवाएँ, अस्पताल और स्कूल भी चलाता है। हालाँकि, हिज़्बुल्लाह को कई देशों द्वारा एक आतंकवादी संगठन के रूप में नामित किया गया है। यह संगठन इज़राइल के साथ कई संघर्षों में शामिल है और इसे ईरान और सीरिया से समर्थन प्राप्त है।
2024-08-01 00:24:11अमेरिका : बॉलीवुड सुपरस्टार्स के प्रशंसक अपने आइकन 79 वर्षीय अमिताभ बच्चन के लिए अपनी दीवानगी जताई। दुनिया के सबसे पसंदीदा सितारों की सूची में सबसे अमिताभ बच्चन ऊपर हैं। अमेरिका के न्यू जर्सी के एक भारतीय जोड़े ने बॉलीवुड के शहंशाह के प्रति अपने प्यार को अगले स्तर पर पहुंचा दिया। इंटरनेट सुरक्षा इंजीनियर गोपी सेठ और उनकी पत्नी रिंकू वर्तमान में अमेरिका में सबसे चर्चित भारतीय जोड़े हैं। सेठ ने अपने घर पर मेगास्टार अमिताभ बच्चन की आदमकद प्रतिमा स्थापित करके सभी को चौंका दिया।BIG B के प्रसिद्ध ‘कौन बनेगा करोड़पति’ अवतार को एक प्रतिमा में अमर कर दिया गया है और जोड़े के घर में एक कांच के बक्से में रखा है। प्रतिमा को राजस्थान में 75,000 अमेरिकी डॉलर (यानि लगभग 60 लाख रुपये) में डिजाइन किया गया था। प्रतिमा की फोटो इंटरनेट पर वायरल होने के बाद परिवार का ध्यान आकर्षित हुआ।न्यू जर्सी के एडिसन सिटी में रहने वाले इस जोड़े ने प्रतिमा का अनावरण करने के लिए समुदाय के नेता अल्बर्ट जसानी को आमंत्रित किया था। मेगास्टार की प्रतिमा को देखने के लिए शेठ निवास पर करीब 600 लोग आए थे। गोपी ने कहा कि ‘शोले’ स्टार उनके और उनकी पत्नी के लिए भगवान की तरह है।इंजीनियर ने आगे कहा कि वे न केवल रील हीरो से बल्कि फिल्मों के बाहर बिग बी के व्यक्तित्व से भी प्रेरित हैं। गोपी ने कहा कि उन्हें और उनके परिवार को बिग बी की विनम्रता प्रेरणादायक लगी। "वह मेरे और मेरी पत्नी के लिए भगवान से कम नहीं हैं। उनके बारे में सबसे बड़ी बात जो मुझे प्रेरित करती है, वह है न केवल उनकी रील लाइफ बल्कि रियल लाइफ भी... वह सार्वजनिक रूप से खुद को कैसे संभालते हैं, वह कैसे संदेश देते हैं और संवाद करते हैं... आप सब कुछ जानते हैं। वह बहुत ही विनम्र हैं। वह अपने प्रशंसकों का ख्याल रखते हैं। वह इतने सारे अन्य सितारों की तरह नहीं हैं। यही कारण है कि मैंने सोचा कि मुझे अपने घर के बाहर भी उनका दर्जा रखना चाहिए," गोपी ने पीटीआई के हवाले से कहा।
2024-07-31 01:41:35अमेरिका : बॉलीवुड सुपरस्टार्स के प्रशंसक अपने आइकन 79 वर्षीय अमिताभ बच्चन के लिए अपनी दीवानगी जताई। दुनिया के सबसे पसंदीदा सितारों की सूची में सबसे अमिताभ बच्चन ऊपर हैं। अमेरिका के न्यू जर्सी के एक भारतीय जोड़े ने बॉलीवुड के शहंशाह के प्रति अपने प्यार को अगले स्तर पर पहुंचा दिया। इंटरनेट सुरक्षा इंजीनियर गोपी सेठ और उनकी पत्नी रिंकू वर्तमान में अमेरिका में सबसे चर्चित भारतीय जोड़े हैं। सेठ ने अपने घर पर मेगास्टार अमिताभ बच्चन की आदमकद प्रतिमा स्थापित करके सभी को चौंका दिया।BIG B के प्रसिद्ध ‘कौन बनेगा करोड़पति’ अवतार को एक प्रतिमा में अमर कर दिया गया है और जोड़े के घर में एक कांच के बक्से में रखा है। प्रतिमा को राजस्थान में 75,000 अमेरिकी डॉलर (यानि लगभग 60 लाख रुपये) में डिजाइन किया गया था। प्रतिमा की फोटो इंटरनेट पर वायरल होने के बाद परिवार का ध्यान आकर्षित हुआ।न्यू जर्सी के एडिसन सिटी में रहने वाले इस जोड़े ने प्रतिमा का अनावरण करने के लिए समुदाय के नेता अल्बर्ट जसानी को आमंत्रित किया था। मेगास्टार की प्रतिमा को देखने के लिए शेठ निवास पर करीब 600 लोग आए थे। गोपी ने कहा कि ‘शोले’ स्टार उनके और उनकी पत्नी के लिए भगवान की तरह है।इंजीनियर ने आगे कहा कि वे न केवल रील हीरो से बल्कि फिल्मों के बाहर बिग बी के व्यक्तित्व से भी प्रेरित हैं। गोपी ने कहा कि उन्हें और उनके परिवार को बिग बी की विनम्रता प्रेरणादायक लगी। "वह मेरे और मेरी पत्नी के लिए भगवान से कम नहीं हैं। उनके बारे में सबसे बड़ी बात जो मुझे प्रेरित करती है, वह है न केवल उनकी रील लाइफ बल्कि रियल लाइफ भी... वह सार्वजनिक रूप से खुद को कैसे संभालते हैं, वह कैसे संदेश देते हैं और संवाद करते हैं... आप सब कुछ जानते हैं। वह बहुत ही विनम्र हैं। वह अपने प्रशंसकों का ख्याल रखते हैं। वह इतने सारे अन्य सितारों की तरह नहीं हैं। यही कारण है कि मैंने सोचा कि मुझे अपने घर के बाहर भी उनका दर्जा रखना चाहिए," गोपी ने पीटीआई के हवाले से कहा।
2024-07-31 01:25:26भारतीय जोड़ी ने 10 मीटर एयर पिस्टल मिक्स्ड टीम इवेंट में रिपब्लिक ऑफ कोरिया की ओह ये जिन और ली वोन्हो 16-10 से हराकर यह उपलब्धि अपने नाम की। इसके साथ ही मनु भाकर एक ओलंपिक में दो मेडल जीतने वाली पहली भारतीय खिलाड़ी बन गई हैं। इससे पहले उन्होंने महिला 10 मीटर एयर पिस्टल में ब्रॉन्ज मेडल जीता था।मनु भाकर ने ओलंपिक में दो मेडल जीत लिए हैं। उन्होंने पेरिस ओलंपिक में 10 मीटर मिक्स्ड टीम इवेंट में सरबजीत सिंह के साथ मिलकर ब्रॉन्ज मेडल जीता। यह मनु भाकर का पेरिस ओलंपिक में दूसरा मेडल है। मनु इसके साथ ही ओलंपिक इतिहास में ऐसी पहली भारतीय खिलाड़ी बन गई हैं। जिन्होंने एक ही ओलंपिक में 2 मेडल जीते हैं। मनु ने रविवार को 10 मीटर एयर पिस्टल इवेंट में ब्रॉन्ज मेडल जीता था।मनु भाकर से पहले ओलंपिक इतिहास में सिर्फ दो भारतीय खिलाड़ी ही ऐसे हुए हैं, जिन्होंने इंडिविजुअल इवेंट में दो मेडल जीते हैं. सुशील कुमार ने 2008 और 2012 में कुश्ती में मेडल जीते थे. इसी तरह स्टार शटलर पीवी सिंधु ने 2016 और 2020 में मेडल जीते हैं.
2024-07-30 14:12:25दुनिया में लगभग हर चार में से एक व्यक्ति जीवित रहने के लिए पृथ्वी की सतह के नीचे मौजूद जलाशयों पर निर्भर हैग्लोबल वार्मिंग भूजल को भी प्रभावित कर सकती है। साफ पानी की झीलों, नदियों और बांधों तक आसान पहुंच नहीं हो पाने के कारण दुनिया में लगभग हर चार में से एक व्यक्ति जीवित रहने के लिए पृथ्वी की सतह के नीचे मौजूद जलाशयों पर निर्भर है। अब विज्ञानियों ने चेताया है कि सदी के अंत तक लाखों लोग पानी की इस मामूली आपूर्ति से भी वंचित हो सकते हैं, क्योंकि बढ़ते तापमान के कारण उथले भूजल के विषाक्त होने का खतरा है। शोधकर्ताओं की एक अंतरराष्ट्रीय टीम ने वैश्विक तापमान वृद्धि के विभिन्न परिदृश्यों के तहत कहा है कि सबसे खराब स्थिति में 2100 में लगभग 59 करोड़ लोग ऐसे जल स्रोतों पर निर्भर हो सकते हैं, जो पीने योग्य पानी के लिए सबसे कड़े मानकों को पूरा नहीं करते हैं।इस समय गर्मी, पिघलती हुई बर्फ और समुद्रों का बढ़ता स्तर नियमित रूप से सुर्खियां बटोर रहे हैं, लेकिन हमारा ध्यान भूमि पर ग्लोबल वार्मिंग के प्रभावों की तरफ नहीं जाता। जलवायु परिवर्तन पर चर्चा करते हुए हमारा फोकस मौसम की घटनाओं और पानी की उपलब्धता पर रहता है, लेकिन हमें भूजल पर पड़ने वाले जलवायु परिवर्तन के प्रभाव के बारे में अधिक व्यापक रूप से सोचने की आवश्यकता है। यह आश्चर्यजनक है कि भूजल के गर्म होने के परिणामों पर इतना कम ध्यान दिया गया है। सतह के ठीक नीचे छिद्रपूर्ण चट्टानों के भीतर फंसा पानी घुले हुए खनिजों, प्रदूषकों और संभावित रोगजनकों से भरा हो सकता है, लेकिन बहुत बड़ी आबादी के समक्ष इस प्रदूषित जल पर निर्भर रहने के सिवाय और कोई विकल्प नहीं है। इन भूमिगत जलाशयों को सिर्फ एक या दो डिग्री गर्म करने से परिणाम भयावह हो सकते हैं l इससे पर्यावरण में ऑक्सीजन की कमी हो सकती है और खतरनाक बैक्टीरिया के विकास को बढ़ावा मिल सकता है, या आर्सेनिक और मैंगनीज जैसी भारी धातुओं की मात्रा पानी में घुल सकती हैविज्ञानियों के अनुसार दुनिया में पहले से ही लगभग तीन करोड़ लोग ऐसे क्षेत्रों में रह रहे हैं, जहां भूजल निर्धारित तापमान से ज्यादा गर्म है। इसका मतलब है कि बिना ट्रीटमेंट के वहां का पानी पीना सुरक्षित नहीं है। आसपास पर्याप्त आकार के सतही जलाशयों वाली आबादी के लिए भी गर्म भूजल उन प्रमुख कारकों को बदल सकता है, जो पानी को मानव उपभोग के लिए सुरक्षित रखते हैं। 7.7 करोड़ से 18.8 करोड़ लोगों के ऐसे क्षेत्र में रहने का अनुमान है जहाँ भूजल 2100 तक पीने योग्य मानकों को पूरा नहीं कर पाएगा। इससे पता चलता है कि भूजल की रक्षा के लिए कार्रवाई करना और भूजल पर जलवायु परिवर्तन के नकारात्मक प्रभाव का मुकाबला करने के लिए स्थायी समाधान खोजना कितना आवश्यक है।Written by: Ashutosh Shukla
2024-07-21 08:21:05नाइजीरिया की सरकार ने शुक्रवार को मेटा पर 220 मिलियन अमेरिकी डॉलर का जुर्माना लगाने की घोषणा की और कहा कि उसकी जांच में फेसबुक और व्हाट्सएप पर देश के डेटा संरक्षण और उपभोक्ता अधिकार कानूनों का "कई बार और बार-बार" उल्लंघन पाया गया।नाइजीरिया की सरकार ने ‘मेटा’ पर 22 करोड़ अमेरिकी डॉलर का जुर्माना लगाया है। नाइजीरिया की सरकार ने मेटा पर जुर्माना लगाने की यह घोषणा शुक्रवार को की। सरकार ने कहा कि उसकी जांच में कंपनी को फेसबुक और व्हाट्सऐप से जुड़े देश के डेटा संरक्षण एवं उपभोक्ता अधिकार कानूनों का ‘‘कई बार’’ उल्लंघन करते पाया गया है। यानि सुरक्षा के लिहाज से सरकार ने मेटा को फिट नहीं पाया। नाइजीरिया के संघीय प्रतिस्पर्धा और उपभोक्ता संरक्षण आयोग (एफसीसीपीसी) के एक बयान में उन पांच तरीकों को सूचीबद्ध किया गया है, जिनके जरिये मेटा ने पश्चिम अफ्रीकी देश में डेटा कानूनों का उल्लंघन किया हैनाइजीरिया के संघीय प्रतिस्पर्धा और उपभोक्ता संरक्षण आयोग, या FCCPC के एक बयान में पाँच तरीके सूचीबद्ध किए गए हैं जिनसे मेटा ने पश्चिम अफ्रीकी देश में डेटा कानूनों का उल्लंघन किया है, जिसमें बिना प्राधिकरण के नाइजीरियाई लोगों के डेटा को साझा करना, उपभोक्ताओं को उनके डेटा के उपयोग को स्वयं निर्धारित करने के अधिकार से वंचित करना, भेदभावपूर्ण व्यवहार और साथ ही बाजार प्रभुत्व का दुरुपयोग शामिल है।”
2024-07-20 17:33:36कोरोना ने दुनियाभर में कोहराम मचा दिया था, अब भले ही लोगों के मन से कोरोना को लेकर डर खत्म हो गया हो लेकिन ये बार-बार वापस आकर लोगों को डराता रहता है. आपको बता दें कि जापान में एक बार फिर से कोरोना का खतरा बढ़ने लगा है. जी हां, कोरोना के इस नए वेरिएंट का नाम KP.3 है. इसका खतरा जापान में तेजी से बढ़ने लगा है. माना जा रहा कि जापान में कोविड-19 संक्रमण की ये 11वीं लहर है. वहीं, तेजी से बढ़ते कोरोना के इस नए वेरिएंट ने फिर से लोगों में खौफ भर दिया है. संक्रमितों की बढ़ती संख्या को देखते हुए स्वास्थ्य मंत्रालय की तरफ से चेतावनी जारी कर दी गई है. ऐसे में संक्रमण के कुछ लक्षणों पर विशेष ध्यान देना बेहद जरूरी है।केपी.3 वैरिएंट के लक्षणएक्सपर्ट के मुताबिक, कोरोना के नए वेरियंट KP.3 के लक्षण JN.1 वैरिएंट से मिलतेजुलते हैं. समय रहते इन लक्षणों की पहचान कर इलाज जरूरी है. इस संक्रमण में बुखार या ठंड लगना, खांसी, सांस लेने में तकलीफ, थकान, मांसपेशियों या शरीर में दर्द, सिरदर्द, स्वाद या गंध की हानि, गला खराब होना, नाक बंद होना या बहना, मतली या उलटी और दस्त जैसी परेशानी शुरुआती लक्षण हैं. इसके अलावा, यदि छाती में लगातार दर्द, जागने में परेशानी, त्वचा के रंग में बदलाव, होंठ या नाखूनों का रंग पीला होने जैसी परेशानी में भी डॉक्टर की सलाह जरूरी है.
2024-07-20 13:00:45ओमान के समुद्रीय तट पर मंगलवार देर रात को करीब 117 मीटर लंबा तेल का जहाज जलमग्न हो गया. इस जहाज पर 16 क्री मेंबर सवार थे, जिनमें से 13 भारतीय नागरिक थे और 3 श्रीलंकाई नागरिक. जहाज के डूबने के बाद ये सभी भी लापता हो गए. इन सभी लापता सदस्यों को खोजने के लिए बचाव अभियान शुरू किया गया है लेकिन अभी तर इनमें से किसी का भी कोई सुराग नहीं मिल पाया है. बता दें कि इस तेल के टैंकर का नाम प्रैस्टीज फाल्कन था.ओमान के तट के पास एक तेल टैंकर पलट गया. जिसमें 13 भारतीयों सहित 16 चालक दल के सदस्य सवार थे, वो सभी लापता हो गए हैं. ओमान के समुद्री सुरक्षा केंद्र ने बताया कि यह जहाज कोमोरोस का झंडा लगा हुआ तेल टैंकर था. जो दुकम बंदरगाह शहर के पास रस मदरका से लगभग 25 समुद्री मील दक्षिण-पूर्व में पलट गया. समुद्री सुरक्षा केंद्र ने बताया कि लापता चालक दल के सदस्यों को बचाने के लिए खोज और बचाव अभियान जारी है.इस तेल टैंकर जहाज के ऊपर पूर्वी अफ्रीकाई देश कोमोरोज का झंडा लगा हुआ था. मंगलवार को अचानक ये तेल टैंकर ओमान के प्रमुख बंदरगाह जिसका नाम औद्योगिक दुक्म है उसमें डूब गया. अभी तक डूबे लोगों का कोई सुराग नहीं मिल पाया है.
2024-07-17 07:35:22नेपाल की कम्युनिस्ट पार्टी के नेता केपी शर्मा ओली ने सोमवार को चौथी बार नेपाल के प्रधानमंत्री पद की शपथ ले ली। राष्ट्रपति राम चंद्र पौडेल उन्हें पद की गोपनीयता की शपथ दिलाई। ओली ने इसके ठीक बाद अपने मंत्रिमंडल में 22 मंत्रियों को जगह देने का एलान किया। इनमें ओली का समर्थन करने वाले चार दलों के नेताओं को जगह दी गई है।रामचंद्र पौडेल ने उनको पद एवं गोपनीयता की शपथ दिलाई। नेपाल के पीएम के तौर पर ओली का यह चौथा कार्यकाल है, वह पूर्व में तीन बार पीएम पद पर रह चुके हैं। ओली ने पीएम पद पर पुष्प कमल दहल प्रचंड की जगह ली है। पुष्प कमल दहल ने शुक्रवार को संसद में बहुमत साबित ना कर पाने का बाद पीएम पद से इस्तीफा दे दिया था। इसके बाद राष्ट्रपति पौडेल ने राजनीतिक दलों को नई सरकार बनाने के लिए आमंत्रित किया था।पीएम मोदी ने दी ओली को बधाईइस मौके पर पीएम नरेंद्र मोदी ने एक्स पर पोस्ट कर ओली को बधाई दी। प्रधानमंत्री ने लिखा- दोनों देशों के बीच दोस्ती के गहरे बंधन को और मजबूत करने के लिए साथ में काम करने के लिए उत्सुक, जिससे दोनों देशों का परस्पर सहयोग और अपने लोगों की प्रगति और समृद्धि को आगे बढ़ाया जा सके।
2024-07-15 20:43:46पेंसिल्वेनिया में रिपब्लिकन राष्ट्रपति पद के उम्मीदवार की रैली में डोनाल्ड ट्रम्प को गोली मार दी गई है। जिसमें ट्रंप का पूरा बचाव किया गया है. अमेरिकी सीक्रेट सर्विस ने कहा है कि डोनाल्ड ट्रंप सुरक्षित हैं. इस संबंध में वाशिंगटन पोस्ट ने अटॉर्नी जनरल के हवाले से बताया है कि हमले में शूटर और एक व्यक्ति की मौत हो गई.फिलहाल ये वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है. वीडियो में ट्रम्प को चिल्लाते हुए और अपना दाहिना हाथ अपने दाहिने कान के पास उठाते हुए दिखाया गया है क्योंकि आउटडोर कार्यक्रम में गोलियां चल रही थीं।हमले के बाद बॉडी गार्ड्स ने ट्रंप को घेर लिया। अमेरिकी गुप्त सेवा द्वारा एक वाहन में ले जाते समय ट्रम्प ने बार-बार भीड़ की ओर अपनी मुट्ठी उठाई और चिल्लाए। गौरतलब है कि अमेरिकी मीडिया दावा कर रहा है कि गोली ट्रंप के कान के पास से गुजर गई और उन्हें मामूली चोट आई है.एजेंसी द्वारा घटना की पहचान करने के बाद सीक्रेट सर्विस के प्रवक्ता ने एक्स को बताया, "सीक्रेट सर्विस ने सुरक्षात्मक उपाय लागू किए हैं और पूर्व राष्ट्रपति सुरक्षित हैं। यह अब एक सक्रिय गुप्त सेवा जांच है और उपलब्ध होते ही अधिक जानकारी जारी की जाएगी।
2024-07-14 09:05:17नेपाल में खराब मौसम के कारण भारी भूस्खलन की जानकारी सामने आ रही है। बताया जा रहा है कि आज सुबह मध्य नेपाल में मदन-अश्रित राजमार्ग पर भारी भूस्खलन के कारण लगभग 63 यात्रियों को ले जा रही दो बसें त्रिशूली नदी में गिर गईं हैं। इससे हाहाकार मच गया है। राहत और बचाव की टीमें मौके पर पहुंच गई हैं। स्थानीय लोग भी नदी में डूबे लोगों को निकालने के लिए प्रशासन की मदद कर रहे हैं। “प्रारंभिक जानकारी के अनुसार दोनों बसों में बस चालकों सहित कुल 63 लोग सवार थे। घटना सुबह साढ़े तीन बजे की बताई जा रही है। नेपाल में खराब मौसम लोगों के लिए आफत बना हुआ है। बताया जा रहा है कि आज यानी शुक्रवार सुबह मध्य नेपाल में मदन-आश्रित राजमार्ग पर भूस्खलन की वजह से लगभग 63 यात्रियों को ले जा रही दो बसें त्रिशूली नदी में बह गईं। सभी लापता बताए जा रहे हैं।जानकारी के अनुसार अनुसार अंधेरा होने की वजह से सुबह करीब साढ़े तीन बजे भूस्खलन का शिकार हुई दोनों बसें त्रिशूली नदी में बह गईं। खराब मौसम के कारण राहत-बचाव कार्य में अड़चन जिलाधिकारी ने बताया कि स्थानीय प्रशासन और राहत-बचाव कर्मी घटनास्थल पर हैं और तलाशी अभियान चल रहा है। लगातार बारिश के कारण लापता बसों की तलाश में काफी चुनौतियों का सामना करना पड़ रहा है।
2024-07-12 08:50:45रूस में दो दिन के दौरे के बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी अपनी एक दिवसीय यात्रा पर ऑस्ट्रिया पहुंच गए हैं। एयरपोर्ट पर ऑस्ट्रिया के विदेश मंत्री एलेक्जेंडर शालेनबर्ग ने मोदी का स्वागत किया। पीएम मोदी की इस यात्रा के दौरान दोनों देश अपने द्विपक्षीय संबंधों को और गहरा करने तथा कई भू-राजनीतिक चुनौतियों पर करीबी सहयोग के रास्ते तलाशेंगे। पीएम मोदी का वियना का यह दौरा बेहद खास है। दरअसल, 41 साल से अधिक समय में मध्य यूरोपीय राष्ट्र ऑस्ट्रिया की यात्रा करने वाले नरेंद्र मोदी ऐसे दूसरे प्रधानमंत्री हैं। इससे पहले 1983 में इंदिरा गांधी ने आस्ट्रिया, वियना का दौरा किया था। इस यात्रा में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के साथ विदेश मंत्री जयशंकर भी गए हैं। ऑस्ट्रिया पहुंचने के बाद प्रधानमंत्री मोदी ने इस संबंध में ट्वीट भी किया। इसमें उन्होंने लिखा कि ऑस्ट्रिया की यह यात्रा विशेष है। हमारे देश साझा मूल्यों और एक बेहतर ग्रह के प्रति प्रतिबद्धता से जुड़े हुए हैं। चांसलर कार्ल नेहमर के साथ वार्ता और भारतीय समुदाय के साथ बातचीत सहित ऑस्ट्रिया में विभिन्न कार्यक्रमों की प्रतीक्षा कर रहा हूं।' ऐसा रहेगा आज का पीएम का कार्यक्रमवियना दौरे पर पीएम मोदी आज यानी बुधवार को ऑस्ट्रिया गणराज्य के राष्ट्रपति अलेक्जेंडर वान डेर बेलेन से मुलाकात करेंगे। साथ ही वह ऑस्ट्रिया के चांसलर कार्ल नेहमर के साथ भी बातचीत करेंगे। पीएम मोदी और चांसलर नेहमर भारत-ऑस्ट्रिया के शीर्ष उद्यमियों की बैठक को भी संबोधित करेंगे। मोदी वियना में भारतीय समुदाय के लोगों से भी बातचीत करेंगे।
2024-07-10 07:34:18भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी रूस पहुंच गए हैं। पीएम नरेंद्र मोदी के मॉस्को पहुंचने पर रूस के प्रथम उप प्रधानमंत्री डेनिस मंटुरोव ने उनका स्वागत किया। इस दौरान उन्हें गार्ड ऑफ ऑनर दिया गया। पीएम मोदी रूस की दो दिवसीय आधिकारिक यात्रा पर हैं। वो मॉस्को में राष्ट्रपति पुतिन के साथ 22वें भारत-रूस वार्षिक शिखर बैठक करेंगे। इससे पहले रूस में भारत के राजदूत विनय कुमार ने कहा था कि प्रधानमंत्री मोदी की रूस यात्रा और राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन के साथ उनकी वार्ता द्विपक्षीय व्यापार तथा आर्थिक संबंधों, विज्ञान व प्रौद्योगिकी अनुसंधान के कुछ नए क्षेत्रों पर केंद्रित होगी। उन्होंने विश्वास जताया था कि वार्ता से कई क्षेत्रों में ठोस नतीजे निकलेंगे।
2024-07-08 19:35:56ब्रिटेन चुनाव में वोटों की गिनती जारी है, लेकिन तस्वीर लगभग साफ हो गई है। लेबर पार्टी प्रचंड बहुमत के साथ ब्रिटेन की सत्ता पर काबिज होने जा रही है और लेबर पार्टी के नेता कीर स्टार्मर ब्रिटेन के नए प्रधानमंत्री हो सकते हैं। मौजूदा पीएम ऋषि सुनक ने अपनी हार स्वीकार कर ली है। साथ ही उन्होंने कीर स्टार्मर को जीत की बधाई भी दी है।लेबर पार्टी ने यूनाइटेड किंगडम में आम चुनाव 2024 को जीत लिया है इसके साथ ही ऋषि सुनक ने हार मान ली है। हालांकि, ब्रिटेन के निवर्तमान प्रधानमंत्री ऋषि सुनक अपनी सीट से जीत गए हैं। वर्तमान प्रधानमंत्री ऋषि सुनक ने कहा कि लेबर पार्टी ने यह आम चुनाव जीत लिया है। मैंने कियर स्टारमर को उनकी जीत पर बधाई देने के लिए फोन किया है। सुनक ने ये भी बताया कि आज शांतिपूर्ण और व्यवस्थित तरीके से सत्ता परिवर्तित होगी।लेबर पार्टी ने आधिकारिक तौर पर ब्रिटेन की संसद में बहुमत के लिए जरूरी सीटें जीत ली हैं। सुबह 5 बजे तक लेबर पार्टी ने 650 में से 326 सीटें जीत ली थीं। लेबर पार्टी के नेता कियर स्टारमर अब बहुमत की सरकार बनाएंगे। स्टारमर ने लंदन के टेट मॉडर्न संग्रहालय में समर्थकों से कहा कि हमने यह कर दिखाया। वही दूसरी ओर चुनाव नतीजों पर ऋषि सुनक ने अपने संसदीय क्षेत्र रिचमंड और नॉर्दर्न एलर्टन में समर्थकों को संबोधित करते हुए कहा कि 'मैं माफी मांगता हूं और इस हार की जिम्मेदारी लेता हूं।' ऋषि सुनक ने कहा कि 'लेबर पार्टी ने इस चुनाव में जीत हासिल की है और मैंने कीर स्टार्मर को फोन कर उनकी जीत पर बधाई दी। आज, सत्ता शांतिपूर्ण और व्यवस्थित तरीके से स्थानांतरित हो जाएगी।'
2024-07-05 10:11:51बारबाडोस में टी20 विश्व कप का खिताब जीतने वाली टीम इंडिया का इंतजार पूरा देश कर रहा है। हालांकि, बारबाडोस के मौसम ने इस इंतजार को अब और लंबा कर दिया है। दरअसल, बारबाडोस में तूफान के कारण भारतीय टीम और भारत से आए मीडियाकर्मी बारबाडोस में फंस गए हैं। ऐसे में उनके वापस भारत आने में काफी समय लग रहा है। इस बीच बारबाडोस के मौसम के हालात को लेकर परेशान करने वाली खबर सामने आ रही है। बारबाडोस में T20 वर्ल्ड कप जीतकर इतिहास रच चुकी भारतीय क्रिकेट टीम वहां फंसी हुई है. इसकी वजह है, चक्रवाती तूफान बेरिल. कैटेगरी 4 का ये तूफान भयावह रूप ले चुका है. तूफान के दस्तक देने के बाद से प्रचंड हवाओं के साथ तेज बारिश हो रही है. इसके मद्देनजर सभी एयरपोर्ट बंद कर दिए गए हैं. कर्फ्यू जैसी स्थिति बनी हुई है.इस पर बीसीसीआई सेक्रेट्री जय शाह ने बारबाडोस में मीडिया से बात करते हुए दिए अपने बयान में कहा कि वह खिलाड़ियों और वहां पर मौजूद मीडियाकर्मियों को सुरक्षित निकालने का प्लान बना रहे हैं। हम सोमवार को चार्टर्ड प्लेन के जरिए भारतीय खिलाड़ी और बाकी सभी लोगों को यहां से लेकर जाने की योजना बना रहे थे लेकिन उससे पहले ही एयरपोर्ट बंद कर दिए गए।
2024-07-02 08:58:48रूस के दक्षिणी प्रांत- दागेस्तान में ईसाईयों और यहूदियों के धर्मस्थल (सिनेगॉग) पर अत्याधुनिक हथियारों से अंधाधुंध गोलीबारी किए जाने की खबर है। गोलीबारी दागेस्तान के डर्बेंट शहर में हुई है। समाचार एजेंसी पीटीआई ने एपी के हवाले से बताया कि दागेस्तान के गवर्नर ने बताया कि बंदूकधारियों के हमलों में 16 से अधिक पुलिसकर्मियों और कई नागरिकों की हत्या कर दी गई है। वहीं, सुरक्षाबलों ने जवाबी कार्रवाई में छह आतंकियों को मार गिराया है। हमले में 20 से अधिक लोगों के घायल होने की भी खबर है।इन जगहों पर हुआ हमलाएक मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, रूस के दागेस्तान में रविवार को आतंकियों ने दो चर्च, एक सिनेगॉग (यहूदी मंदिर) और एक पुलिस पोस्ट पर हमला किया। क्षेत्र में सोमवार, मंगलवार और बुधवार को शोक दिवस मनाया जाएगा। इतने हमलावर मार गिराएअधिकारियों ने क्षेत्र में आतंकवाद विरोधी अभियान चलाया और पांच हमलावरों को मार गिराया। हालांकि, गवर्नर का कहना है कि छह बंदूकधारियों को मार गिराया है। फिलहाल, इसकी स्पष्ट पुष्टि नहीं हो सकी है। सुरक्षाबलों ने हमलावरों को मार गिरायाहमलों की तत्काल किसी ने जिम्मेदारी नहीं ली है। अधिकारियों ने एक आतंकवादी अधिनियम के आरोप में एक आपराधिक जांच शुरू की। इससे पहले देर रात आई विदेशी मीडिया की शुरुआती खबर में इसे आतंकी हमला बताया गया। फायरिंग में चर्च के पादरी और पुलिसकर्मी समेत सात लोगों की मौत की खबर आई थी। अब मृतकों का आंकड़ा बढ़कर 16 हो चुका है। वहीं, हमलावरों के खिलाफ जवाबी कार्रवाई के दौरान रूस के सुरक्षाबलों ने कई हमलावरों को मार गिराया।
2024-06-24 15:10:51पृथ्वी अपने अक्ष पर भी घूमती रहती है, जिसमें 24 घंटे का वक्त लगता है. इसी वजह से पृथ्वी पर एक दिन 24 घंटे का होता है, लेकिन कई रिपोर्ट्स में दावा है कि एक दिन 24 घंटे की जगह 25 घंटे का होने वाला है. जी हां, आने वाले वक्त में पृथ्वी 24 घंटे की जगह 25 घंटे में अपने अक्ष पर अपना चक्कर पूरा करेगी और इसका नतीजा ये होगा कि पृथ्वी पर दिन बड़ा होने लगेगा. इतना ही नहीं, फिर एक साल का वक्त और भी कम हो जाएगा और 365 से कम दिन का साल होगा. ऐसे में जानते हैं कि आखिर पृथ्वी पर एक दिन में 25 घंटे होने की बात क्यों कही जा रही है और किस वजह से पृथ्वी पर धीरे घूम रही है. साथ ही ये भी जानते हैं कि जब पृथ्वी पर 25 घंटे का दिन हो जाएगा तो एक साल में कितने दिन होंगे. साल में कितने दिन होंगे?सबसे पहले तो आपको ये बताते हैं कि जब पृथ्वी पर एक दिन 25 घंटे का होगा तो साल की गणना का क्या हिसाब होगा. अभी पृथ्वी पर एक साल में 365 दिन होते हैं यानी पृथ्वी 365 दिन में सूर्य के पूरा चक्कर काट लेती है. लेकिन अगर दिन का वक्त बढ़ जाता है तो उस हिसाब से साल में दिनों की संख्या कम हो जाएगी, क्योंकि पृथ्वी सूर्य के उतने ही घंटे में एक चक्कर पूरा करेगी और साल के दिन 365 से कम होकर करीब 350 ही रह जाएंगे।पहले 19 घंटे होते थेकई लाख साल पहले पृथ्वी के घूमने की स्पीड काफी तेज थी और उस वक्त एक दिन 24 घंटे का नहीं था और 19 घंटे में ही पृथ्वी अपने अक्ष पर एक चक्कर घूम लेती थी. हालांकि, यह बदलाव कई लाख साल में एक बार होता है और एक दिन में 19 घंटे आज से एक बिलियन साल पहले होते थे. बता दें कि पृथ्वी में एक दिन का टाइम बढ़ने की स्पीड काफी कम है. रिपोर्ट के हिसाब से एक सेंचुरी यानी 100 साल में ये वक्त 1.8 मिलिसेकेंड के हिसाब से बढ़ रहा है, मतलब हजारों साल में एक सेकेंड का वक्त बढ़ रहा है. वहीं, 3.3 मिलियन सालों में एक ये टाइम एक मिनट तक बढ़ रहा है.
2024-06-21 14:56:20सऊदी अरब के मक्का मदीना में हज यात्रा के लिए लाखों हज यात्री इकट्ठा हुए हैं। इस बीच यात्रियों को भीषण गर्मी का भी सामना करना पड़ रहा है। स्थिति ऐसी हो गई है कि मक्का में गर्मी से कुल 550 हज यात्रियों की मौत हो गई है। अल-मुआइसेम अस्पताल से प्राप्त कुल संख्या का हवाला देते हुए एक राजनयिक ने कहा,“सभी मिस्रवासी गर्मी के कारण मर गए, भीड़ के कुचलने के दौरान एक व्यक्ति को घातक चोटें भी आईं।” राजनयिकों ने बताया कि अम्मान की रिपोर्ट के अनुसार कम से कम 60 जॉर्डनवासी मारे गए जो 41 की आधिकारिक संख्या से अधिक है। इसमें सबसे ज्यादा 323 तो मिस्र के हैं जबकि अन्य अलग-अलग देशों के हैं। इन सभी यात्रियों की मौत के लिए भीषण गर्मी और बढ़ते तापमान को जिम्मेदार बताया गया है।एक राजनयिक ने इन सभी की मौत की पुष्टि करते हुए कहा कि मिस्र के 323 हज यात्रियों में सिवाय एक को छोड़कर सभी की मौत गर्मी की वजह से हुई है। वहीं एक हज यात्री भीड़ के दौरान घायल हो गया। यह आंकड़ा मक्का के पास अल-मुआइसम में अस्पताल के मुर्दाघर से आया है। ताजा आंकड़ों के साथ ही कई देशों द्वारा अब तक बताई गई कुल मौतों की संख्या 577 हो गई है। राजनयिकों ने बताया कि मक्का के सबसे बड़े मुर्दाघरों में से एक अल-मुआइसम में कुल 550 शव थे।
2024-06-19 14:44:13सोशल मीडिया की दुनिया में 'डॉली की टपरी' को बच्चा-बच्चा जानता है। नागपुर में चाय बेचने वाला ये बंदा दुनियाभर में वायरल है। रविवार, 16 जून को डोली ने इंस्टाग्राम पर एक वीडियो पोस्ट किया, जिसे देखकर जनता बोल रही है कि इस बंदे ने चाय को पूरे वर्ल्ड में फेमस कर दिया है! View this post on Instagram A post shared by D🫖LLY (@dolly_ki_tapri_nagpur) दरअसल वायरल वीडियो में डोली मालदीव में अपनी टपरी पर चाय बनाते और फिर उसे विदेशी पर्यटकों को सर्व करते नजर दिख रहे हैं। बता दें कि डोली उस वक्त ट्रेंडिंग टॉपिक बन गए थे जब उन्होंने माइक्रोसॉफ्ट कंपनी के को-फाउंडर और दुनिया के सबसे रईस व्यक्तियों में शामिल बिल गेट्स को चाय बनाकर पिलाई थी।इस वायरल क्लिप में देखा जा सकता है कि मालदीव के बीच पर डोली ने चाय की टपरी लगा रखी है। वह विदेशी धरती पर बिंदास स्टाइल में चाय बनाते नजर आ रहे हैं। जबकि टूरिस्ट लोग डोली को देख रहे हैं कि आखिर ये बंदा कर क्या रहा है! जब चाय बन जाती है तो डोली कई पर्यटकों को चाय सर्व करते हैं। जबकि बहुत से फॉर्नर्स डोली के साथ फोटो भी खिंचवाते हैं। अब डोली का यह क्लिप इंटरनेट पर चर्चा में आ चुका है।
2024-06-17 18:57:06रूस राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन का एक गुप्त ठिकाना साइबेरिया के अल्ताई माउंटेन में मौजूद रूसी राष्ट्रपति के आलीशान मकान में आग लग गई। मकान जलने की खबर ब्लॉगर अमीर अयोताशेव और अरुणा अर्ना ने दी। उन्होंने घर में आग लगने की कुछ तस्वीरें साझा की। और रूसी राष्ट्रपति यहां गुप्त रूप से रहने आते रहे हैं। इसे पुतिन के बंकरों में गिना जाता है। घर से जुड़ी कई कहानियां मशहूर हैं, जिनमें पुतिन का यहां खून से स्नान करना भी शामिल है। पुतिन का यह घर 33 मिलियन अमेरिकी डॉलर से ज्यादा की लागत से बना है। अल्ताई गणराज्य के ओंगुडेस्की जिले में एक वर्गीकृत निर्माण परियोजना की जानकारी 2010 में सामने आई। इसके बाद इस पर हुए खर्च का ब्योरा सामने आया। स्थानीय विपक्षी लोग बार-बार दावा करते रहे हैं कि यह घर पुतिन से संबंधित है। किसी भी आम रूसी का यहां आना वर्जित है। रूसी मीडिया का यह भी दावा है कि इस परिसर में मराल हिरण के सींग निकालने के लिए एक छोटी सी जोत वाला एक विशेष खेत भी शामिल है।पुतिन का ये पैलेस अल्ताई रिपब्लिक के Ongudaysky जिले में है. इसके पास में ही मंगोलिया, चीन और कजाकिस्तान है. इस जगह और उसके आसपास कई वेंटिलेशन प्वाइंट्स हैं. इसके अलावा 110 किलोवोल्ट का अल्ट्रा-मॉडर्न सबसस्टेशन है. जो सिर्फ यहां बिजली सप्लाई करता है. बल्कि इससे पूरे कस्बे को रोशनी दी जा सकती है. जब ये पैलेस बन रहा था, तब बड़े-बड़े जर्मन एक्सेवेटर्स आए थे. यानी खुदाई करने वाली बड़ी मशीनें. यहां पर हिरणों का फार्म है.पुतिन के घर में आग में जलकर बर्बाद होने की तस्वीरें भी सामने आई हैं, जिसे अधिकार कार्यकर्ता अमीर अयताशेव और अरुणा अर्ना ने लिया है। सिरेना अखबार ने इन तस्वीरों की जांच में पाया है कि आग में जली इमारत बिल्कुल पुतिन के खुफिया घर की तरह ही है। ओडेसा जर्नल ने सॉफ्टवेयर की मदद से तस्वीरों का विश्लेषण किया, जिसमें पुष्टि हुई कि इन्हें घटना के दिन ही लिया गया था और कोई एडिटिंग का सबूत नहीं मिला है।
2024-05-31 17:33:52आस्ट्रेलिया के पापुआ न्यू गिनी से एक दिल दहला देने वाला मामला सामने आया है। रिपोर्ट्स के अनुसार,दक्षिण प्रशांत द्वीप देश की राजधानी पोर्ट मोरेस्बी से लगभग 600 किलोमीटर दूर एक गांव में आज तड़के 3 बजे लैंडस्लाइड हुआ। गांव का नाम काओकलाम बताया जा रहा है। ऑस्ट्रेलियन ब्रॉडकास्टिंग कॉर्प से मिली सूचना के आधार पर 100 से ज्यादा लोगों की मौत हो गई है।ABC के मुताबिक, भूस्खलन पोर्ट मोरेस्बी से लगभग 600 किलोमीटर उत्तर-पश्चिम में एंगा प्रांत के काओकलाम गांव में सुबह करीब 3 बजे हुआ. एंगा प्रांतीय प्रशासन का कहना है कि उसने इस हादसे से हुए नुकसान का त्वरित आकलन करने के लिए एक इमरजेंसी एक्शन टीम का गठन किया है. टीम ने स्थानीय स्वास्थ्य सुविधाओं और गैर सरकारी संगठनों से राहत प्रयासों में सहायता के लिए तैयार रहने के लिए कहा है. भूस्खलन की चपेट में आने से कई गांव के कई घर पूरी तरह से नष्ट हो गए हैं। राहत और बचावकर्मी यहां लोगों को निकालने का काम कर रहे हैं। कई शवों को निकाला जा चुका है। स्थानीय लोग भूस्खलन के बाद दबे हुए शवों को बाहर निकालने में राहत और बचाव कर्मियों की मदद कर रहे हैं। पापुआ न्यू गिनी में आया था भूकंप भूस्खलन से पहले पापुआ न्यू गिनी भूकंप के झटके भी महसूस किए गए थे। भूकंप फिन्सचाफेन से 39 किलोमीटर नॉर्थवेस्ट में आया था और रिक्टर स्केल पर इसकी तीव्रता 5.3 मापी गई थी। भारतीय समयानुसार पापुआ न्यू गिनी में यह भूकंप गुरुवार सुबह 9 बजकर 49 मिनट पर आया था। यूनाइटेड स्टेट्स जियोलॉजिकल सर्वे ने भी पापुआ न्यू गिनी में भूकंप की पुष्टि की थी। पापुआ न्यू गिनी में भूकंप से नुकसान की कोई खबर नहीं थी। गांव के लोगों का कहना है कि कई बड़े पत्थर और पेड़ गिर गए हैं. कई इमारतें ढह गई हैं, जिसकी वजह से शवों को तेजी से निकालने में मुश्किल हो रही है. भूस्खलन ने पोरगेरा शहर तक पहुंच मार्ग को भी अवरुद्ध कर दिया है, जहां एक बड़ी सोने की खदान है. सड़क बाधित होने से गांव तक जरूरी वस्तुओं को पहुंचाने में समस्या आ रही है. इस भूस्खलन का असर पोरगेरा शहर और सोने की खदान में काम करने वाले लोगों पर भी पड़ रहा है.
2024-05-24 16:18:47किर्गिस्तान में रहकर पढ़ाई कर रहे भारतीय छात्रों को हिंसक हमलों का सामना करना पड़ा रहा है। किर्गिस्तान के स्थानीय युवक भारतीय छात्रों को निशाना बनाकर हमले कर रहे हैं। ये हमले खुलेआम हो रहे हैं। किर्गिस्तान का स्थानीय प्रशासन और पुलिस छात्रों पर हमले का तमाशा देख रही है। छात्रों के बचाव के उपाय नहीं किए जा रहे हैं और न ही कोई ठोस एक्शन लिया जा रहा है। ऐसे में निराश होकर भारतीय छात्र स्थानीय दूतावास में गुहार कर रहे हैं। लेकिन उन्हें दूतावास की तरफ से भी पर्याप्त मदद नहीं मिल सकी है। निराश होकर अब छात्रों के अभिभावकों ने भारत सरकार से मदद मांगी है।गुजरात समेत अन्य राज्यों के काफी छात्र किर्गिस्तान में रहकर पढ़ाई करते हैं। दो दिन पहले पाकिस्तानी छात्रों ने स्थानीय युवकों की हत्या कर दी थी। इससे गुस्साए स्थानीय युवकों ने बालदेश हॉस्टल में घुसकर हमला कर दिया था। पाकिस्तानी छात्रों के साथ-साथ भारतीय युवाओं को भी निशाना बनाया गया। अब भारतीय छात्रों पर भी वहां खुलेआम हमले किए जा रहे हैं। स्थानीय प्रशासन और पुलिस की ओर से इन हमलों को रोकने के लिए कोई कदम नहीं उठाया जा रहा है। स्थानीय प्रशासन और पुलिस मूकदर्शक बनी हुई है। पुलिस के सामने भारतीय छात्रों पर हमले हो रहे हैं।किर्गिस्तान में स्थानीय लोगों ने तीन पाकिस्तानी छात्रों की पीट-पीटकर हत्या कर दी है। इस बीच भारत सरकार ने किर्गिस्तान में रहकर पढ़ाई कर रहे भारतीय छात्रों से घरों के अंदर रहने की अपील की है। इस संबंध में एडवाइजरी भी जारी की गई है। वहीं विदेश मंत्री एस जयशंकर ने भारतीय छात्रों को दूतावास के साथ नियमित संपर्क में रहने की सलाह दी है। भारतीय वाणिज्य दूतावास ने किर्गिस्तान में बिगड़ते हालात को देखते हुए छात्रों से दूतावास के संपर्क में रहने और घरों से बाहर नहीं निकलने को कहा है। साथ ही संपर्क नं 0555710041 जारी किया है। इस नंबर पर 24×7 संपर्क किया जा सकता है।
2024-05-23 14:38:18दक्षिणी वियतनाम के दांग नाइ प्रांत में एक जलाशय में सैकड़ों हजारों मछलियां मर गई हैं, स्थानीय लोगों से पता चलता है कि भीषण गर्मी और झील का प्रबंधन इसके लिए जिम्मेदार है। बढ़ते तापमान का असर पड़ोसी कंबोडिया पर भी पड़ रहा है , जहां पारा 47 डिग्री सेल्सियस तक पहुंच सकता है।तुओई ट्रे अखबार ने बताया कि झील के प्रबंधन के प्रभारी फर्म ने 2024 की शुरुआत में ड्रेजिंग शुरू कर दी थी, शुरुआत में मछली के लिए जलाशय में अतिरिक्त पानी छोड़ने की योजना बनाई थी। इस क्षेत्र में कई हफ्तों से बारिश नहीं हुई है और जलाशय में पानी जीवों के जीवित रहने के लिए बहुत कम है। मृत समुद्री जीवन की चादर के नीचे सोंग मे जलाशय का पानी बमुश्किल दिखाई देता है। फोटो: एएफपीलेकिन भीषण गर्मी के कारण निवेशक ने पानी को निचले क्षेत्र में छोड़ दिया, जिससे जल स्तर नीचे चला गया। परिणामस्वरूप, मछलियां बड़ी संख्या में मर गईं l हालाँकि, प्रयास काम नहीं आए और कुछ ही समय बाद, कई मछलियाँ मर गईं, स्थानीय मीडिया रिपोर्टों के अनुसार 200 टन तक की मछली नष्ट हो गई होगी।मौसम पूर्वानुमानकर्ताओं के अनुसार, हो ची मिन्ह सिटी से 100 किमी पश्चिम में डोंग नाई प्रांत में तापमान अप्रैल में 40 डिग्री सेल्सियस तक पहुंच गया, जिसने 1998 में दर्ज रिकॉर्ड उच्च तापमान को तोड़ दिया। अधिकांश दक्षिण पूर्व एशिया की तरह - जहां हाल ही में स्कूलों को समय से पहले बंद करने के लिए मजबूर किया गया है और बिजली का उपयोग बढ़ गया है - दक्षिणी और मध्य वियतनाम विनाशकारी गर्मी से झुलस गए हैं। ट्रांग बॉम जिले के एक स्थानीय निवासी, जिसने अपना नाम नघिया बताया, ने NFP को बताया, सोंग मे जलाशय की सभी मछलियां पानी की कमी के कारण मर गईं।तस्वीरों में निवासियों को 300 हेक्टेयर के सोंग मई जलाशय में नौकायन और नौकायन करते हुए दिखाया गया है, जिसमें मृत समुद्री जीवन की चादर के नीचे पानी मुश्किल से दिखाई दे रहा है। उन्होंने कहा, फिर उन्होंने जलाशय का नवीनीकरण करने की कोशिश की, कीचड़ को बाहर निकालने के लिए एक पंप लाया ताकि मछलियों को अधिक जगह और पानी मिल सके। फोटो: एएफपीयह जलाशय डोंग नाई प्रांत के ट्रांग बॉम और विन्ह कुउ जिलों में फसलों के लिए जल स्रोत है।अधिकारी घटना की जांच कर रहे हैं और मरी हुई मछलियों को शीघ्रता से हटाने का काम कर रहे हैं।नघिया ने कहा, "हमें उम्मीद है कि अधिकारी स्थिति को सुधारने के लिए अपना सर्वश्रेष्ठ प्रयास करेंगे।"ताप स्वास्थ्य अनुसंधान इतना महत्वपूर्ण क्यों है?नेशनल यूनिवर्सिटी ऑफ सिंगापुर के योंग लू लिन स्कूल ऑफ मेडिसिन में हीट रेजिलिएंस एंड परफॉर्मेंस सेंटर की सह-निदेशक सुश्री लिडिया लॉ ने कहा, गर्मी से संबंधित अनुसंधान इस क्षेत्र के लिए महत्वपूर्ण है। अब समय आ गया है कि हम एक रुख अपनाएं और इस क्षेत्र में अपने शोध को आगे बढ़ाएं, ताकि हम इस क्षेत्र में हर किसी को गर्मी में रहने और काम करने में मदद करना जारी रख सकें।उन्होंने गुरुवार को सीएनए के एशिया नाउ को बताया कि अत्यधिक गर्मी समाज के सभी वर्गों को प्रभावित कर सकती है, और क्षेत्र भर की सरकारें प्रभावों को कम करने के लिए अधिक लक्षित रणनीतियां विकसित कर सकती हैं। उन्होंने कहा, "तापमान में हालिया वृद्धि के साथ-साथ इन चरम मौसम पैटर्न की आवृत्ति के साथ, निश्चित रूप से न केवल घटना को समझने पर अधिक ध्यान और ध्यान दिया गया है, बल्कि अत्यधिक गर्मी के प्रत्यक्ष और अप्रत्यक्ष रूप से पड़ने वाले प्रभावों पर भी ध्यान दिया गया है। सरकारें इस जटिल चुनौती से निपटने के लिए जमीनी प्रयासों को सुविधाजनक बनाने में भी मदद कर सकती हैं।“हम पहले से ही इस सिंड्रोम के प्रति संवेदनशील हैं जिसे 'बॉयलिंग फ्रॉग सिंड्रोम' कहा जाता है। यह वह जगह है जहां हम बस अनुकूलन करते हैं और हम समायोजित करते हैं, क्योंकि गर्मी हमारे लिए पूरी तरह से नई नहीं है, ”सुश्री लॉ ने एक रूपक का जिक्र करते हुए कहा, जो दर्शाता है कि पर्यावरण में छोटे और क्रमिक परिवर्तन कैसे संचयी प्रभाव डाल सकते हैं। हम इसके साथ रह रहे हैं, लेकिन चूँकि हमें इसकी आदत हो गई है, हम स्थिति को कम करने के लिए बहुत कम या कोई कार्रवाई नहीं करते हैं, जब तक कि कभी-कभी बहुत देर हो जाती है और हम इससे बचना चाहते हैं।
2024-05-22 20:35:47ईरान के राष्ट्रपति इब्राहिम रईसी की हेलीकॉप्टर हादसे में मौत हो गई है। ईरानी मीडिया ने ये जानकारी दी है। रईसी के साथ हेलीकॉप्टर में सवार ईरान के विदेश मंत्री अमीर अब्दुल्लाहियान की भी मौत हो गई है। ईरान के सरकारी टीवी ने ये जानकारी दी है। रविवार को ईरान के राष्ट्रपति को लेकर जा रहा हेलीकॉप्टर दुर्घटनाग्रस्त हो गया था। रईसी के साथ ईरान के विदेश मंत्री अमीर अब्दुल्लाहियान भी सवार थे। ईरान की रेड क्रिसेंट सोसायटी के प्रमुख ने कहा कि बचाव दल दुर्घटना स्थल पर पहुंच गए हैं। हालांकि, अभी हादसे कैसे हुआ इस बारे में जानकारी सामने नहीं आई है लेकिन एक्सपर्ट का मानना है कि रईसी का हेलीकॉप्टर अचानक आए कोहरे का शिकार बन गया।एक्सपर्ट ने बताई हादसे की वजहफ्लाइट एक्सपर्ट काइल बेली का कहना है कि राष्ट्रपति का विमान उड़ाने वाले पायलट आमतौर पर कुशल और अनुभवी होते हैं, लेकिन हेलीकॉप्टर एक बहुत जटिल मशीन है। उन्होंने अल जजीरा को बताया, 'जब आप उड़ान भरते हैं और मौसम साफ होता है तो सब ठीक है, लेकिन समस्या तब होती है जब पायलट पहाड़ी, ऊबड़-खाबड़ और जंगली इलाके में होते हैं और उन जगहों पर अचानक कोहरा विकसित हो सकता है जहां आपको इसकी उम्मीद नहीं होती है।'बेली ने कहा, 'यह मौसम के पूर्वानुमानों पर होता है। मानचित्रों पर भी नहीं होगा और न ही रडार पर नजर आता है। कोहरा कहीं भी बहुत तेजी से आ सकता है और पायलट पर अचानक हमला कर सकता है। इसके बाद पायलट के लिए हेलीकॉप्टर को संभालना मुश्किल हो जाता है।'
2024-05-20 11:58:02प्रसिद्ध नेपाली पर्वतारोही कामी रीता शेरपा ने 29वीं बार माउंट एवरेस्ट पर विजय प्राप्त करके एक ऐतिहासिक उपलब्धि हासिल की है। 54 साल की उम्र में, कामी रविवार को स्थानीय समयानुसार सुबह 7:25 बजे 8,849 मीटर के शिखर पर पहुंचे। इस तरह उन्होंने एवरेस्ट पर सबसे अधिक बार चढ़ने का अपना ही रिकॉर्ड तोड़कर इतिहास रच दिया। नेपाल के 'सेवन समिट ट्रेक्स' ने इस पर्वतारोहण कार्यक्रम का आयोजन किया था और इसमें 20 पर्वातारोही शामिल हुए थे.पिछले साल सोलुखुम्बु के पसंद दावा शेरपा ने 27वीं बार माउंट एवरेस्ट पर चढ़ाई की थी, लेकिन इस सीजन में उन्होंने चढ़ाई करने के बारे में अभी फैसला नहीं किया है। ‘सेवन समिट ट्रेक्स’ के वरिष्ठ पर्वतीय गाइड कामी का जन्म 17 जनवरी 1970 को हुआ था। कामी ने सबसे पहले 1992 में माउंट एवरेस्ट की चढ़ाई की थी। तब वह एक सहायक कर्मचारी के रूप में शामिल हुए थे। कामी ने तब से निडर होकर कई पर्वतों की चढ़ाई की, जिनमें माउंट के2, चो ओयु, ल्होत्से और मनास्लु शामिल है।द हिमालयन टाइम्स की रिपोर्ट के अनुसार, बेस कैंप के अधिकारियों के अनुसार, दक्षिण पश्चिम इंग्लैंड के ग्लॉस्टरशायर के केंटन कूल ने दुनिया की सबसे ऊंची चोटी पर सबसे अधिक बार चढ़ने का अपना ब्रिटिश रिकॉर्ड भी तोड़ दिया।नेपाल के दस पर्वत गाइडों ने अन्य पर्वतारोहियों के लिए मार्ग साफ़ करने के बाद पहाड़ में रस्सियाँ बाँधने के बाद दुनिया की सबसे ऊँची चोटी पर सफलतापूर्वक चढ़ाई की।पर्यटन विभाग के पर्वतारोहण अनुभाग के एक अधिकारी चुन बहादुर तमांग ने शुक्रवार रात एक नोटिस जारी करते हुए कहा, जैसे ही रस्सी लगाने का काम पूरा हो गया है, माउंट एवरेस्ट अब नेपाल और विदेशी दोनों देशों के पर्वतारोहियों के लिए चढ़ाई के लिए खुला है।रस्सी जोड़ने का काम शुक्रवार सुबह शुरू हुआ और रात में समाप्त हुआ। कुल मिलाकर 41 अभियानों के 414 पर्वतारोहियों ने इस सीज़न में एवरेस्ट पर चढ़ने की अनुमति प्राप्त कर ली है।ये भी पढ़े :- Madhya Pradesh: लड़कियों ने निकाली 'दाढ़ी हटाओ प्यार बचाओ' रैली, देखे वीडियोउत्तर प्रदेश में सपा विधायक की दबंगई! SDM के साथ धक्का-मुक्की, देखे वीडियोआप JHBNEWS हिंदी को यहां सोशल मीडिया पर फ़ॉलो कर सकते हैंफेसबुक पर JHBNEWS हिंदी खबर पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें.यहां इंस्टाग्राम पर JHBNEWS हिंदी को फॉलो करें।यूट्यूब पर JHBNEWS हिंदी वीड़ियो देखने के लिए यहां क्लिक करें।JHBNEWS हिंदी को ट्विटर पर फ़ॉलो करने के लिए यहां क्लिक करें।हमारे WHATSAPP पर JHBNEWS हिंदी से जुड़ने के लिए यहां क्लिक करें।
2024-05-13 20:46:18चांद पर आज के समय दुनिया की प्रमुख स्पेस एजेंसियां जा रही हैं। चीन ने शुक्रवार को चंद्रमा से जुड़ा एक मिशन लॉन्च किया है। वहीं नासा एक बार फिर चंद्रमा पर इंसानों को भेजकर वहां बस्तियां बसाना चाहता है। एक्सपर्ट्स दूसरे ग्रहों पर इंसानों के परिवहन का सबसे अच्छा तरीका खोज रहे हैं। क्योंकि उड़ने वाला परिवहन सिस्टम फेल हो सकता है। चंद्रमा पर ज्यादा दूर तक इंसान जा सकें इसके लिए नासा एक रेलवे सिस्टम बनाना चाहता है। नासा अगर कामयाब हो गया तो चांद पर वह ट्रेन चला सकेगा। हालांकि रेलवे धरती की तरह दो पटरियों वाला नहीं होगा।क्या है नासा का प्लान?यह प्लान किसी साइंस फिक्शन फिल्म की तरह है। FLOAT का मतलब फ्लेक्सिबल लेविटेशन ऑन ए ट्रैक है। नासा की जेट प्रोपल्शन लेबोरेटरी की ओर से संचालित की जाने वाली यह परियोजना है और इसे नासा के इनोवेटिव एडवांस्ड कॉन्सेप्ट प्रोग्राम अध्ययन के दूसरे चरण में बनाया जा रहा है। दूसरे कॉन्सेप्ट जिनके ऊपर काम किया जा रहा है उनमें एक पल्स्ड प्लाज्मा रॉकेट और एक बड़ी ऑप्टिकल ऑब्जर्वेटरी है। जिस रॉकेट को बनाया जा रहा है उससे पृथ्वी से सौरमंडल में किसी भी जगह तेजी से पहुंचा जा सकेगा।काकैसे काम करेगा चांद पर रेलवे?चंद्र रेलवे सिस्टम अगले दशक तक चालू हो सकता है। चंद्रमा पर यह विश्वसनीय, ऑटोमैटिक और कुशल पेलोड परिवहन प्रदान करेगा। यह सतह के चारों और कई टन रेगोलिथ (चंद्रमा की मिट्टी) के ट्रांसपोर्ट में भूमिका निभा सकता है। चांद पर बेस बनाने में चंद्रमा की मिट्टी कई तरह से अंतरिक्ष यात्रियों की ओर से इस्तेमाल की जा सकेगी। नासा के रोबोटिक्स इंजीनियर एथन स्केलर इस परियोजना का नेतृत्व कर रहे हैं। उनका अनुमान है कि एक दिन में यह 100 टन कार्गो ट्रांसपोर्ट कर सकता है। स्केलर ने कहा, 'फ्लोट एक लपेटी जा सकने वाली कालीन की तरह होगी। आवश्यक्ताओं के हिसाब से इसे दूसरी जगह ले जाया जा सकेगा।' उन्होंने आगे बताया कि पहियों, पैरों या पटरियों वाले चंद्रमा रोबोट के विपरीत फ्लोट रोबोटों में कोई हिलने वाला भाग नहीं होगा, और ट्रैक पर उड़ेंगे।ये भी पढ़े :- Madhya Pradesh: लड़कियों ने निकाली 'दाढ़ी हटाओ प्यार बचाओ' रैली, देखे वीडियोउत्तर प्रदेश में सपा विधायक की दबंगई! SDM के साथ धक्का-मुक्की, देखे वीडियोआप JHBNEWS हिंदी को यहां सोशल मीडिया पर फ़ॉलो कर सकते हैंफेसबुक पर JHBNEWS हिंदी खबर पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें.यहां इंस्टाग्राम पर JHBNEWS हिंदी को फॉलो करें।यूट्यूब पर JHBNEWS हिंदी वीड़ियो देखने के लिए यहां क्लिक करें।JHBNEWS हिंदी को ट्विटर पर फ़ॉलो करने के लिए यहां क्लिक करें।हमारे WHATSAPP पर JHBNEWS हिंदी से जुड़ने के लिए यहां क्लिक करें।
2024-05-10 19:52:56कोवीशील्ड बनाने वाली एस्ट्राजेनेका दुनिया भर के बाजारों से अब अपनी कोविड वैक्सीन वापस मंगा रही है। न्यूज एजेंसी रॉयटर्स की रिपोर्ट के मुताबिक कंपनी ऐसा महामारी के बाद से मांग से अधिक वैक्सीन की उपलब्धता के चलते कर रही है। साइड इफेक्ट को लेकर उठ रहे सवालों के बीच एस्ट्राजेनेका-ऑक्सफोर्ड कोविड-19 वैक्सीन कंपनी ने अपनी वैक्सीन बाजार से वापस लेने का फैसला किया है. कंपनी ने कहा है कि वह यूरोप से वैक्सीन वैक्सजेवरिया (कोविड वैक्सीन) वापस लेने के क्रम में आगे बढ़ेगी. जब से कई प्रकार की कोविड-19 वैक्सीन मार्केट में आई हैं. तब से एस्ट्राजेनेका वैक्सीन की डिमांड में गिरावट आई है. इसका प्रोडक्शन और एक्सपोर्ट पहले ही बंद कर दिया गया है. एस्ट्राजेनेका द्वारा बनाई कोरोना वैक्सीन भारत में कोविशील्ड के नाम से लगाई गई थी। अब कंपनी ने खुद से बनाई कोविड-19 वैक्सीन को वैश्विक स्तर पर वापस ले लिया है। इससे पहले कंपनी ने अदालती दस्तावेजों में स्वीकार किया था कि उसके द्वारा बनाई कोरोना वैक्सीन लगने से खून के थक्के जमना जैसे गंभीर साइड इफेक्ट्स हो सकते हैं। हालांकि, फार्मा दिग्गज ने कहा कि वैक्सीन को व्यावसायिक कारणों से बाजारों से हटाया जा रहा है। टेलीग्राफ ने मंगलवार को कंपनी के हवाले से कहा कि अब वैक्सीन का निर्माण या आपूर्ति नहीं की जा रही है।कंपनी के खिलाफ दर्ज हुआ मुकदमाएस्ट्राजेनेका कंपनी कोविड वैक्सीन को लेकर कई मुकदमों का सामना कर रही है। आरोप है कि कोविड वैक्सीन लगने के बाद कई लोगों की जान गई है। जैमी स्कॉट नामक एक व्यक्ति ने एस्ट्राजेनेका के खिलाफ शिकायत दर्ज कराई है। स्कॉट का आरोप है कि वैक्सीन लेने के बाद उसके शरीर में खून के थक्के जमने की समस्या हुई और दिमाग में भी ब्लीडिंग हुई। इससे उसके मस्तिष्क को नुकसान हुआ। ऐसे ही कंपनी के खिलाफ 50 से ज्यादा मामले दर्ज हुए हैं। कंपनी ने भी कोर्ट में लिखित दस्तावेजों में स्वीकार किया कि कोरोना वैक्सीन के कुछ दुर्लभ मामलों में साइड इफेक्ट दिख सकते हैं।कंपनी ने क्या कहाटेलीग्राफ के हवाले से एस्ट्राजेनेका ने कहा, "वैश्विक महामारी को समाप्त करने में हमें अपनी कोरोना वैक्सीन पर गर्व है। एक अनुमान के अनुसार, इसके अकेले उपयोग करने के पहले वर्ष में 6.5 मिलियन से अधिक लोगों की जान बचाई जा सकी और विश्व स्तर पर इसकी तीन बिलियन से अधिक खुराक की आपूर्ति की गई। हमारे प्रयासों को दुनिया भर की सरकारों ने मान्यता दी है और व्यापक रूप से वैश्विक महामारी को समाप्त करने में हमने एक अभूतपूर्व योगदान दिया है।ये भी पढ़े :- Madhya Pradesh: लड़कियों ने निकाली 'दाढ़ी हटाओ प्यार बचाओ' रैली, देखे वीडियोउत्तर प्रदेश में सपा विधायक की दबंगई! SDM के साथ धक्का-मुक्की, देखे वीडियोआप JHBNEWS हिंदी को यहां सोशल मीडिया पर फ़ॉलो कर सकते हैंफेसबुक पर JHBNEWS हिंदी खबर पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें.यहां इंस्टाग्राम पर JHBNEWS हिंदी को फॉलो करें।यूट्यूब पर JHBNEWS हिंदी वीड़ियो देखने के लिए यहां क्लिक करें।JHBNEWS हिंदी को ट्विटर पर फ़ॉलो करने के लिए यहां क्लिक करें।हमारे WHATSAPP पर JHBNEWS हिंदी से जुड़ने के लिए यहां क्लिक करें।
2024-05-08 09:27:15आलिया भट्ट अपनी एक्टिंग हो या फैशन, दर्शकों का दिल जीतती रहती हैं। पिछले साल मेट गाला में मोतियों से सजे गाउन में शानदार शुरुआत करने के बाद, एक्ट्रेस ने लगातार दूसरी बार इस इवेंट की शोभा बढ़ाई। आलिया ने मेट गाला 2024 के लिए एक खूबसूरत साड़ी पहनी, जिसमें उन्हें पूरी दुनिया से तारीफ मिल रही है। नेटिज़न्स उनके लुक की तारीफ करना बंद नहीं कर पा रहे और वैश्विक मंच पर भारतीय संस्कृति का प्रतिनिधित्व करने के लिए उनकी सराहना भी कर रहे हैं।जैसे ही Alia Bhatt की मेट गाला 2024 की तस्वीरें और वीडियो इंटरनेट पर सामने आए, ट्विटर पर नेटिज़न्स ने उन पर बहुत प्यार बरसाया। वे उनकी सब्यसाची साड़ी, एक्सेसरीज़, मेकअप और हेयरस्टाइल से सरप्राइज थे। साथ ही आलिया का ये स्टाइल देख कुछ लोगों को प्रियंका चोपड़ा भी याद आईं, जो कुछ साल पले अतरंगी फैशन के साथ मेट गाला में उतरी थीं। आलिया ने अपने इंस्टा पर खुद फोटोज शेयर की हैं और लंबा-चौड़ा कैप्शन भी लिखा है।एक यूजर ने कहा, 'आलिया भट्ट सचमुच मेट गाला में धमाल मचाने आई थीं! यह ड्रेस ही उनका सच्चा फैशन है। क्वीन के लिए खड़े होकर अभिनंदन!' एक ने कहा, ठीक है, 'क्या हम सिर्फ इस बारे में बात कर सकते हैं कि मेट गाला के लिए उस साड़ी में आलिया भट्ट कितनी खूबसूरत लग रही हैं। बिल्कुल सरप्राइज राजकुमारी वाइब्स।'सबको पसंद आया आलिया का लुकएक पोस्ट में कहा गया, 'रात का अब तक का पसंदीदा लुक। आलिया भट्ट हमेशा पेस्टल लुक में कमाल करती हैं और जिस तरह से उन्होंने उनके बालों को स्टाइल किया है, वह मुझे बहुत पसंद है।' एक यूजर ने तारीफ करते हुए लिखा, 'सब्यसाची में आलिया भट्ट, अब आप इसी तरह थीम के साथ बनी रहती हैं!!! यह सब आपको अलग बनाता है।'ये भी पढ़े :- Madhya Pradesh: लड़कियों ने निकाली 'दाढ़ी हटाओ प्यार बचाओ' रैली, देखे वीडियोउत्तर प्रदेश में सपा विधायक की दबंगई! SDM के साथ धक्का-मुक्की, देखे वीडियोआप JHBNEWS हिंदी को यहां सोशल मीडिया पर फ़ॉलो कर सकते हैंफेसबुक पर JHBNEWS हिंदी खबर पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें.यहां इंस्टाग्राम पर JHBNEWS हिंदी को फॉलो करें।यूट्यूब पर JHBNEWS हिंदी वीड़ियो देखने के लिए यहां क्लिक करें।JHBNEWS हिंदी को ट्विटर पर फ़ॉलो करने के लिए यहां क्लिक करें।हमारे WHATSAPP पर JHBNEWS हिंदी से जुड़ने के लिए यहां क्लिक करें।
2024-05-08 08:56:16ब्राजील के कई इलाकों में इस वक्त मूसलाधार बारिश हो रही है। बारिश के चलते कई इलाकों में बाढ़ आ गई है और हालात बेकाबू होते जा रहे हैं। ब्राजील के दक्षिणी राज्य रियो ग्रांडे डो सुल में भारी बारिश से मरने वालों की संख्या बढ़कर 29 हो गई है, जबकि 60 अन्य लोग अब भी लापता हैं.दुबई के बाद अब सऊदी अरब भारी बारिश के कारण बाढ़ से जूझ रहा है. बारिश ने सऊदी अरब के उत्तरी हिस्सों को सबसे ज्यादा प्रभावित किया. मौसम विभाग की चेतावनी के बाद कई सड़कों को यातायात के लिए बंद कर दिया गया. इतना ही नहीं, बाढ़ के कारण स्कूलों में भी छुट्टी की गई थी.ब्राजील के राष्ट्रपति लुइज इनासियो लूला दा सिल्वा ने स्थानीय अधिकारियों से मिलने और अपनी एकजुटता व्यक्त करने के लिए बृहस्पतिवार को राज्य का दौरा किया। उन्होंने सोशल मीडिया मंच ‘एक्स’ पर लिखा, ‘‘इस बारिश से प्रभावित हुए लोगों की जरूरतों को पूरा करने के लिए हमारी सरकार हरसंभव कोशिश करेगी।’’नागरिक सुरक्षा एजेंसी की तरफ से यह भी बताया गया है कि बारिश के कारण 10,000 से अधिक लोगों को अपने घर छोड़कर जाना पड़ा है। ये भी पढ़े :- Madhya Pradesh: लड़कियों ने निकाली 'दाढ़ी हटाओ प्यार बचाओ' रैली, देखे वीडियोउत्तर प्रदेश में सपा विधायक की दबंगई! SDM के साथ धक्का-मुक्की, देखे वीडियोआप JHBNEWS हिंदी को यहां सोशल मीडिया पर फ़ॉलो कर सकते हैंफेसबुक पर JHBNEWS हिंदी खबर पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें.यहां इंस्टाग्राम पर JHBNEWS हिंदी को फॉलो करें।यूट्यूब पर JHBNEWS हिंदी वीड़ियो देखने के लिए यहां क्लिक करें।JHBNEWS हिंदी को ट्विटर पर फ़ॉलो करने के लिए यहां क्लिक करें।हमारे WHATSAPP पर JHBNEWS हिंदी से जुड़ने के लिए यहां क्लिक करें।
2024-05-04 06:25:41International Harry Potter Day : जादू की दुनिया जिसने हम सभी को मंत्रमुग्ध कर दिया और हमें हमेशा के लिए प्रशंसक बना दिया। हैरी पॉटर की किताबें ही वह कारण हैं जिनकी वजह से हम हॉगवर्ट्स, छड़ी के घुमाव और मंत्रों, हैरी, रॉन वीस्ली और हरमनी ग्रेंजर द्वारा साझा की गई दोस्ती पर विश्वास करते हैं। हैरी पॉटर ने हमें सिखाया कि लचीलेपन और साहस से हम सबसे मजबूत दुश्मनों को भी हरा सकते हैं। उन्होंने हमें सिखाया कि अगर हमारे साथ सही दोस्त हों तो जीवन हमेशा थोड़ा आसान होता है। हर साल हैरी पॉटर दिवस हमें हैरी के साहस और बहादुरी की याद दिलाने के लिए मनाया जाता है। कहने की जरूरत नहीं है, यह जादू की दुनिया में एक बार फिर ताजा गोता लगाने का एक और बहाना है। जैसे ही हम जादू का दिन मनाने की तैयारी कर रहे हैं, यहां कुछ चीजें हैं जिन्हें हमें ध्यान में रखना होगा।जेके राउलिंग द्वारा लिखी गई हैरी पॉटर किताबों की श्रृंखला 1998 से चली आ रही है, और उन किताबों पर फिल्में बनने की शुरुआत 2001 में हुई। हालांकि, फिल्में बनने के एक दशक बाद, हैरी पॉटर डे की स्थापना हुई। यूनाइटेड किंगडम के तत्कालीन राष्ट्रपति डेविड कैमरन ने घोषणा की कि लोगों को हैरी के लचीलेपन और साहस की याद दिलाने के लिए हर साल 2 मई को हैरी पॉटर दिवस के रूप में मनाया जाएगा। आमतौर पर यह ग़लतफ़हमी थी कि यह तारीख़ हैरी पॉटर के जन्मदिन पर पड़ती है। हालाँकि, एक सच्चा पॉटरहेड असली कारण जानता है - 2 मई को, हॉगवर्ट्स की महान लड़ाई लड़ी गई थी और लॉर्ड वोल्डेमॉर्ट - हैरी पॉटर का दुश्मन - हार गया था।हैरी पॉटर ने बचपन से ही हमें एक ऐसी दुनिया का सपना दिखाया है जिस पर जादू, प्यार, दोस्ती और मौज-मस्ती का राज है। इस दिन, हैरी पॉटर की किताबों और डीवीडी को अलमारियों से हटा दें और अपने दोस्तों को एक साथ इकट्ठा करें। अपना हैरी पॉटर-थीम वाला पायजामा पहनें और फिल्मों का दोबारा प्रसारण देखें, क्योंकि चाहे कुछ भी हो, हम हैरी पॉटर और जादू की दुनिया से कभी भी संतुष्ट नहीं हो सकते।ये भी पढ़े :- Madhya Pradesh: लड़कियों ने निकाली 'दाढ़ी हटाओ प्यार बचाओ' रैली, देखे वीडियोउत्तर प्रदेश में सपा विधायक की दबंगई! SDM के साथ धक्का-मुक्की, देखे वीडियोआप JHBNEWS हिंदी को यहां सोशल मीडिया पर फ़ॉलो कर सकते हैंफेसबुक पर JHBNEWS हिंदी खबर पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें.यहां इंस्टाग्राम पर JHBNEWS हिंदी को फॉलो करें।यूट्यूब पर JHBNEWS हिंदी वीड़ियो देखने के लिए यहां क्लिक करें।JHBNEWS हिंदी को ट्विटर पर फ़ॉलो करने के लिए यहां क्लिक करें।हमारे WHATSAPP पर JHBNEWS हिंदी से जुड़ने के लिए यहां क्लिक करें।
2024-05-01 20:01:58